दौलत गोलानी
पथ संचलन में मीसाबंदी एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी योगेन्द्र भावसार तथा 78 वर्षीय आरएन चैरसिया ने भी भाग लेकर राष्ट्र प्रेम और धर्म जागरण का दिया संदेष
41 वर्षीय दिव्यांग आषीष सिंगार पिछले 20 वर्षों से पथ संचलन में हो रहे शामिल
पथ संचलन में स्वयं सेनिकों का जगह-जगह मातृ शक्तियों और छोटे-छोटे बच्चों ने भी पुष्प वर्षा कर किया स्वागत
झाबुआ। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ द्वारा राष्ट्र प्रेम और हिन्दू धर्म जागरण को लेकर 15 अक्टूबर, शनिवार को शहर की 6 बस्तीयांे में नगर चरैवेति पथ संचलन निकाला गया। जिसमें अपनी-अपनी बस्तीयों में स्वयं सैनिक निर्धारित गणवेष में ध्वज-दंड और घोष के साथ कदमताल करते हुए निकले। 6 बस्तीयों में हर आयु के सैकड़ों स्वयं सैनिकों की सहभागिता रहंीं। मुख्य रूप से पांचवी बस्ती टंट्या भील बस्ती में देश की आजादी से पूर्व जन्मे मीसाबंदी एवं स्वतंत्रता संग्राम सैनानी वरिष्ठ योगेन्द्र भावसार के साथ यहां 78 वर्षीय आरएन चैरसिया ने भी संघ के पथ संचलन में कदमताल किया। वहीं छटवीं बस्ती चन्द्रषेखर आजाद बस्ती में रातीतलाई क्षेत्र निवासी 41 वर्षीय दिव्यांग युवक आषीष सिंगार ने भी राष्ट्र प्रेम और धर्म जागरण का संदेष देते हुए पिछले 20 वर्षों से वह सत्त आरएसएस के पथ संचलन में शामिल हो रहे है। पथ संचलन का मुख्य रूप से जगह-जगह सामाजिक क्षेत्रांे से जुड़ी मातृ शक्तियों के साथ छोटे-छोटे बच्चों ने भी उत्साहपूर्वक स्वयं सैनिकों पर पुष्प वर्षा कर देषभक्ति का परिचय दिया।
ऐसे निकला पथ संचलन
पथ संचलन निर्धारित किए गए मार्ग अनुसार शहर की 6 बस्तियों में सभी स्वंयसेवक अपने-अपने बस्ती प्रमुखों के साथ निर्धारित तिथि, समय पर पूर्ण गणवेष एवं दंड के साथ उपस्थित हुए। दोपहर 2 बजे संत रविदास बस्ती का दिलीप गेट के पास मैदान से पथ संचलन आरंभ हुआ। जहां सर्वप्रथम भारत माता, आरएसएस के प्रथम सर संघ चालक श्री केषवराव बलिरामजी हेडगवार एवं परम् पूज्य गुरूजी श्री माधव सदाषिवराव गौलवलकरजी की तस्वीर पर माल्यार्पण आरएसएस के जिला सह-कार्यवाह भूषण व्यास ने माल्यार्पण कर बौद्धिक दिया। बाद यहां ध्वज वंदन के साथ पथ संचलन आरंभ हुआ, जो चेतन्य मार्ग, विजय स्तंभ तिराहा, बस स्टैंड फव्वारा चैक, सज्जन रोड़, न्यू टीचर्स काॅलोनी, सिद्धेष्वर काॅलोनी पर विराम हुआ। यहां दोपहर 2.30 बजे दूसरा पथ संचलन दूसरी बस्ती महाराणा प्रताप बस्ती का शासकीय बुनियादी स्कूल परिसर से शुरू हुआ। यहां बौद्धिक आरएसएस के मुख्य मार्ग और ग्रामीण कार्यवाह दिनेष ईटावदिया द्वारा दिया गया। यह पथ संचलन विवेकानंद काॅलोेनी, एलआईसी काॅलोनी सहित अन्य मार्गों से होते हुए लक्ष्मीनगर स्थित सद्गुरू गौषाला पर विराम हुआ। यहां से तीसरा पथ संचलन दोपहर 3 बजे महावीर बस्ती का लक्ष्मीनगर स्थित सद्गुरु गोशाला प्रांगण से आरंभ हुआ। यहां बौद्धिक आरएसएस के