झाबुआ – जिले में वन विभाग की मनमानी कार्यशैली , ठेकेदारों को उपकृत करने की शैली तथा अवैध रूप से लकड़ी माफियाओं के सांठगांठ कर आर्थिक लाभ कमाने के चर्चाए चौराहा पर लगातार सुनने को मिल रहे हैं । वही हाल ही में वन परिक्षेत्राधिकारी वन मंडल झाबुआ अंतर्गत मेघनगर सब रेंज में , पुलिस कोतवाली के समीप व उप स्वास्थ्य केंद्र के सामने की ओर वन विभाग द्वारा वन भूमि पर किसी घुमटी लगाने वाले को जमीन देने के लिए सारे नियम कायदों को ताक में रखते हुए , विभाग द्वारा लगाए गए तार फेंसिंग को हटाकर , सीमेंट पोल को हटाया गया । उसके बाद उसे घूमटी वाले को घूमटी लगाने के लिए जमीन दी गई तथा किसी भी तरह की कोई आपत्ति ना आए, इस बात को ध्यान में रखते हुए इस सब रेंज के कर्मचारियों द्वारा तार फेंसिंग को उसे लाइन से हटाकर घुमटी के पीछे की ओर तार फेंसिंग की गई । जिससे इस बात का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता कि यह जमीन वन विभाग की है तथा घुमटी वाले को अतिक्रमण के लिए विशेष तौर से जमीन देने के लिए यह प्रक्रिया अपनाई गई है । आप ऊपर दिए गए यदि फोटो पर गौर करेंगे तो आपको स्पष्ट रूप से समझ में आ जाएगा, कि घुमटी के पहले तार फेंसिंग की गई और घूमटी लगाने के बाद, उस तार फेंसिंग को पीछे की ओर किया गया तथा घूमटी वाले के लिए जगह उपलब्ध कराई गई । आखिर क्या कारण है । आओ पता लगाए कौन है वह घुमटी वाला जिस पर वन विभाग पूर्ण रूप से मेहरबान है और शासकीय भूमि पर अतिक्रमण करने की अनुमति दे रहे हैं ।
आने वाली खबर में कल्लीपुरा में लकड़ी माफिया के साथ मिलकर अवैध रूप से लकडीयों को अन्य राज्यों में भेजा जा रहा है