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झाबुआ

नशा नाश का कारण होता है:- प्रशिक्षिका हंसा गादीया

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झाबुआ – कैथोलिक मिशन स्कूल झाबुआ में सोमवार को सर्वधर्म सदभावना सभा का आयोजन किया गया । जिसमें विभिन्न संप्रदाय के अनुयायियों ने वक्ताओं के रूप में अपने विचार व्यक्त किए तथा सभी ने नैतिकता, सद्भावना व नशामुक्ति के साथ शिक्षा की अनिवार्यता पर ध्यान देने के साथ,अपनी पढ़ाई पूर्ण कर, एक अच्छे इंसान बनने की सलाह दी ।

सर्व धर्म सदभावना सभा का आयोजन सोमवार को सुबह 9:30 बजे जिला चिकित्सालय के सामने कैथोलिक मिशन स्कूल में किया गया । इसमें मुख्य अतिथि के तौर पर मुस्लिम संप्रदाय से मौलाना सद्दाम हुसैन , जैन संप्रदाय से श्रीमती हंसा गादिया , गायत्री परिवार से विनोद जायसवाल , बोहरा समाज से नुरुद्दीन भाई व ईसाई समाज से फादर केनेडी थोमस उपस्थित थे । सर्वप्रथम कैथोलिक मिशन स्कूल के फादर केनेडी थोमस और प्राचार्य इंबानाथन ने सभी मुख्य अतिथियों का स्वागत शाल व  श्रीफल से किया । उसके पश्चात सभी अतिथियों ने महात्मा गांधी की 155 वी जयंती के अवसर पर  चित्र पर पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित किए । स्कूल के विद्यार्थियों ने सुंदर गीतिका के माध्यम से राष्ट्रसंत को अपना भावांजलि दी । स्कूल के विद्यार्थियों ने सभी धर्म के उद्देश्यों को बहुत ही संक्षिप्त में बताया । तत्पश्चात  जैन समाज से श्रीमती हंसा गादिया ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा जैन धर्म भगवान महावीर के सिद्धांतों का अनुसरण करता है भगवान महावीर ने अहिंसा परमो धर्म पर विशेष जोर दिया ।  इसका अर्थ है मनुष्य को अहिंसा के पथ पर अग्रसर होना चाहिए तथा हिंसा नहीं करना चाहिए । आचार्य श्री तुलसी ने अणुव्रत आंदोलन प्रारंभ किया जिसका उद्देश्य है छोटे-छोटे संकल्पों को ग्रहण कर,  जीवन में परिवर्तन लाया जा सकता है । वही आचार्य श्री महाश्रमणजी  ने अहिंसा यात्रा अंतर्गत सद्भावना, नैतिकता व नशा मुक्ति का संदेश दिया । सद्भावना याने जाति संप्रदाय आदि के आधार पर हिंसा , लड़ाई झगड़ा आदि में सम्मिलित ना होना ।  नैतिकता याने व्यक्ति जो भी कार्य करें जैसे लेनदेन , व्यापार आदि सभी कार्यों में ईमानदारी रखें । वहीं नशा मुक्ति एक ऐसी बुराई है जो हमारे पूरे जीवन को नष्ट कर देती है नशे की लत से पीड़ित व्यक्ति परिवार के साथ समाज पर भी बोझ बन जाता है आज की युवा पीढ़ी सबसे ज्यादा नशे की लत से पीड़ित है । श्रीमती गादिया ने यह भी बताया कि सिगरेट के पैकेट पर लिखा होता है स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है फिर भी नशे की आदत वाला व्यक्ति उसको पढ़ने के बाद भी उसका सेवन करता है । कई बार नशे की हालत में व्यक्ति हिंसा कर देता है कई बार शराब पीकर वाहन चल चलने से दुर्घटना भी हो जाती है । इसलिए कहा गया नशा नाश का कारण है । श्रीमती गादिया ने अंत में विद्यार्थियों को अणुव्रत और नशा मुक्ति के संकल्प कराए । सभी बच्चों ने खड़े होकर हाथ आगे कर इन संकल्पों को दोहराया । मुस्लिम संप्रदाय से मौलाना सद्दाम हुसैन साहब ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यार्थियों को अपनी मेहनत और लगन के साथ अपनी शिक्षा पर ध्यान देना होगा । तभी वह जीवन में सफल हो सकता है । शिक्षित व्यक्ति ही सजग रहता है और जीवन संवरता भी है जो इंसान शिक्षा ग्रहण नहीं करता,  वह जानवर जैसा जीवन जीने पर मजबूर हो जाता है । इसलिए हमारे जीवन में सबसे महत्वपूर्ण है शिक्षा ।मौलाना साहब ने यह भी कहा कि व्यक्ति को जुआ और सट्टे  से दूरी बनाकर रखना चाहिए । साथ ही साथ शराब का सेवन भी नहीं किया जाना चाहिए । हमारी खूबसूरती यह नहीं है कि अच्छे और खूबसूरत कपड़े पहने , जबकि खूबसूरती तो अच्छे जीवन जीने से और अच्छे गुणों से है । यतीम वह नहीं होता, जिनके मां-बाप नहीं होते हैं यतीम तो वह शख्स है । जिसके जीवन में शिक्षा नहीं है । गायत्री परिवार से विनोद जायसवाल साहब ने सर्वप्रथम सभी बच्चों को वैदिक मंत्रोचार के साथ ध्यान कराया ।  उसके पश्चात उन्होंने बच्चों को बताया कि विद्या ददाति विनयम,  विनयम ददाति पात्रतम याने  विद्यार्थियों को अपने जीवन में ओबेडिएंट याने बात मानने वाले होना चाहिए और विनम्र होना चाहिए । विद्यार्थियों का पहला गुण  विनम्र है जो विद्यार्थी विनम्र होता है । वह ऑब्जर्व कर लेता है और गुरु की बात को समझता है । अकड़ या मस्ती करने वाला विद्यार्थी गुरु की बात को नहीं समझता है और वह पीछे रह जाता है विनयशील होंगे , तो आपके गुणो में पात्रता होगी । जब आपके अंदर पात्रता आएगी , तो सदगुण आते जायेंगे और  सद्गुणों को ग्रहण करने से एक अच्छा जीवन जीने का रास्ता साफ होता है ।

