डॉ. मौमिता देवनाथ के साथ हुई दरिंदगी व निर्मम हत्या के विरोध में गुड मार्निग क्लब के सभी सदस्योंने श्रद्धांजलि अर्पित कर कार्यवाही की मांग की ।
गायंत्रीमंत्र के उच्चारण के साथ ही दो मिनट का मौन रख कर श्रद्धांजलि अर्पित की ।
झाबुआ । डॉ. मौमिता देवनाथ के साथ हुए दरिंदगी व निर्मम हत्या के विरोध में गुड मार्निग क्लब के सभी सदस्यों ने प्रातःकाल पीजी कालेज मैेदान पर एकत्रित होकर समवेत स्वर में इस घटना का पूरजोर निन्दा करते हुए केन्द्र सरकार से ममता सरकार को बर्खास्त करने की मांग की ।
इस अवसर पर क्लब के पर्वतसिंह राठौर ने बताया कि कोलकाता में हुए महिला डॉक्टर मौमिता देवनाथ के साथ हुए दरिंदगी एवं निर्मम हत्या के विरोध में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया । जिसमें उपस्थित सदस्यों ने डा. मौमिता देवनाथ को गायंत्रीमंत्र के उच्चारण के साथ ही दो मिनट का मौन रख कर श्रद्धांजलि अर्पित की । इस अवसर पर क्लब के सदस्यों ने ममता बनर्जी शर्म करो शर्म करो शर्म करो, बंगाल की हत्यारीन सरकार शर्म करो, बंगाल की बलात्कारी सरकार शर्म करो बंगाल की ममता सरकार बर्खास्त करो का नारा लगाया ।
इस अवसर पर क्लब पदाधिकारी पर्वतसिंह राठौर ने कहा बंगाल की ममता बनर्जी की सरकार अपराधियों बलात्कारियों के संरक्षण देने वाली सिद्ध हो रही है। वहां की माताएं बहनो की इज्जत सुरक्षित नहीं है। उन्होने कहा कि हम सभी सदस्यगण भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से मांग करते हैं की तत्काल ममता बनर्जी की सरकार को बर्खास्त करें एवं दोषी तत्वों के विरुद्ध तत्काल प्रभावी कार्रवाई की जावे ।
क्लब के श्री अखिलेश मुलेवा ने कहा कि 31 वर्षीय डा. मौमिता देवनाथ दूसरी साल की पोस्टग्रेजुएट स्टूडेंट थीं जो आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, कोलकाता में पढ़ाई कर रही थीं। वे अस्पताल में काम कर रही थीं जब यह दुखद घटना घटी। घटना की रात, शिफ्ट खत्म करने के बाद, वे अस्पताल के एक सेमिनार हॉल में आराम करने गईं। अगले दिन सुबह उनकी लाश पाई गई, जिसमें शारीरिक हमले के संकेत थे, जिससे पता चला कि उनसे बलात्कार और हत्या की गई । श्री सीताराम डामोर ने कहा कि लाश सुबह जल्दी मिली जब वे आराम करने के लिए सेमिनार हॉल में गई थीं। रात को 2 बजे के आसपास शिफ्ट खत्म करने के बाद, उन्होंने साथियों के साथ रात का खाना खाया और फिर सेमिनार हॉल में चली गईं। उनके साथी जब सुबह उन्हें देखने पहुंचे, तो वे पहले से ही मृत पाई गईं। उनकी लाश पर गंभीर चोटें थीं, जैसे कि आंखों और मुंह से खून बहना, और उनके गले, चेहरे और शरीर के अन्य हिस्सों पर चोटें थीं। इस भयानक खोज ने चिकित्सा पेशेवरों और आम जनता के बीच आक्रोश को जन्म दिया। इस घटना का जिक्र करते हुए श्री दिनेश पण्ड्या ने कहा कि शव पर कई सबूत मिले जो हिंसक हमले की ओर इशारा करते हैं। सबसे महत्वपूर्ण सबूत एक टूटी हुई इयरफोन वायर थी जो उनकी लाश के पास मिली थी और जिसे बाद में संदिग्ध संजय रॉय से जोड़ा गया। इसके अलावा, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उनकी लाश पर कई चोटें मिलीं, जैसे आंखों और मुंह से खून बहना, चेहरे पर नाखून के निशान, और गले, पेट, होंठ और शरीर के अन्य हिस्सों पर चोटें। ये सबूत बताते हैं कि उन्हें गंभीर शारीरिक हिंसा का सामना करना पड़ा।
डॉ. मौमिता देवनाथ की मौत पर क्लब सदस्यो की प्रतिक्रिया व्यापक रूप से शोक, आक्रोश और दुख की रही। सदस्यो ने इस जघन्य अपराध की क्रूरता और अस्पताल में सुरक्षा की खामियों के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की। सभी सदस्यांे ने त्वरित न्याय और महिलाओं की सुरक्षा के लिए मजबूत सुरक्षा की मांग की। इस अवसर पर गुड मार्निग क्लब के पर्वतसिंह राठौर, अखिलेश मुलेवा, कमलेश शर्मा, वीरेन्द्र सिसौदिया, प्रितेश जैन, मुकेश नीमा,अक्षय त्रिवेदी, महेश शाह, राजेन्द्र संघवी, दिनेश पंड्या, जितेन्द्र शाह, भव्य जेन, रवीन्द्रसिंह राठौर, सीताराम डामोर, कांतिलाल भूरिया, रामसिंह मचार, राजवीर चोधरी, किशारेभाई, रामसिंह सोलंकी, मानसिंह बामनिया, एवं योगेन्द्र चैहान सहित बडी संख्या में क्जब के सदस्यों ने डॉ. मौमिता देवनाथ को श्रद्धांजलि अर्पित की ।