कल्याणकारी योजनाओं में हितग्राहियों के प्रकरण स्वीकृति के लिए
जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक सक्रियता से कार्य करें~~
समय सीमा पत्रों की समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने दिए निर्देश
रतलाम 29 अगस्त 2022/ सोमवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कलेक्टर श्री नरेंद्र सूर्यवंशी द्वारा विभागीय अधिकारियों की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस दौरान जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक की कार्यप्रणाली पर संतोष व्यक्त करते हुए कलेक्टर ने निर्देश दिए कि वे शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं के तहत हितग्राहियों के ऋण प्रकरणों की स्वीकृति में सुनिश्चित करें कि बैंक शाखाओं द्वारा ढिलाई नहीं बरती जाए। समय सीमा में हितग्राही को शासन की मंशा अनुसार योजना का लाभ मिले। बैठक में अपर कलेक्टर श्री एम.एल. आर्य, सीईओ जिला पंचायत श्रीमती जमुना भिड़े, निगमायुक्त श्री अभिषेक गहलोत, एसडीएम श्री संजीव पांडे, सुश्री कृतिका भीमावद, लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री श्री अनुराग सिंह, वरिष्ठ पंजीयक डॉ. अमरेश नायडू आदि अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर श्री सूर्यवंशी ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन की समीक्षा ने पाया कि हेल्पलाइन में शिकायतों के निराकरण में स्वास्थ्य विभाग द्वारा ठीक ढंग से कार्य नहीं किया जा रहा है। इस पर कलेक्टर द्वारा विभाग के संबंधित लिपिक को बुलवाकर शिकायतों निराकरण के निर्देश दिए गए। समीक्षा में तहसीलदार रतलाम ग्रामीण के द्वारा भी ठीक ढंग से निराकरण नहीं किए जाने पर कलेक्टर द्वारा सख्त असंतोष व्यक्त किया गया। ऊर्जा विभाग की शिकायतें भी ज्यादा संख्या में पाई गई। ऊर्जा विभाग की 364 शिकायतों के निराकरण के लिए सख्त रूप से निर्देशित किया गया। जनपदों में जावरा तथा आलोट की शिकायतें सबसे ज्यादा पाई गई, शहरी विकास अभिकरण अधिकारी को भी समय सीमा में शिकायत निवारण के लिए निर्देशित किया गया।
कलेक्टर द्वारा समीक्षा में बताया गया कि जिले की सड़कों पर ब्लैक स्पॉट की समस्या दूर करने के लिए संबंधित विभागों द्वारा ठोस कार्य नहीं किया जा रहा है। कलेक्टर ने ब्लैक स्पॉट निराकरण में अकर्मण्यता बरतने वाले अधिकारियों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। साथ ही विभागों को फटकार भी लगाई, उनमें एमपीआरडीसी विभाग शामिल है। पीडब्ल्यूडी कार्यपालन यंत्री ने बताया कि अब तक उनके द्वारा पांच ब्लैक स्पॉट देखें जाकर समस्या निराकरण के लिए ठोस कार्रवाई की जा रही है।
बैठक में अंतर विभागीय समन्वय पर भी चर्चा की गई। मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर ननावरे ने बताया कि जिले में 59 उप स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण के लिए कार्यवाही जारी है। बाजना में भडानखुर्द तथा धूलिया का माल मे भूमि आवंटित नहीं हो पाई है। जावरा के बिंनोली में भी भूमि की आवश्यकता है। हसन पालिया में भी भूमि संबंधी विवाद है। कलेक्टर द्वारा सैलाना, जावरा एसडीएम को भूमि आवंटन संबंधी कार्यों के निपटारे हेतु निर्देशित किया। कलेक्टर ने उन स्थानों पर भूमि उपलब्ध कराने के निर्देश दिए जहां कोई विवाद नहीं है। सीएमएचओ ने बताया कि 30 ग्रामों में उपस्वास्थ्य केंद्रों के लिए भूमि आवंटन क्लियर है परंतु 24 गांवों में भूमि सर्वे नंबर नहीं मिल रहे हैं। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के प्रति कलेक्टर द्वारा इस बात के लिए सख्त नाराजगी व्यक्त की गई कि उनके द्वारा अन्य विभागों से संवाद नहीं किया जाता है, इस कारण शासन के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों योजनाओं के क्रियान्वयन में गति नहीं आ पाती है। स्वास्थ्य विभाग की समस्याओं के निराकरण के लिए कलेक्टर ने अपर कलेक्टर श्री आर्य को विशेष रूप से पृथक से समीक्षा करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार स्वास्थ्य विभाग के संजीवनी क्लीनिक स्थापना पर भी समीक्षा की गई ।
