*जिले में नवाचारों के माध्यम से किसानों को लाभ पहुंचाए -कलेक्टर*
झाबुआ 02 सितम्बर , 2024। कलेक्टर नेहा मीना की अध्यक्षता में एपीसी की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। बैठक में कृषि विभाग द्वारा वर्तमान स्थिति के सम्बन्ध में समीक्षा की गयी। जिले मे वर्षा की स्थिति, खरीफ क्षेत्राच्छादन की स्थिति, बीज व्यवस्था में सोयाबीन हेतु राज सोय 18, एनआरसी 142 और 143, मक्का में बॉयो 9544 जैसे बीजो की किस्मों का वितरण किया गया। श्रीअन्न के तहत बोआई का कुल रकबा और इसके तहत किसानों के उन्नयन सम्बन्ध में जानकारी ली। रबी के सीजन के तहत उर्वरको की उपलब्धता के सम्बन्ध में कार्ययोजना बनाये जाने हेतु निर्देशित किया जिसमें नवम्बर एवं दिसम्बर में कोई कमी ना होने पाये। सहकारिता विभाग से उपकेन्द्र का प्रस्ताव बना कर प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया। खरीफ फसलो के अंतर्गत बीज और उर्वरक गुणवता नियंत्रण के तहत लिये गये सैम्पल, प्राप्त अमानक नमुने जिसमे उर्वरक के 4 और बीज के 22 के तहत की कार्यवाही जिसमें 10 के लाइसेंस निलम्बित किये जाने सम्बन्धी जानकारी ली गयी। मृदा परीक्षण हेतु लैब को खोलने हेतु विज्ञप्ति जारी कर कार्यवाही पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया गया ।प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत आवेदन 103370 का बीमित क्षेत्र 26120 हेक्ट. के तहत बीमा राशि के सम्बन्ध में जानकारी ली गई। परम्परागत कृषि विकास योजना के तहत जैविक कपास के रकबा बढ़ाये जाने और मार्केटिंग, ब्रांडिंग एवं सर्टिफिकेशन की प्रक्रिया को सुनिश्चित किये जाने हेतु निर्देशित किया। जैविक कृषि हेतु फिल्ड सर्वे की रिपोर्ट भेजी जाए साथ ही बॉयर-सेलर मीट कराये जाने हेतु कार्ययोजना बनाये। कृषि के यंत्रीकरण के तहत किये गये प्रयासो एवं जे फॉर्म में की गयी कार्यवाहियों के बारे जानकारी प्राप्त की गयी। आत्मा के द्वारा जिले मे किये गये नवाचार जैसे हल्दी की खेती, सोयाबीन और ज्वार की नई किस्मों को किसानो को उपलब्ध कराना, किसानों की प्रदेश के बाहर एवं जिले के बाहर करायीगयी एक्सपोजर विजिट के बारे मे जानकारी दी गयी। *उद्यानिकी विभाग ने बढ़ाया मसालों का रकबा* जिले में मसाला उत्पादन बढ़ाया गया है। 209 हेक्टेयर क्षेत्र मे हल्दी का उत्पादन किया जा रहा है। जिसपर कलेक्टर ने प्रसन्नता व्यक्त की , साथ ही फ्लोरीकल्चर का रकबा बढ़ाए जाने हेतु निर्देशित किया। पॉली हाऊस, शेडनेट हाउस के तहत किये गये प्रयासो की प्रशंसा की। *पशुपालन* जिले में उपलब्ध पशुधन जिसमे गाँवंश की संख्या 430840, बकरी की संख्या 425402 एवं अन्य पशुओ की संख्या 132650 है। आचार्य विद्यासागर योजना, नंदीशाला योजना, जैसी योजनाओं की समीक्षा कर कृत्रिम गर्भाधान, चलित पशु चिकित्सा के तहत सुविधाओ को आमजन तक पहुंचाने हेतु निर्देशित किया। साथ ही मनरेगा के तहत बनी गौशालाओ को पूर्ण समर्थता के साथ चलाने एवं 5 में से बची हुई दो का संचालन जल्द से जल्द करने हेतु निर्देशित किया। *मत्स्य* मत्स्योत्पादन के तहत दिये जाने वाले पट्टों हेतु मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत से समन्वय करने हेतु निर्देशित किया। जिले मे किये जा रहे झींगा पालन का लाभ अधिक से अधिक किसानो तक पहुंचाने हेतु निर्देशित किया, *सहकारी विभाग* कॉपरेटिव विभाग दिये जाने वाले ऋणो, बैंको की वित्तीय स्थिति की जानकारी दी गयी। सोसाइटी के माध्यम से ओवर फायनेन्सिंग ना किये जाने हेतु निर्देशित किया गया। *डेयरी* जिले में दुग्ध संघ की गठित 156 समितियों में से कार्यरत 86 समितियों के माध्यम से किये जा रहे प्रयासो को बढ़ाने हेतु निर्देशित किया गया। इस दौरान उप संचालक कृषि श्री नगीन रावत उप संचालक कृषि आत्मा श्री जी.एस.त्रिवेदी, उपसंचालक पशुपालन डॉ विल्सन डावर,समस्त विकास खंड के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी आदि उपस्थित रहें।
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