जिला कलेक्टर प्रियंक मिश्र के निर्देशानुसार एवं महिला बाल विकास विभाग जिला कार्यकाम अधिकारी सुभाष जैन के मार्ग दर्शन में सखी वन स्टॉप सेंटर घार घरेलू हिंसा से पीडित महिलाओं के लिए एक छत के निचे सारी सुविधा उपलब्ध करवाता है, प्रशासक श्रीमती ज्योत्सनासिंह ठाकुर द्वारा बताया गया कि आने वाले सभी महिलाओं की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए जल्द जल्द कार्यवाही कर उसे उसका अधिकार व राहत पहुंचाने का प्रयास किया जाता है इसी कड़ी में विशेष दिवस 25.11. 2022 महिला के खिलाफ हिंसा उन्मूलन अंतर्राष्ट्रीय दिवस पर तीन प्रकरणों में काउंसिलिंग की गई, काउंसलर चेतना राठौर ने साझा किया तीनों ही प्रकरणों में समझाता होकर प्रार्थिया व उसके परिवार खुशी-खुशी अपने घर लक्ष्मीयों को लेकर लौटे
प्रकरण -1
एक उत्तरजीवी काल्पनिक नेहा पति अर्जुन दोनों की शादी लगभग दो वर्ष पूर्व अर्जुन से हिन्दु रिति रिवाज से हुई शादी के दो वर्ष तक तो सब कुछ अच्छा रहा लेकिन शादी के दो वर्ष बाद नेहा को अपने पति अर्जुन के दुसरी महिला से अवैध संबंध होने का पता चला। नेहा ने इसका विरोध किया। तो नेहा के पति ने गाली-गलौज एवं मारपीट करने गला नेहा ने अपने स्तर पर कई बार अपने पति एवं अन्य महिला को समझाने की कोशिश की लेकिन फिर भी दोनों आपस में बातचीत बंद नहीं कर रहे थे नेहा अपने पति की इन गलतीयों से प्रताडित होकर वन स्टॉप सेंटर धार में अपने पति अर्जुन के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई गई। और वन स्टॉप सेंटर में दोनों पक्षों की कम से कम दो बार काउंसलिंग की गई। काउंसलर चेतना राठौर ने नेहा के पति को समझाया गया कि तुम्हारी एक बेटी भी हैं और तुम्हारी पत्नी भी है तुम ऐसी गलती क्यों कर रहे हैं। दोनों पक्षों के परिवार के समक्ष दोनों की काउंसिलिंग की गई। नेहा के पति ने अपनी गलती मान ली और कहा कि मैने जो गलती कि है। उसे आगे से नही करूगा इस तरह से दोनों पक्षों में समझौता हो गया है। नेहा के पति ने कहा की में अपनी पत्नि एवं बेटी की जिम्मेदारी अच्छे से निभाउगा। इस तरह से वन स्टॉप सेंटर ने फिर से एक परिवार की खुशहाली लौट आई।
प्रकरण -2
एक उत्तरजीवी काल्पनिक अंजु पति मनिष दोनों की शादी लगभग पाँच वर्ष पूर्व हिन्दु रिति रिवाज से हुई शादी के कुछ दिनों तक महिला को उसके ससुराल वालों ने अच्छे से रखा। फिर आये दिन सास द्वारा छोटी 2 बातों पर लड़ाई करना, साने देना दहेज के लिए जनीन पैसे मांगकर प्रार्थिया को मानसिक रूप से परेशान किया जाता घर से बाहर कहीं भी जाने पर चरित्र शंका की जाती एवं अपशब्दों का इस्तेमाल कर प्रताड़ित किया जाता। शादी के तीन साल तक महिला को संतान ने होने पर उसे छोड़ कर दुसरी महिला से शादी करने के लिए महिला के पति ससुराल वालों के द्वारा भडकाया जाता। इस वजह से पति के द्वारा भी महिला के साथ मारपीट की जाती। चार साल बाद महिला ने एक बेटी को जन्म दिया तो ससुराल वालों के द्वारा कहा गया की यह बेटी उनकी नहीं है। अतः महिला एवं बेटी को उसके घर लेकर नही जायेंगें महिला ने परेशान होकर अपने पति एवं ससुराल वालों के विरोद्ध शिकायत दर्ज करवाई गई। वन स्टॉप सेंटर द्वारा दोनों पक्षों की काउंसिलिंग दो से तीन बार की गई। दोनों पक्षों को समझाईश दी गई एवं दोनों पक्षों का समझौता हो गया अपनी बेटी को अपना कर अपनी गलती स्वीकार कर महिला के पति महिला से माफी मांगी एवं भविष्य में वह अपनी पत्नि एवं बेटी को अच्छे से देखभाल करेगा।
