साइकिल रैली में अधिकारी चार पहिया वाहन से सीधे पहुंचे राजवाड़ा। स्कूली-छात्रावास के बच्चों और ट्रेनी नर्सों को गर्मी में चलवाया पैदल।
18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को रैली में शामिल करवाकर लगवाएं वोट देने के नारे ।
जिला मुख्यालय झाबुआ पर 12 अप्रेल, शुक्रवार को सुबह 9 बजे कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी प्रबल सिपाहा के निर्देष पर निकाली गई साइकिल रैली महज औपचारिकता बनकर रह गई। रैली में जिन अधिकारियों को साइकिल पर चलना था, वे सीधे अपने चार पहिया वाहनों से राजवाड़ा पहुंचे और स्कूली तथा छात्रावासों के बच्चों और ट्रेनी नर्सेस को गर्मी में धूप में साइकिल की बजाय पैदल चलवाकर उक्त कार्यक्रम की इतिश्री की गई। रैली में शामिल कई छात्र-छात्राएं ऐसे थे, जो कक्षा 9वीं, 10वीं के होकर मतदान करने के पात्र ही नहीं है, उनसे मतदान आवष्यक रूप से करने को लेकर जागरूकता के नारे लगवाएं गए।
साइकिल रैली का निर्धारित समय सुबह 8 बजे उत्कृष्ट उमा विद्यालय से रखा गया था, लेकिन बताया जाता है कि भीड़ नहीं जुटने के कारण एक घंटे देरी से 9 बजे रैली प्रारंभ हुई। जिसमें सबसे आगे वोट करने की अपील करते हुए लोडिंग रिक्शा चला। इसके पीछे महज 15-20 स्कूल-छात्रावास के विद्यार्थी ही थे, जो साइकिल पर थे, वह भी 18 वर्ष की उम्र से कम के, उनसे जब पूछा गया कि उन्हें यह साइकिल प्रशासन की ओर से उपलब्ध करवाई गई, तो कई छात्रों ने बताया कि वे अपने घर से साइकिल लेकर आए है। महज 10-12 साइकिलो के पीछे शासकीय कन्या उमा विद्यालय की कई 18 वर्ष से कम उम्र की छात्राएं अपने हाथों में मतदाता जागरूकता की तख्तीयां लेकर चली। इसके पीछे भीड़ नहीं जुटने पर ट्रेनी नर्सेस, जिन्हें भीड़ जुटाने के लिए आम तौर पर सभी प्रशा
सनिक कार्यक्रमों में हिस्सा बनाया जाता है, वह चल रहीं थी। इसके पीछे कोटवार और अंत में साइकिल की बजाय दो पहिया वाहनों पर पटवारी एवं अन्य कर्मचारीगण सम्मिलित हुए।
चूंकि इस साइकिल रैली में अधिकारी-कर्मचारियों को साइकिल पर सवार होकर मतदान जागरूकता का संदेष देना था, लेकिन शायद गर्मी को देखते हुए अधिकारियों ने अपने चार पहिया वाहन में चलना ही सेफ समझा और वह भी सज्जन रोड़ तक साइकिल रैली के पीछे चलते हुए बाद यहां से सीधे वाहनों से यू टर्न लेते हुए राजवाड़ा पर पहुंच गए। महज आधे घंटे के भीतर यह रैली मतदाता जागरूकता के नारे लगाते हुए राजवाड़ा पर पहुंच गई।
सामने टेंट की नहीं की व्यवस्था
उधर रैली में आने वाले स्कूली-छात्रावास के विद्यार्थियों, ट्रेनी नर्सेस और अन्य कर्मचारियों के लिए राजवाड़ा पर टेंट नहीं लगाया, अधिकारियों के लिए मंच पर टेंट लगा, लेकिन अन्यजनों को सामने धूप में ही बिठाया गया। यहां मतदाता जागरूकता की सभी को शपथ कलेक्टर प्रबल सिपाहा ने दिलवाई। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक विनीत जैन, जिला पंचायत सीईओ श्रीमती जमुना भिड़े, अपर कलेक्टर एसपीएस चौहान, एसडीएम झाबुआ केसी परते, तहसीलदार झाबुआ बीपी भिलाला, नगरपालिका सीएमओ एलएस डोडिया, जिला परियोजना समन्वयक श्री प्रजापति सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे। संचालन जयेन्द्र बैरागी ने किया एवं अंत में सभी को फ्रूट ज्यूस का वितरण समाजसेवी अजय रामावत की ओर से किया गया।