अलीराजपुर – मोहन राज मे शिक्षा के मंदिर मे यह हाल , स्कुल जर्जर , लकड़ी और हरि मेट बांध कर बच्चे बना पाएंगे क्या अपना भविष्य , जवाबदार अधिकारी इसकी टोपी इसके सर के काम मे लगे ।
अलीराजपुर – शिव के राज के बाद अब मोहन का राज है पर मजाल है की यहां बैठे अधिकारी भोपाल मे बनी योजनाओं को जमीन स्तर तक उतरने दे या अव्यवस्थाओ पर ध्यान दे , यहां तो अधिकारी इसकी टोपी इसके सर के काम मे लगे रहते है , मामला जोबट के रामपूरा का है जहाँ शिक्षा के मंदिर की दुर्दशा तो देखि ही नहीं जा सकती , हमारे देश के आने वाले भविष्य को शिक्षा प्रधानमंत्री आवास के बहार बने लड़की और हरि मेट से बनी झोपडी मे दी जा रही है , जहाँ यह स्कुल है वहा निर्वाचन के लिए गांव के वोट भी डाले जाते है , देश के लोकतंत्र के महापर्व मे हिस्सा लेने वाली जगह और देश के भविष्य को शिक्षा देने की जगह अगर इस विपरीत और जर्जर परिस्थिति मे होंगी तो कहा से हमारा आदिवासी जिले मे शिक्षा का स्तर सुधरेगा कहा से यहां के बच्चे बड़े होकर कलेक्टर एसपी बनेगे और आगे बड़ेगे , क्यों यहां हमारे जिले के परिजन बच्चों को सरकारी स्कूलों मे नहीं भेजते इसका कारण अगर समझना है तो रामपुरा जाओ पता लग जाएगा , ज़ब इस मामले की जानकरी लेने के लिए हमने यहां के जवाबदार अधिकारियो से बात की तो वह इसकी टोपी उसके सर की कहावत को सिद्धि दिलवाने मे लगे थे , कुछ ने कहा यह इस विभाग का मामला है कुछ ने कहा यह मामला तो पता नहीं जानकारी मे नहीं है , ऐसे अधिकारियो के भरोसे हमारा जिला अगर चलता रहा तो यह जिला पिछड़ा ही रह जाएगा , क्योंकि यहां बैठे विभागीय अधिकारी अपने आफिसो से फिल्ड पर निकलते नहीं सिर्फ कलेक्टर और एसडीएम के भरोसे इस जिले का पूरा सिस्टम चलता है ।