जब से माननीय मोदी जी के नेतृत्व में सरकार बनी है तो जनजातियों का गौरव जगाया है- सांसद गुमानसिंह डामोर
क्षेत्रीय सांसद ने लोकसभा में वर्ष 2023 को मिलेट वर्ष घोषित करने की मांग उठाई ।
झाबुआ/रतलाम/आलीराजपुर। क्षेत्रीय सांसद गुमानसिंह डामोर पूरे संसदीय क्षेत्र के सर्वांिगण विकास के मुद्दो के साथ ही अंचल के सामाजिक परिवेश, संस्कृति एवं जनता से जुडे विभिन्न मुद्दो को लेकर संसद मे अपनी आवाज बुलंद कर सरकार के संज्ञान में मांगें रखते रहे है। इसी कडी मे सांसद श्री गुमानसिंह डामोर ने संसद के मौजूदा सत्र में भी वर्ष 2023 को मिलेट वर्ष घोषित करने की मांग लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला के माध्यम से सरकार के समक्ष प्रस्ताव के रूप में प्रस्तुत की है । श्री गुमानसिंह डामोर ने संसद में अपना वक्तव्य देते हुए कहा कि जब से माननीय मोदी जी के नेतृत्व में सरकार बनी है तो जनजातियों का गौरव जगाया है। उन्होने कहा कि हमारे स्वतंत्रता संग्राम में जनजातियों की बहुत बड़ी भूमिका थी। परंतु पूर्ववर्ती सरकारों ने उनको पूरी तरह से दफना दिया है।मैं यह कहना चाहता हूं कि हमारे भगवान बिरसा मुंडा का स्मारक हो, टांटिया भील का स्मारक हो, हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री परम आदरणीय मोदी जी ने राजस्थान के मानगढ़ में जाकर भील जनजाति का गौरव बढ़ाया है इस प्रकार से जो जनजाति समाज को सम्मान पूर्वक जीवन जीने का अवसर माननीय मोदी जी की सरकार ने दिया है। वह आज तक किसी को सरकार ने नहीं दिया चाहे वह प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना, प्रधानमंत्री योजना प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान कार्ड योजना हो जिसके कारण जनजाति समाज लाभान्वित हुआ है।
उन्होने आगे कहा कि मध्यप्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी धन्यवाद करना चाहता हूं कि उन्होंने मध्यप्रदेश में 15 नवंबर 2022 को माननीय महामहिम राष्ट्रपति की उपस्थिति में पैसा एक्ट लागू किया। पेसा एक्ट लागू करने के कारण आज मध्य प्रदेश का जनजाति समाज जल, जमीन और जंगल का मालिक बना हुआ है। श्री डामोर ने कहा कि मैं बिल का समर्थन करते हुए जो 12 जाती समूह को जनजाति में सम्मिलित किया उन्हें दोबारा बधाई देना चाहता हूं। उन्होने संसद मे बोलते हुए कहा कि एक ओर ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं कि जनजाति बहुल क्षेत्रों में धर्मांतरण एक बहुत बड़ी समस्या हो रही है तो इसके ऊपर भी तत्काल रोक लेगे।
श्री डामोर ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी का आभार व्यक्त करना चाहता हूं कि वर्ष 2023 को मिलेट वर्ष घोषित किया है । यह जो मिलेट है यह जनजाति क्षेत्रों में ही पैदा होता है जनजाति का मुख्य भोजन है तो आज पूरा विश्व मिलेट से परिचित होगा और इसका पूरा पूरा फायदा जनजाति समाज को मिलेगा ।
लोक सभा स्पीकर श्री बिरला ने आगामी वर्ष 2023 को मिलेट वर्ष घोषित करने के उनके प्रस्ताव को शासन द्वारा विचार करने के बारे आश्वस्त किया । श्री डामोर द्वारा जनजाति क्षेत्र की महत्वपूणर््ा एवं समय समय प्रस्तुत किये जाने वाले मुद्दो को उठाने को लेकर पूरे संसदीय क्षेत्र की जनता ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उनका धन्यवाद ज्ञापित किया है ।