*कोविड कहर मै सेवा देने वाले चिकित्सकों के साथ भाजपा सरकार ने किया अन्याय:साबिर फिटवेल*
*प्रदेश के 7000 आयुर्वेदिक होम्योपैथिक यूनानी डिग्री धारीयो ने अपनी जान की परवाह किए बगैर 2 साल सेवाएं दी थी*
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता साबिर फिटवेल ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया की लोकसभा चुनाव के पश्चात मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार ने हाल ही में कैबिनेट की अहम बैठक में स्वास्थ्य विभाग से जुड़े मुद्दे पर नौकरियों को लेकर फैसले लिए है जिसमें स्वास्थ्य विभाग में 46941 नए पद सृजित किए गए जिसको कैबिनेट ने मंजूरी भी दे दी हे इसके साथ ही विशेषज्ञ डॉक्टर के पदों पर 607 नई भर्तियां भी की जाएगी
प्रवक्ता फिटवेल ने बताया कि विगत 3 वर्ष पूर्व जब देश में कोरोना के कहर से देश की जनता अपनी जान बचाने के लिए इधर से उधर भटक रहे थे हजारों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा ऐसी स्थिति में मध्य प्रदेश सरकार ने वर्ष 2020 में प्रदेश के समस्त जिला चिकित्सालय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सको कंपाउंडरों नर्सों की संविदा नियुक्तिया की गई थी जिसमें मध्य प्रदेश के लगभग 7000 से अधिक मेडिकल लाइन से जुड़े बीएमएएस बीएचएमएस आयुर्वेदिक यूनानी आयुष एवं होम्योपैथिक डॉक्टरों की नियुक्तियां की गई थी जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बगैर दिन रात कोरोना से पीड़ितों को चिकित्सा सुविधा प्रदान की वही इन कर्मचारियों की ड्यूटी बॉर्डरो पर भी लगाई गई थी जहां इन्होंने भूखे प्यासे शासन को अपनी सेवा देने के साथ ही अन्य प्रदेशों से आने वाले लोगों को चिकित्सा मुहैया करवाई 2 वर्ष उनकी सेवा लेने के पश्चात भाजपा सरकार ने समस्त जिला चिकित्सालय सीएमएचओ को आदेश जारी कर दिए हैं कि इन्हें नौकरी से पृथक कर उनकी सेवाएं समाप्त की जाए आज उन बेरोजगारों के 7 हजार परिवार को भाजपा सरकार ने ठगा है प्रदेश के 7000 परिवार अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं
उन्होंने बताया की आज प्रदेश के 7000 डिग्री प्राप्त युवा बेरोजगार होकर दर-दर भटक रहे हैं भाजपा सरकार ने इनकी कोई सुध नहीं ली है मध्य प्रदेश के जिला चिकित्सालय प्राथमिक चिकित्सालय स्वास्थ्य केंद्रों पर कई पद रिक्त पड़े हैं प्रवक्ता फिटवेल ने मुख्यमंत्री मोहन यादव व भाजपा सरकार से मांग की है प्रदेश के स्वास्थ्य विभागों में विज्ञप्ति जारी की जाए उन विज्ञप्तियों में कोरोना कहर में सेवा देने वाले चिकित्सकों को कर्मचारियों को जिनको सेवा लेने के बाद नोकरी से निकाला गया था उन्हें प्राथमिकता देकर सीधी भर्ती कर उन्हें न्याय दिया जाकर उनके भविष्य को संवारा जाए