झाबुआ

शासकीय माध्यमिक विद्यालय माधौपूरा में अव्यवस्था से बच्चे परेशान… शासन प्रशासन का इस और ध्यान नहीं

Published

on

झाबुआ – शासन प्रशासन द्वारा जिले के विकास के लिए और शिक्षण व्यवस्थाओं के लिए लाखों करोड़ों की राशि आवंटित की जा रही है जिससे विद्यार्थियों को उच्च गुणवत्ता युक्त शिक्षा के साथ-साथ सुरक्षा व सुविधा भी उपलब्ध हो सके । लेकिन जिला मुख्यालय पर ही स्थित शासकीय माध्यमिक विद्यालय माधौपूरा में अव्यवस्था से बच्चे परेशान हो रहे हैं और खेल मैदान में गंदगी फैलने से खेल गतिविधियां भी प्रभावित हो रही है और दुर्गंध से पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है । लेकिन इस ओर शासन प्रशासन का ध्यान नहीं है ।

जानकारी अनुसार डीआरपी लाइन स्थित शासकीय माध्यमिक विद्याल  माधौपूरा में खेल मैदान में बाउंड्रीवॉल के अभाव में प्रार्थना या खेल गतिविधि संपादित करने में परेशानी हो रही है । खुले मैदान में जगह-जगह गोबर व गंदगी से प्रार्थना व खेलगतिविधिया सुचारू रूप से संपादित नहीं हो पा रही है । प्रार्थना के समय बदबू आने पर बच्चे या तो प्रार्थना में सम्मिलित नहीं होते हैं या फिर देर से आते हैं या फिर नाक पर हाथ रखकर प्रार्थना कर रहे हैं ताकि बदबू से बचा जा सके । गंदगी होने से बच्चे भी खेल में रूची नहीं लेते हैं । वही शासन द्वारा जीवन कौशल कार्यक्रम अंतर्गत बच्चों को सप्ताह में तीन दिन खेल गतिविधि करवाई जाकर ऑनलाइन रिपोर्टिंग के निर्देश हैं जो कि विद्यालय परिसर में स्थित भूमि खुली होने से रात्रि में गाय/ बैल आदि पशुओं द्वारा गोबर व गंदगी करने से परिसर में बच्चों को प्रार्थना एवं खेल विधि गतिविधि संपादित करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है एवं गंदगी होने के कारण दिनभर दुर्गंध आने से बच्चो की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है और खेल गतिविधियां भी प्रभावित हो रही है इसी समस्या को लेकर प्रधानाध्यापक द्वारा सहायक आयुक्त को 9 जनवरी को पत्र के माध्यम से विद्यालय की स्थिति से अवगत भी कराया गया था और विद्यालय परिसर में बाउंड्रीवाल / तार फेंसिंग हेतु पत्र भी लिखा गया तथा जनहित व छात्र हित को ध्यान में रखकर खुली भूमि पर बाउंड्रीवाल या तार फेंसिंग हेतु निवेदन भी किया गया । लेकिन सहायक आयुक्त द्बारा संभवतः आज तक इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया । 

नवीन कक्षो के  निर्माण हेतु पूर्व में दिया गया आवेदन

जानकारी अनुसार उक्त विद्यालय वर्ष 1950 में निर्मित होकर केवल तीन कक्ष ही हैं जो बहुत छोटे हैं वहीं दीवारें जीर्ण शीर्ण हो रही है । वर्तमान में इस स्कूल में 122 छात्र छात्राएं अध्यनरत है वहीं और भी विद्यार्थी प्रवेश लेने हेतु उत्साहित रहते हैं लेकिन स्थान के अभाव में प्रवेश दिया जाना संभव नहीं है । विद्यालय परिसर में काफी रिक्त भूमि स्थित है जिस पर नवीन कक्षो का निर्माण किया जा सकता है जिससे और भी विद्यार्थियों को इस स्कूल में प्रवेश की संभावना हो सकती है ।  इस संदर्भ में भी प्रधानाध्यापक द्वारा कलेक्टर को 20 सितंबर 2023 को आवेदन के माध्यम से अवगत कराया गया था तथा अतिरिक्त कक्षो के निर्माण हेतु पत्र भी लिखा था लेकिन संभवत आज दिनों तक इस और भी कोई ध्यान नहीं दिया गया । इस प्रकार शासन प्रशासन द्वारा न तो बाउंड्रीवाल के लिए पहल की जा रही है और न हीं नवीन अतिरिक्त कक्षो के निर्माण के लिए । जिससे यहां पर अध्यनरत बच्चे सुरक्षा व सुविधाओं के अभाव में परेशान हो रहे हैं । क्या शासन प्रशासन इस और ध्यान देकर बच्चों को हो रही असुविधा के लिए कोई पहल करेगा या फिर यह बच्चे यूं परेशान होते रहेंगे…..।

Trending