प्रांत कार्यवाह आदेष यादव ने दिया। यहां ध्वज प्राप्त करने के बाद स्वयं सैनिक कदमताल करते हुए अगले गंतव्य स्थल के लिए आगे बढे़, जो सरस्वती षिषु विद्य़ा मंदिर, सज्जन रोड़, बावड़ी गली, जगमोहनदास मार्ग, राजवाड़ा, लक्ष्मीबाई मार्ग, जैन मंदिर तिराहा, थांदला गेट, बाबेल चैराहा, सरदारभगतसिंह मार्ग से पुनः राजवाड़ा, काॅलेज मार्ग, मालीसेरी गली, भोज मार्ग होते हुए कालिका माता मंदिर प्रांगण पर संपन्न हुआ।
कालिका माता मंदिर प्रांगण से निकला चैथा संचलन
कालिका माता मंदिर से वीर शिवाजी बस्ती का चैथा पथ संचलन दोपहर 3.30 बजे घोष और ध्वज वंदन के साथ आरंभ हुआ, जो अपने निर्धारित मार्ग नेहरू मार्ग, बसंत काॅलोनी, आॅफिसर्स काॅलोनी होते हुए रातीतलाई स्कूल के बाहर संपन्न हुआ। यहां बौद्धिक आरएसएस के जिला बौद्धिक प्रमुख शुभम पंवार, पेटलावद ने दिया। पांचवे पथ संचलन के रूप में टंट्या भील बस्ती का सभी स्वयं सैनिक रातीतलाई स्कूल मैदान पर एकत्रित हुए। जहां बौद्धिक गिरीष नीरंजनी ने देते हुए हिन्दू समाज के एकीकरण एवं राष्ट्र प्रेम को प्रतिपादित किया। यह पथ संचलन राततीलाई से गोपाल काॅलोनी, मोजीपाड़ा होते हुए राजगढ़ नाका गरबा ग्राउंड पर संपन्न हुआ। छटवे एवं अंतिम पथ संचलन के रूप में यहां से चन्द्रषेखर आजाद बस्ती के पथ संचलन के पूर्व सभी स्वयं सेनिकों को बौद्धिक आरएसएस के द्वितीय जिला कार्यवाहक आकाष चैहान ने दिया। बाद यहां से सभी स्वयं सैनिक कदमताल करते हुए निर्धारित मार्ग राजगढ़ नाका, डीआरपी लाईन तिराहा, रामकृष्ण नगर, ेिकषनपुरी होते हुए अनास नदी के समीप पोस्ट मेट्रिक छात्रावास पर अंतिम विराम हुआ। जहां राष्ट्र-वंदना के बाद सभी स्वयं सेनिकों ने अपने-अपने गंतव्य स्थल की ओर प्रस्थान किया।
सामाजिक महासंघ एवं भारतीय स्त्री संगठन की मातृ शक्तियों ने किया स्वागत
पथ संचलन का सज्जन रोड़ पर मरी माता मंदिर के बाहर सामाजिक महासंघ की जिला महिला इकाई की ओर से श्रीमती चंचला सोनी, शीतल जादौन, अनिता चैहान आदि ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। वहीं राजगढ़ नाका पर भारतीय स्त्री संगठन की ओर से जिलाध्यक्ष प्रवीणा माथुर के नेतृत्व में अन्य मातृ शक्तियों ने बेनर लगाकर स्वागत किया। इसके अलावा राधा-कृष्ण मार्ग में बैरागी एवं सोनी परिवार तथा राजवाड़ा मित्र मंडल के साथ महाकालिका माता मंदिर के बाहर छोटे-छोटे बालक-बालिकाओं ने थाली में पुष्प लेकर सभी स्वयं सैनिकों पर वर्षा की। वहीं पथ संचलन में हिन्दू समाज के छोटे-छोटे बच्चों ने भी निर्धारित गणवेष में दंड हाथ में लेकर कदमताल करते हुए उत्साहपूर्वक सहभागिता की। विशेष रूप से लक्ष्मीनगर निवासी साढ़े 5 वर्षीय बालक यवनसिंह पंवार भी राष्ट्र प्रेम को प्रकट करते हुए शामिल हुए। पथ संचलन मंें सुरक्षा व्यवस्था तहसीलदार झाबुआ आषीष राठौर, एसडीओपी बबीता बामनिया, थाना प्रभारी सुरेन्द्रसिंह गाडरिया के नेतृत्व मंे दल-बल ने संभाली।