बैठक में कृषि तथा उद्यानिकी विभाग के प्रकरणों में बैंक मंजूरी में ढिलाई बरतने पर जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक श्री दिलीप सेठिया के प्रति सख्त नाराजगी व्यक्त की गई, उनको कार्यप्रणाली में सुधार लाने के लिए निर्देशित किया गया। जनजातिय कार्य विभाग की समीक्षा के दौरान पाया गया कि जिले के महाविद्यालयों से विद्यार्थियों के उपस्थिति सत्यापन नहीं होने के कारण छात्रवृत्ति वितरण में देरी हो रही है। इस संबंध में कलेक्टर द्वारा महाविद्यालय नोडल अधिकारी डॉ. मिश्रा को त्वरित कार्रवाई के लिए निर्देशित किया। जल संसाधन विभाग के तालाब निर्माण हेतु ग्राम शेरपुर में भूमि आवंटन के संबंध में आवश्यक कार्रवाई के निर्देश जावरा एसडीएम को दिए गए।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के जल जीवन मिशन के तहत किए जाने वाले कार्यों से सड़कों का नुकसान नहीं हो, यह सुनिश्चित करने के निर्देश कार्यपालन यंत्री को दिए गए। कार्यपालन यंत्री ने बताया कि कई गांवों में योजनाओं का कार्य पूर्ण हो गया है वहां योजनाएं ग्राम पंचायतों को हैंडओवर नहीं हो पा रही है क्योंकि सरपंच लेने से इनकार करते हैं। इस संबंध में कलेक्टर द्वारा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को समन्वय के लिए निर्देशित किया।
कलेक्टर ने बैठक में सभी एसडीएम को निर्देशित किया कि किसी भी स्कूल से शिक्षक को अटैच नहीं किया जाए। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि आलोट एसडीएम ऑफिस में कई शिक्षकों को अटेच कर रखा है जिससे वहां शैक्षणिक गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। कलेक्टर ने आलोट एसडीएम को इस संबंध में निर्देशित किया कि शिक्षकों को तत्काल वहां से हटाया जाकर उनके स्कूल में भेजा जाए।
बैठक में कलेक्टर द्वारा सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की सर्वोच्च प्राथमिकता वाली योजनाओं पर कार्य में कोई भी ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उक्त योजनाओं में हितग्राहियों को समय सीमा में गुणवत्तायुक्त लाभ देना सुनिश्चित करें। किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं हो यह सुनिश्चित करें। आयुष विभाग के हेल्थ वैलनेस सेंटर निर्माण हेतु भूमि उपलब्धता के लिए अपर कलेक्टर को निर्देशित किया गया।
बैठक में अंतर विभागीय कई मुद्दे सामने आए कलेक्टर ने पाया कि अनेक विभागीय अधिकारियों द्वारा आपस में संवाद नहीं किया अथवा जिला स्तर पर जानकारी नहीं दी गई। कलेक्टर द्वारा नाराजगी व्यक्त करते हुए सख्ती से निर्देशित किया गया कि आगे से इस प्रकार की संवादहीनता अथवा अकर्मण्यता नहीं बरती जाए। जिले में कई विभागों में सेवानिवृत्त व्यक्तियों के पेंशन प्रकरण कार्यालय प्रमुखों द्वारा अटकाये जाने पर कलेक्टर ने सख्त नाराजगी व्यक्त की। इनमें शिक्षा विभाग, ट्राईबल विभाग शामिल है। कलेक्टर द्वारा अपर कलेक्टर को पेंशन प्रकरणों के निराकरण के संबंध में विशेष रूप से कार्य करने के लिए निर्देशित किया गया।
बैठक में कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग के दस्तक अभियान में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए सभी एसडीएम, जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों तथा नगरपालिका अधिकारियों को निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा दस्तक अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए ठीक से काम नहीं किया जा रहा है। कलेक्टर ने बैठक में बताया कि जिले में शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता के आयुष्मान कार्ड का निर्माण तेज गति से किया जा रहा है। इस संबंध में कलेक्टर ने बताया कि आयुष्मान कार्ड निर्माण के लिए जिले में बेहतरीन कार्य किया जा रहा है लेकिन अभी जो संख्या बची है वह भी एक निश्चित समय सीमा में पूरी कर ली जाए, इसके लिए युद्ध स्तर पर कार्य करें। जिला इस दिशा में एक उल्लेखनीय उपलब्धि अर्जित करने जा रहा है। कलेक्टर द्वारा अन्य विभागीय मुद्दों पर भी समीक्षा कर अधिकारियों का आवश्यक निर्देश दिए गए।