दौलत गोलानी व पियूष गादिया की रिपोर्ट
हनुमान जन्मोत्सव पर हनुमान मंदिरों में महाआरती एवं महाप्रसादी का हुआ भव्य आयोजन, प्रातः जन्मोत्सव आरती के बाद यज्ञ-हवन हुए संपन्न
झाबुआ। हनुमान जन्मोत्सव पर शहर के हनुमान मंदिरों में प्रातः जन्मोत्सव आरती बाद यज्ञ-हवन एवं सुंदर-कांड का आयोजन हुआ। दोपहर 12 बजे महाआरती का भव्य आयोजन किया गया। बाद महाप्रसादी (भंडारे) का हजारों भक्तों ने लाभ लिया। इस दौरान हनुमान मंदिरों में जय हनुमान एवं जय श्री राम के जयघोष भी गूंजायमान हुए।
शहर के श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर हनुमान टेकरी पर दो दिवसीय आयोजन में 18 अप्रेल, गुरूवार को सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक अखंड श्री राम नाम का जाप हुआ। बाद रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए। सुंदरकांड एवं रात्रि में जागरण किया गया। अगले दिन सुबह 6 बजे जन्मोत्सव आरती हुई। जिसका लाभ प्रफूल्ल पटेल एवं पिंटू पटेल परिवार ने लिया। मंदिर परिसर में पंचकुंडीय यज्ञ संपन्न हुआ। दोपहर 11.30 बजे से महाआरती एवं अन्नकूट प्रसादी की बोलियां लगाई। महाआरती की सर्वाधिक बोली लगाकर लाभ जीवन पडियार, हिमे (हैप्पी) पडियार परिवार ने लिया। वहीं अन्नकूट की सर्वाधिक बोली लक्ष्मीकांत सोनी एवं चंचला सोनी ने लगाकर लाभ प्राप्त किया। महाआरती में श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर सेवा समिति के सभी पदाधिकारी-सदस्य, युवा इकाई एवं महिला इकाई के सभी सदस्यगणां द्वारा बड़ी संख्या में हिस्सा लेने के साथ ही सैकड़ों की संख्या में भक्तजन शामिल हुए।
महाआरती बाद महाप्रसादी (अन्नकूट प्रसादी) का मंदिर परिसर में स्टॉल लगाकर सभी भक्तों को वितरित की गई। महाप्रसादी की व्यवस्था समिति की महिला इकाई ने संभाली। स्टॉल पर कतार में खड़े रहकर भक्तजनों ने महाप्रसादी प्राप्त की। महा प्रसादी ग्रहण करने के लिए पुरुषो ,महिलाओं व बच्चों की भीड़ दिन भर रही | इसके साथ ही साथ मुकेश कोठारी एंड टीम द्वारा भजनों के माध्यम से पूरा वातावरण धर्ममय कर दिया | यहां भंडारा शाम 6 बजे तक चला।
बालाजी धाम पर हजारों भक्तांं ने लिया दर्शन लाभ
इसी प्रकार कृषि विभाग के पीछे स्थित बालाजी धाम पर भी दो दिवसीय महोत्सव मनाया गया। यहां 18 अप्रेल को सुबह पंचकुंडीय यज्ञ का आयोजन हुआ। यज्ञ में 11 यजमान बैठे। बाद रात्रि 108 बार चमेली के तेल से श्री सिद्धपीठ बालाजी का अभिषेक किया गया। 19 अप्रेल को हनुमान जयंती पर सुबह 6 बजे जन्मोत्सव आरती हुई। बाद दोपहर 12 बजे महाआरती का आयोजन रखा गया। जिसमें सैकड़ों की संख्या में भक्तजन शामिल हुए। इस दौरान रतलाम के शर्मा एंड शर्मा ग्रुप द्वारा मंदिर परिसर में समधुर भजनों की प्रस्तुति दी गई। मंदिर परिसर में विाल भंडारा रखा गया, जो शाम करीब 6 बजे तक चलता रहा। सभी आयोजन यहां बालाजी धाम समिति एवं मातंगी पारमार्थिक ट्रस्ट द्वारा रखे गए। जिसमें विष सहयोग ट्रस्ट से जुड़े पदाधिकारियों में राके त्रिवेदी, हेमेन्द्र द्विवेदी, अमरी त्रिवेदी, अजय रामावत, पं. प्रदीप भट्ट, धर्मेन्द्र करन, अशाेक जैन (जीजा), योगेन्द्रसिंह भूरिया आदि का रहा।
महाप्रसादी प्राप्त करने के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतारे लगी
गैल तिराहे के समीप स्थित जेल बगीचा स्थित हनुमान मंदिर पर दो दिवसीय आयोजन में 18 अप्रेल को सत्त 24 घंटे रामायण पाठ किया गया। 19 अप्रेल को सुबह 6 बजे जन्मोत्सव आरती हुई। बाद हवन एवं सुंदरकांड का आयोजन दोपहर 12 बजे तक हुआ। दोपहर ठीक 12 बजे महाआरती हुई। इसके बाद मंदिर परिसर में महाप्रसादी प्राप्त करने के लिए भक्तों की लंबी-लंबी कतारे देखी गई। पंगत में बैठकर भक्तजनों ने महाप्रसादी प्राप्त की। सभी आयोजन जेल बगीचा हनुमान मंदिर सेवा समिति द्वारा किए गए। इसके साथ ही कॉलेज मार्ग स्थित अति प्राचीन बड़ा हनुमान मंदिर, राजवाड़ा पानी की टंकी के समीप स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर में भी हनुमान जन्मोत्सव पर जन्मोत्सव आरती के साथ विभिन्न धार्मिक आयोजन संपन्न हुए। रंगपुरा स्थित प्राचीन राम दरबार पर दोपहर 12 बजे आरती कर भंडारा (प्रसादी) रखी गई। जिसमे ंबड़ी संख्या में भक्तजनों ने ग्रहण किया।