रतलाम में आका मौला ने दिया खुशहाली का आशीर्वाद, बोहरा समाजजन दीदार के लिए उमड़े

बोहरा समाज के 53 वें धर्मगुरु सैयदना आली कदर मुफद्दल सैफुद्दीन साहब शनिवार को रतलाम से सूरत के लिए रवाना हुए। उनके आगमन की जानकारी मिलते ही समाजजनों में उत्साह छा गया। सैयदना ने सभी को खुशहाली का आशीर्वाद दिया।

रतलाम । बोहरा समाज के 53 वें धर्मगुरु सैयदना आली कदर मुफद्दल सैफुद्दीन साहब शनिवार को रतलाम से सूरत के लिए रवाना हुए। उनके आगमन की जानकारी मिलते ही समाजजनों में उत्साह छा गया। समाजजन ने रेलवे स्टेशन परिसर में पुराने माल गोदाम क्षेत्र में 200 मीटर लंबा रैंप बनाया, जिस पर चलकर सैयदना ने सभी को खुशहाली का आशीर्वाद दिया।

गत 10 दिनों से राजस्थान दौरे के बाद सैयदना साहब मंदसौर से होकर शनिवार रात 9ः20 बजे ट्रेन के विशेष सैलून से रतलाम के पुराने माल गोदाम पहुंचे। उनके दीदार के लिए रेलवे स्टेशन पर शाम छह बजे से ही बोहरा समाजजन आने लग गए थे और रात आठ बजे तक पूरा परिसर खचाखच भर गया। बेरिकेडिंग कर बैठक व्यवस्था की गई। पूरे परिसर में आका मौला-आका मौला की गूंज लगती रही। हालिडे स्पेशल ट्रेन के सबसे आखिर में लगे विशेष सैलून में सैयदना साहब रात 9ः45 बजे सवार होकर सूरत के लिए रवाना हुए। इस दौरान धर्मगुरु ने कहा कि सब खुश रहें, आबाद रहें। जिस मुल्क में रहे, वफादारी से रहे। मैं रतलाम जल्द आऊंगा।

समाज के प्रवक्ता सलीम आरिफ ने बताया कि धर्मगुरु के आने व जाने के बाद तक सभी व्यवस्था बुरहानी गार्ड व शबाब कमेटी, तोलोबा कमेटी, पीआरओ कमेटी ने संभाली। आसपास के जिले से भी समाजजन आका मौला के दर्शन के लिए आए थे। रतलाम में दूसरी बार रेलवे क्षेत्र में धर्मगुरु सैयदना साहब ने समाजजनों को संबोधित किया।
बोहरा समाज के धर्मगुरु का नामली में स्वागत

नामली। बोहरा समाज के 53वें धर्मगुरु सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन राजस्थान के भिंडर से जावरा से नामली होकर रतलाम की ओर जाते वक्त नामली बायपास स्थित एक फार्म हाउस पर रुके। यहां बोहरा समाजजनों द्वारा उनका जोरदार स्वागत किया गया। इस अवसर पर नामली, सैलाना, खाचरौद, नागदा सहित आसपास क्षेत्र के बड़ी संख्या में बोहरा समाजजन उपस्थित थे