कलेक्टर श्री बाथम की अध्यक्षता में उत्कृष्ट विद्यालय प्रबन्धकारिणी समिति की बैठक संपन्न
रतलाम / शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय की वार्षिक प्रबन्धकारिणी समिति की बैठक कलेक्टर श्री राजेश बाथम की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में विद्यालय की विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की गई जिसमें कलेक्टर श्री बाथम द्वारा विभिन्न समस्याओं के निराकरण हेतु सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया।
बैठक में विद्यालय में रिक्त पदों की पूर्ति, परिसर की सुरक्षा, छात्रावास की समस्याओं का निराकरण आदि विषयों पर कलेक्टर द्वारा आवश्यक निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने विद्यालय परिसर में ऑडिटोरियम तथा मंच निर्माण के साथ ही विद्यालय में किए जा रहे निर्माण एवं सौंदर्यीकरण कार्य का अवलोकन कर कार्य की सराहना की।
बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री श्रृंगार श्रीवास्तव, लोक निर्माण विभाग, लोक स्वा. यांत्रिकी विभाग एवं जिला शिक्षा अधिकारी प्राचार्य श्री सुभाष कुमावत एवं अन्य अधिकारीगण तथा स्टॉफ सदस्य श्री आर.सी. पांचाल, श्री मनोज मूणत, माया मौर्या, श्री ललित मेहता, रीना कोठारी, राधा सूर्यवंशी, सुधा भट्ट, श्री सैय्यद ताहिर अली आदि उपस्थित थे।
कभी पानी को लेकर परेशान रहने वाले जांबूखादन के ग्रामीणों को
अब घर में ही मिल रहा है जल
जिले के आदिवासी बाहुल्य बाजना विकासखंड के ग्राम जांबूखादन ग्रामीण प्रसन्न है। कभी इस गांव के आदिवासी ग्रामीण पानी को लेकर बहुत परेशान रहते थे, महिलाएं दूर-दूर जाकर पानी लाती रहती थी। गांव की शांताबाई डामर कहती है कि दूर से पानी सर पर रखकर लाते थे, दिन भर कमर में दर्द भी होता था, चक्कर भी आते थे अन्य तकलीफें भी होती थी लेकिन आप सब तकलीफें दूर हो गई हैं हमें घर में ही नाल सेजल मिल रहा है। वह हृदय से प्रधानमंत्री श्री मोदी और मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को धन्यवाद देती है।
जल जीवन मिशन अंतर्गत लोकसभा से यांत्रिकी विभाग द्वारा इस गांव में 2 वर्ष पूर्व 43 लाख रुपए लागत से नल जल योजना का क्रियान्वयन किया गया। गांव में 40 हजार लीटर क्षमता का संपवेल बनाया गया। पूरे गांव में कई किलोमीटर लंबी पाइप लाइन बिछाई गई। स्टैंड पोस्ट बनाकर समस्त घरों तथा स्कूल आंगनबाड़ी को नल कनेक्शन से जोड़ा गया। गांव के 200 से अधिक घरों में नल कनेक्शन दिए गए हैं। नल जल योजना से पहले ग्रामीणों की जिंदगी में बड़ा संघर्ष था, घर से दूर हैंडपंप और नदियों तक से पानी लाना पड़ता था। अब गांव में खुशियों का माहौल है ग्रामीण शारीरिक तकलीफ से दूर है। पानी को लेकर अब लड़ाई झगड़ा भी नहीं होते हैं, पशुओं के लिए भी आसानी से जल उपलब्ध है समय भी बच रहा है जिसका सकारात्मक उपयोग आमदनी अर्जित करने में होता है।
जिला जल सलाहकार श्री आनंद व्यास ने बताया कि योजना को नियमित रूप से चलाने का काम गांव के नल चालक पूरी जिम्मेदारी के साथ करते हैं। ग्रामीण समय पर जलकर राशि भी जमा कर रहे हैं।
प्रशासन गाँव की ओर थीम को लेकर सुशासन सप्ताह 19 दिसम्बर से प्रारम्भ
रतलाम / आमजन की समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए प्रशासन गाँव की ओर थीम को लेकर सुशासन सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है जो 19 दिसम्बर से प्रारंभ होकर 24 दिसम्बर तक चलेगा। इसके तहत गाँव और शहर में एक साथ शिविर और कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इस सप्ताह के सुव्यवस्थित, प्रभावी और परिणाममूलक आयोजन के संबंध में बुधवार को मुख्य सचिव श्री अनुराग जैन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दिशा-निर्देश भी दिए। इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में रतलाम से कलेक्टर श्री राजेश बाथम सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि सुशासन सप्ताह का प्रभावी और परिणाममूलक आयोजन किया जाए। उन्होंने कहा कि जन-सेवा ही सुशासन है। जन- शिकायतों की अधिकतम संख्या को निपटाने के लिए सरकार की पहल है। सुशासन सप्ताह के दौरान अधिक से अधिक संख्या में जन-शिकायतों एवं सेवा प्रदाय आवेदनों का निराकरण करने का प्रयास किया जाए। उन्होंने कहा कि जन-शिकायतों का निवारण करते हुए योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक हितग्राहियों को पहुँचाया जाए। सुशासन सप्ताह मनाने का उद्देश्य राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में जनता की प्रत्येक समस्या का समाधान किया जाना है। सप्ताह के दौरान जनकल्याण अभियान के तहत आयोजित किए जा रहे शिविरों को साझा करते हुए शिविर लगाए जाए और इनमें आमजन की समस्याओं का त्वरित निराकरण किया जाए। योजनाओं का अधिक से अधिक पात्र हितग्राहियों को लाभ दिलाया जाए। सप्ताह में जनता की सभी शिकायतों के निराकरण पर तेजी से काम होगा।
कलेक्टर श्री राजेश बाथम ने बताया कि सुशासन सप्ताह के लिए जिले में व्यापक तैयारियां की गई है। जिले में ग्राम पंचायतों और वार्डों में शिविर लगाए जाएंगे। इन शिविरों में अधिक से अधिक नागरिकों की समस्याओं का निराकरण किया जाएगा। साथ ही उन्हें शासन की विभिन्न सेवाएं समय-सीमा में उपलब्ध कराई जाएंगी और शासन की योजनाओं का लाभ हर पात्र हितग्राही तक पहुँचाने के प्रयास होंगे। सप्ताह के दौरान विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी मैदानी भ्रमण कर आमजन तक शासकीय योजनाओं का लाभ पहुँचाना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही वे आम नागरिकों की समस्याओं को भी निराकृत करेंगे। इसके लिए अधिकारियों को जिम्मेदारी भी सौंपी गई है।