RATLAM

पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाएं, अधिक से अधिक पेड़ लगाएं : कलेक्टर श्री राजेश बाथम एक पौधा माँ के नाम अभियान का शुभारम्भ

Published

on

पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाएंअधिक से अधिक पेड़ लगाएं : कलेक्टर श्री राजेश बाथम

एक पौधा माँ के नाम अभियान का शुभारम्भ

रतलाम  प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक पौधा मां के नाम अभियान का शुभारंभ किया गया है। इस क्रम में कलेक्टर श्री राजेश कुमार बाथमसीईओ जिला पंचायत श्री शृंगार श्रीवास्तव द्वारा अभियान हेतु उपयुक्त भूमि चिन्हांकित करने के लिए ग्राम बिरमावल एवं नौगांवकला जनपद पंचायत रतलामग्राम हल्द्वानी जनपद पंचायत पिपलोदा क्षेत्र का भ्रमण किया गया।

भ्रमण के दौरान कलेक्टर ग्राम बिरमावल के कंवलका माता मंदिर पहुंचेवहां दर्शन उपरांत बिरमावल की पहाड़ी पर वन मंडल अधिकारी श्री दोहरी एवं अन्य विभाग अधिकारियों के साथ पौधा रोपण कार्य किया। उन्होंने कंवलका माता की पहाड़ी पर वृहद पौधारोपण अभियान चलाने एवं सौंदर्यीकरण की कार्य योजना तैयार करने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने जिले में एक पौधा मां के नाम अभियान का विस्तारीकरण कर अंतर विभागीय संबंध में आधारित कार्य योजना बनाने हेतु निर्देशित किया। कलेक्टर श्री बाथम ने अपील की कि सभी आमजन एक पौधा मां के नाम लगाए। कलेक्टर ने कहा कि हम सबको मिलकर वायु प्रदूषण एवं जलवायु परिवर्तन से पर्यावरण की सुरक्षा करना हैअधिक से अधिक वृक्ष लगाकर धरती को हरा-भरा करना है।

कलेक्टर ने कहा कि इस संबंध में प्लास्टिक का उपयोग कम से कम करेंजैविक कचरे से कंपोस्ट उर्वरक बनाएंप्राकृतिक संसाधनों का समझदारी से उपयोग करेंअधिक से अधिक पौधे लगाएंयातायात संबंधी साधनों के लिए प्रदूषण रहित साधनों का उपयोग करेंकचरा ना जलाएंवायु प्रदूषण से बचें। जलवायु परिवर्तन का मानव स्वास्थ्य पर एकाधिक तरीकों से विपरीत प्रभाव होता है। निरंतर औद्योगिकीकरण एवं शहरीकरण और बदली हुई जीवनशैली जिसमें निरंतर उर्जा की खपत होती हैजो ग्लोबल वार्मिंग को बढावा दे रहा है। जलवायु परिवर्तन से अस्थमा एवं श्वसन संबंधी बीमारियां कैंसरकार्डियोवास्कुलर बीमारियांस्ट्रोकखाद्यजनित बीमारियांमानसिक स्वास्थ्य एवं स्ट्रेस संबंधी बीमारियां,  न्यूरोलॉजिकल बीमारियों के प्रकरण परिलक्षित हो रहे हैं।

श्री बाथम ने कहा कि वायु प्रदूषण हवा में ठोस कणों तरल बिन्दु या गैस के रूप में मौजूद कणों के कारण होता है। ये प्राकृतिक या कृत्रिम हो सकते हैं। अति सूक्ष्म कण नासिका या मुंह द्वारा श्वसन के दौरान फेफडों तक पहुंचते हैं। प्रदूषित हवा मानव स्वास्थ्य के लिए बडा खतरा है इससे बचाव के लिए ज्यादा प्रदूषित जगहों पर ना जाएं। पटाखेकूडापत्तियां आदि ना जलाऐंप्लास्टिक बिल्कुल ना जलाएं। बीडी-सिगरेट का प्रयोग ना करें और दूसरों को ना करने दें। खाना पकाने के लिए धुआरहित ईंधन का प्रयोग करेंहरियाली रखे। अधिक से अधिक वृक्षारोपण करें यथासंभव घर में किचन गार्डन बनाऐ।

वृक्षारोपण कार्यक्रम के दौरान वन मंडल अधिकारी श्री दोहरे ने बताया कि कंवलका माता मंदिर की पहाड़ी पर वन समितियां के माध्यम से नीमपीपलबेलपत्र आदि धार्मिक महत्व के पौधे लगाकर समितियों के माध्यम से इनका संरक्षण किया जाएगा।

Trending