प्रत्येक दिवस की यात्रा को दिया गया महापुरुषों अथवा सामाजिक, सांस्कृतिक नायक, नायिकाओं का नाम
रतलाम / मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की मंशानुसार रतलाम जिले में भी विकास यात्राओं का आयोजन 5 फरवरी संत रविदास जयंती से किया जा रहा है। कलेक्टर श्री नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी के निर्देशन में जिले की सभी जनपद पंचायतों का रूट चार्ट यात्रा हेतु तैयार कर लिया गया है। जिले में विकास यात्राओं का आयोजन उत्सवी माहौल में होगा। विकास की बात होगी। लोकार्पण शिलान्यास होंगे। हितग्राही अपनी सफलता की कहानी कहेंगे। नवीन हितग्राही लाभान्वित किए जाएंगे। यात्रा का ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।
प्रत्येक दिवस यात्रा को दिया गया एक विषेष नाम
जिले में विकास यात्राओं के आयोजन की एक खास बात यह है कि जनपदों मे विकास यात्रा के दौरान प्रत्येक दिवस यात्रा को एक विशेष नाम दिया गया है। हर एक दिन की यात्रा किसी देवी देवताओं, महापुरुषों अथवा सांस्कृतिक सामाजिक नायक नायिकाओं के नाम से जानी जाएगी। जनपद पंचायत सैलाना में 5 फरवरी से यात्रा प्रारम्भ होगी। 5 फरवरी की यात्रा को टंट्या मामा नाम दिया गया है। जो सैलाना के ग्राम आंबापाड़ा से प्रारंभ होकर बेडदा, टोरी, पिंडवारा, देवडूंगरा, जंबूडीया, कल्याणपुरा, मातर, गुडबेली, अल्काखेड़ा सेरा, बोरकाखेड़ा, चिराखाडन से होकर चंदेरा में समाप्त होगी। इसी प्रकार सैलाना जनपद क्षैत्र में 6 फरवरी को आयोजित यात्रा को एकलव्य यात्रा नाम दिया गया है। जो बेडदा से प्रारंभ होकर लूणी तक जाएगी।
इसी तरह राणापूंजा, बिरसा मुंडा, रानी दुर्गावती, द्रोण, अंबेडकर, सगस बावजी, भीमा नायक, शबरी माता, केवट, शंकर शाह, रघुनाथ शाह, सीता यात्रा, लक्ष्मण नायक तथा राजमोहिनी नाम से सैलाना जनपद क्षैत्र में विकास यात्राएं आयोजित की जाएंगी।
जनपद पंचायत सैलाना के 244 गांवो से होकर गुजरेगी विकास यात्रा
निर्धारित चार्ट के अनुसार जनपद पंचायत सैलाना के 244 गांवो से होकर विकास यात्रा गुजरेगी। प्रारंभिक तिथि 5 फरवरी को अांबापाड़ा से प्रारंभ होकर चंदेरा में समाप्त होगी। 6 फरवरी को बेडदा से प्रारंभ होकर लूणी में समाप्त होगी। 7 फरवरी को इंदरावल कला से सरवन, 8 फरवरी को भाटखेड़ी से गराड, 9 फरवरी को छायनी से कोठारिया, 10 फरवरी को खनकई से मोरझर, 11 फरवरी को बड़ीकला से करिया, 12 फरवरी को करिया से मकनपुरा, 13 फरवरी को बोरखेड़ा से नारायणगढ़, 14 फरवरी को बरड़ा से बाकी, 15 फरवरी को दौलतपुरा से लिमडीपड़ा, 16 फरवरी को दुमघाटा से सुंडी, 17 फरवरी को वजापूरा से कांग्सी, 18 फरवरी को कुंवरपाडा से ग्वालगढ़, 19 फरवरी को गेनी से पुनापाड़ा तक विकास यात्रा आयोजित की जाएगी।
जिले की जनपद पंचायत बाजना के 221 गांवों के लिए विकास यात्रा का रूट चार्ट तैयार किया गया है। बाजना जनपद में यात्रा का प्रारंभ 6 फरवरी को बाजना से होगा। इस दिवस बाजना से बरोठी तक यात्रा आयोजन किया जाएगा। 7 फरवरी को फतेहपुरिया से सूरज बडला, 8 फरवरी को हरियालखेड़ा से झमलापाडा, 9 फरवरी को कुंदनपुर से सालिया बड़ली, 10 फरवरी को पोनबट्टा से आंबापाड़ा कला, 13 फरवरी को भूतपाड़ा से बजरंगगढ़, 14 फरवरी को राजापुरा माताजी से कुपड़ा चरपोटा, 15 फरवरी को आमलीपाड़ा से बाकी, 16 फरवरी को छापरी डामर से मलवासी, 17 फरवरी को मोवडी का माल से भीमपुरा तथा 20 फरवरी को ग्राम घुंघड से आकड़ीया तक विकास यात्रा आयोजित की जाएगी।जनपद पंचायत बाजना क्षेत्र में आयोजित होने वाली विकास यात्राओं को महारानी अवंती बाई, मां संतोषी, केवट यात्रा, निषादराज यात्रा, शबरी यात्रा, माही, शहीद वीर बिरजू नायक, टंट्या मामा, बिरसा मुंडा ,एकलव्य आदि नाम दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विधायक श्री मकवाना के पिता के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त की
रतलाम / मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने रतलाम ग्रामीण विधायक श्री दिलीप मकवाना के पिता श्री अंबाराम मकवाना के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दे और परिवार को इस वज्रपात को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
बिजली उपभोक्ताओं को इस वर्ष दी जायेगी 22 हजार करोड़ रूपये की सब्सिडी
रतलाम / ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बताया है कि विगत वर्ष बिजली उपभोक्ताओं को 21 हजार 306 करोड़ रूपये की सब्सिडी दी गई थी। इस वर्ष यह राशि 22 हजार करोड़ से अधिक होना अपेक्षित है।
ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने बताया है कि अटल गृह ज्योति योजना में घरेलू उपभोक्ताओं को 100 यूनिट बिजली के उपयोग पर 654 रूपये के स्थान पर मात्र 100 रूपये का बिल दिया जा रहा है। शेष राशि राज्य शासन द्वारा सब्सिडी के रूप में दी जा रही है। योजना में लगभग 88 लाख बिजली उपभोक्ता प्रतिमाह लाभान्वित हो रहे हैं।
32 लाख 76 हजार कृषि उपभोक्ता हो रहे लाभान्वित
प्रदेश में 5 हॉर्स पॉवर तक के कृषि उपभोक्ताओं को 51 हजार 896 रूपये वार्षिक बिल के स्थान पर मात्र 3 हजार 750 रूपये का बिल दिया जा रहा है। यह कुल राशि का मात्र 7 प्रतिशत है। शेष राशि राज्य शासन द्वारा सब्सिडी के रूप में कम्पनियों को दी जा रही है। इसी तरह अनुसूचित-जाति एवं अनुसूचित-जनजाति के एक हेक्टेयर तक की भूमि वाले एवं 5 हॉर्स पॉवर भार के कृषि उपभोक्ताओें को नि:शुल्क बिजली दी जा रही है। इस योजना में लगभग 9 लाख 34 हजार उपभोक्ता प्रतिमाह लाभान्वित हो रहे हैं।