 

ईसाई समाज से फादर कैनेडी थॉमस ने विद्यार्थियों को बताया कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने अहिंसा को हथियार बनाया और सत्य व अहिंसा के मार्ग पर चलकर हमारे देश को आजाद कराया । उन्हीं को नमन करते हुए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है फादर ने यह भी बताया कि हमें सभी धर्म को एक नजरिए से देखना चाहिए, कोई भेदभाव नहीं लाना चाहिए । दुनिया भर में भारत देश में अनेकता में एकता है जहां अलग-अलग धर्म के होते हुए अलग-अलग जाति के होते हुए भी भारत देश एक है । जब हम समभाव की बात करते हैं तो सभी धर्म अनुयायियों को ,सर्वधर्म समन्वय कायम हो ऐसा प्रयास करना चाहिए । ईसाई समाज के इसा मस्ती ने भी मानव जाति को मुक्ति दिलाने के लिए मानव रूप धारण कर जन्म लिया था । वही सभी धर्म में देखते हैं भगवान का धरती पर अवतार लेने का कारण है मानव जाति को मुक्ति दिलाना । और शांति व अमन कायम करना । इसके बाद हेड बॉय पिंटू वसुनिया ने विश्व शांति के लिए प्रार्थना का वाचन किया। उसके बाद प्राचार्य इंबानाथन ने कक्षा नवी की विद्यार्थी नविता नर्गेश को पेंटिंग एवं हैंडराइटिंग प्रतियोगिता में प्रथम स्थान आने पर गोल्ड मेडल व प्रशस्त्री पत्र देकर सम्मानित किया । उसके बाद स्कूल के शिक्षक सावंत सर ने देशभक्ति को लेकर सभी विद्यार्थियों को प्रतिज्ञा करवाई । कार्यक्रम के अंत में राष्ट्रगान का संगान किया गया । कार्यक्रम का सफल संचालन काजल परमार ने  किया । कैथोलिक मिशन स्कूल के प्राचार्य इंबानाथन ने कार्यक्रम के सफल संयोजन के लिए ललित बैरागी को शब्दों के माध्यम से अभिवादन किया ।  अंत में सभी अतिथियों का आभार भी माना ।

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