प्रकरण -3
एक उत्तरजीवी काल्पनिक अनिता पति हिमांशु दोनों की शादी रितिरिवाज अनुसार परिवार की मर्जी से हुई शादी को लगभग तीन वर्ष हो चुके थे। इस विवाह से एक डेढ़ साल की बेटी भी है शादी के एक साल तक अच्छे से रखने के बाद पति व ससुराल वालों के द्वारा महिलाओं को मानसिक एवं शारिरिक प्रताड़ित किया जाना लगा मारपीट की जाने लगी। महिला ने कारण जानने की कोशिश की तो पता चला की पति के किसी अन्य लड़की से संबंध होने पति व ससुराल वालों के द्वारा प्रताडित किया जाता है। महिला को किसी प्रकार का जरूरत का सामान नहीं दिलवाया जाता है। बेटी की जरूरतों को पूरा नहीं किया जाता है। महिला का मायका छत्तीसगढ़ होने से जाने में सक्षम नहीं थी। अतः उसने सी.एम. हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज की गई। इस प्रकरण कि वन स्टॉप सेंटर धार पर कार्यवाही की गई दोनों पक्षों को परामर्श के लिये तीन से चार बार बुलवाया गया। दोनों पक्षों की समझाईश की गई समझाईश के बाद दोनों पक्षों में सुलह हो गई एवं सभी परिवार के साथ खुशी-खुशी से अपने परिवार के साथ चले गये।
जिला कलेक्टर प्रियंक मिश्र के निर्देशानुसार एवं महिला बाल विकास विभाग जिला कार्यकाम अधिकारी सुभाष जैन के मार्ग दर्शन में सखी वन स्टॉप सेंटर धार द्वारा भारत सरकार की योजना अन्तर्गत महिलाओं के प्रति सभी प्रकार की हिंसा व भेदभाव को समाप्त करने हेतु जागरूकता, महिलाओं की सुरक्षा, समग्र विकास और सशक्तिकरण सुनिश्चित करने हेतु दिनांक 25.11.2022 से 10.12.2022 तक अभियान का आयोजन किया जा रहा है। अभियान अन्तर्गत महिलाओं से जुड़े मुख्य बिन्दुओं जैसे महिलाओं का समग्र विकास सशक्तिकरण सुरक्षा, महिला हिंसा, स्वास्थ्य, पोषण, आर्थिक विकास, कौशल उन्नयन, डिजिटल साक्षरता, आदि विषयों पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। इसी कड़ी में महिलाओं के खिलाफ हिंसा उन्मूलन अंतर्राष्ट्री दिवस 25 नवम्बर 2022 पर आगनवाड़ी सेक्टर भवन ग्राम जेतपुरा में महिलाओं के साथ होने वाली हिंसा के बारे में वन स्टॉप सेंटर सखी धार द्वारा बताया गया, एवं वन स्टॉप सेंटर पर महिला हिंसा के खिलाफ होने वाली कार्यवाही से महिलाओं को अवगत कराया गया। ग्राम की महिलाओं के साथा हिंस, सी.एम. हेल्पलाइन 181 महिला हेल्पलाइन 1090 चाइल्ड हेल्पलाईन 1098 वरिष्ठ हेल्पलाइन 14567 एवं वन स्टॉप सेंटर हेल्पलाईन 07292-234056 के बारे में जानकारी दी गई। वन स्टॉप सेंटर प्रशासक श्रीमती ज्योत्सना सिंह ठाकुर द्वारा महिलाओं को बताया गया कि वह किसी भी प्रकार घरेलू हिंसा से अपने आप को कैसे सुरक्षित रख सकती है एवं सहायता हेतु वन स्टॉप सेंटर धार में आ सकती है। काउंसलर श्रीमती चेतना राठौर ने बताया कि सखी पन स्टॉप सेंटर किसी भी प्रकार की हिंसा से पीडित महिलाओं के लिए कैसे काम करता है, कौन सी सुविधाएँ महिलाओं को सखी वन स्टॉप सेंटर से प्राप्त हो सकती है। प्रचार प्रसार हेतु विभिन्न स्थानों पर पैम्पलेट लगाये गये जिससे हर वर्ग की महिला तक यह संदेश पहुंच सके।
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