Connect with us

झाबुआ

काली कल्याण धाम गंगाखेडी पर धुमधाम से मनेगा कमधज कल्लाजी महाराज का जन्मोत्सव। कल्लाजी महाराज की भारतीय संस्कृति एवं गोवंश रक्षक के रूप में मान्यता है- ठा. प्रतापसिंह

Published

on

 
काली कल्याण धाम गंगाखेडी पर धुमधाम से मनेगा कमधज कल्लाजी महाराज का जन्मोत्सव।
कल्लाजी महाराज की भारतीय संस्कृति एवं गोवंश रक्षक के रूप में मान्यता है- ठा. प्रतापसिंह
झाबुआ । श्री काली कल्याण धाम गंगाखेडी पर 1008  श्री कमधज कल्लाली राठौर बाबजी का जन्मोत्सव  बडे ही धुमधाम एव श्रद्धा एवं भक्ति के साथ मनाया जावेगा । काली कल्याणधाम के ठा. प्रतापसिंह राठौर ने जानकारी देते हुए बताया कि गंगाखेडी स्थित मां नागणेचा कल्लाजी धाम पर 12 अगस्त सोमवार एवं 13 अगस्त मंगलवार को  2 दिवसीय भव्याति भव्य श्री कलाजी महाराज का जन्मोत्सव मनाया जावेगा । इसी कडी में 12 अगस्त सोमवार को रात्रि जागरण होगा तथा मां नागणेचा एवं कल्लाजी का अभिषेक, महामंगल आरती व महाप्रसादी का आयोजन होगा । 13 अगस्त को प्रातः 9 बजे से  मंत्रोच्चार के साथ अभिषेक ,पूजन होगा तथा दोपहर 12 बजे कल्लाजी का जन्मोत्सव एवं महा मंगलजन्मोत्सव आरती का आयोजन होगा । दोपहर 1 बजे से विशाल भंडारे का  आयोजन किया जावेगा ।  इस दो दिवसीय आयोजन के दौरान 12 अगस्त को रात्री जागरण के अलावा 13 अगस्त की रात्री को भी करवड की मंडली द्वारा सुंदरकांड का पाठ भी आयोजित किया गया है।
ज्ञातव्य है कि श्री कल्लाजी महाराज के दर्शन वंदन एवं उनके जन्मोत्सव कार्यक्रम में सहभागी होने के लिये मालवा, गुजरात, दिल्ली भीलवाडा राजस्थान, मध्यप्रदेश सहित महाराष्ट्र  आदि से भी बडी संख्या में श्रद्धालुजन सहभागी होगें । गादीपति ठा. प्रतापसिंह के द्वारा इस अवसर पर गादी के माध्यम से श्री कल्लाजी महाराज द्वारा सभी श्रद्धालुओं के आशीर्वाद भी प्रदान किये जावेगें ।
इस स्थान पर देवलोकवासी श्री नारायणसिंह जी को श्री कल्लाजी महाराज का साक्षात्कार हुआ था तथा मां नागणेचा के आशीर्वाद से यह स्थान शक्तिपीठ तुल्य बन चुका है। मां नागणेचाजी का यह स्थान अति प्राचीन होकर यहां मांगी गई सभी मुरादे पूरी होती है। उल्लेखनीय है कि क्षेत्रवासी शेषावतार कल्लाजी राठौड को देवतुल्य मान कर प्रतिवर्ष गंगाखेडी शक्तिपीठ में जन्मात्सव मनाते है । कल्लाजी महाराज की भारतीय संस्कृति एवं गोवंश रक्षक के रूप में मान्यता है। सन 1568 में मात्र 24 साल की आयु में चित्तोड के पास अकबर की सेना से लडते हुए वीरगति प्राप्त करने वाले कल्लाजी का जन्म संत मीराबाई के कुल में हुआ है । उन्होने तत्कालीन कुरीतियों और आतंक से लडने मे अपना पुरा जीवन लगाया । उनकी जन्म जयंती की अवसर पर गंगाखेडी में हर साल उनके अनुयायी उन्हे शेषनाग का अवतार मान कर पूजते है। वीर कल्लाजी मेवाड के लोकदेवता है जिन्हे नागयोगी में पूजा जाता है। इनके प्रति पूरीे अचंल में लोगों की अटूट श्रद्धा है। यहा एक बार दर्शन वंदन करने से ही मनावांछित पूरे होते है।
ठा. प्रतापसिंह के मार्गदर्शन में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में प्रतापसिंह राजेशसिंह गौड इन्दौर, नरेन्द्र अग्रवाल नई दिल्ली, भगतसिंह इडवा,मारवाडा, पुरूषोत्तम भीलवाडा,  राजेश भटेवरा रतलाम, जयंतीलाल गुजरात, कृष्णपालसिंह ठि.घुघरी, कैलाशचन्द्र सोनी उज्जेन ओम प्रकाश पाटीदार ठा, मांधतासिंह,डाबडी,एंव कल्याण भक्त मंडली गंगाखेडी ने  आदि ने पूरे अंचल की जनता एवं धर्मप्रेमियों से अनुरोध किया है कि शक्तिपीठ गंगाखेडी में आयोजित दो दिवसीय कल्लाजी महाराज के जन्मोत्सव कार्यक्रम में सहभागीय होकर धर्मलाभ प्राप्त करें ।

देश दुनिया की ताजा खबरे सबसे पहले पाने के लिए लाइक करे प्रादेशिक जन समाचार फेसबुक पेज
Advertisement

Subscribe Youtube

Advertisement

सेंसेक्स

Trending

कॉपीराइट © 2021. प्रादेशिक जन समाचार

error: Content is protected !!