स्वास्थ्य विभाग:4 माह में छठी हड़ताल की तैयारी, डॉक्टर और एएनएम सहित जिले में करीब 550 से ज्यादा कर्मचारी नहीं करेंगे काम
रतलाम~~चुनावी साल में हड़ताल का दौर लगातार जारी है। स्वास्थ्य विभाग में अलग-अलग संगठन लगातार हड़ताल कर रहे हैं। अब 4 महीने में ही छठवीं बड़ी हड़ताल सामने आने वाली है। स्वास्थ्य विभाग के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी 18 अप्रैल से काम बंद कर देंगे।
इससे टीकाकरण, बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण, कार्यालयीन काम सहित अन्य पर असर आएगा। इधर, कर्मचारियों की माने तो इस बार अनिश्चितकाल के लिए ही हड़ताल पर बैठेंगे।
चुनावी साल चल रहा है, ऐसे में अपनी मांगों को पूरी करवाने की आस कर्मचारियों में है। स्वास्थ्य विभाग में सबसे पहले संविदा कर्मचारियों ने हड़ताल का बिगुल बजाया था। दिसंबर से ही हड़ताल शुरू कर दी थी, जोकि 19 दिन चली थी।
आश्वासन के बाद जनवरी में हड़ताल खत्म भी हो गई थी। लेकिन अब कर्मचारी दोबारा हड़ताल पर बैठ रहे हैं। संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ का कहना है कि पहले एक महीने में मांगे पूरी करने का आश्वासन मिला था, लेकिन अब तक कुछ भी नहीं हुआ है।
हड़ताल का दौर… लैब टेक्नीशियन की सबसे लंबी 27 दिन रही हड़ताल
1. लैब टेक्नीशियन : 13 जनवरी से हड़ताल पर बैठे। ग्रेड-पे 2800 से 4200 करना, लैब चलाने की अनुमति सहित अन्य मांगें थी। कर्मचारियों की हड़ताल 27 दिन चली। 2. संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी: 15 दिसंबर से हड़ताल शुरू की। जिले में 592 कर्मचारी हड़ताल पर बैठे। जांच के साथ ही सेवाएं भी प्रभावित हुईं। नियमितिकरण सहित अन्य मांगें थीं। 3 जनवरी से कर्मचारी काम पर लौटे। 3. सफाई कर्मचारी : सैलरी नहीं मिलने से नाराज जिला अस्पताल के सफाई कर्मचारी 29 दिसंबर को हड़ताल पर चले गए। 5 दिन कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया। जिले की आशा कार्यकर्ताओं की हड़ताल भी सामने आई है। 4. डॉक्टर : 17 फरवरी को डॉक्टरों ने हड़ताल कर दी। 3 घंटे के लिए काम पूरी तरह बंद रहा। ऐसे में कई लोगों को परेशान होना पड़ा। 16 फरवरी को 2 घंटे के लिए काम बंद रखा। 5. रेडियोग्राफर : फरवरी में ही रेडियोग्राफर ने भी एक दिनी हड़ताल कर अपनी मांगों को उठाया। कर्मचारियों की पदनाम बदलने, रेडिएशन जोखिम भत्ता सहित अन्य मांगें थीं।
कभी एक लोटा जल, तो कभी मेहंदी लगाकर प्रदर्शन
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल चर्चा का विषय रहती है। हड़ताल के दौरान कर्मचारी अलग-अलग तरीके से ध्यान आकर्षण करते हैं। हड़ताल में कभी शिवलिंग पर जल चढ़ाया तो कभी मेहंदी लगाकर प्रदर्शन किया था। अब दोबारा कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल की राह अपनाएंगे। एक-दो दिन में सीएमएचओ को सूचना दे दी जाएगी। 18 से हड़ताल शुरू होगी।
स्वास्थ्य कर्मचारियों की मांगें
- वर्षों से कार्यरत संविदा कर्मचारियों को निति बनाकर उनका नियमितिकरण करना।
- 5 जून 2018 की संविदा नीति लागू करना।
- योजनाओं में पद समाप्त कर निकाले गए कर्मचारियों की बहाली करना।
18 से हड़ताल करेंगे-
हड़ताल होना तय है। 18 से हड़ताल करेंगे, इसे लेकर एक-दो दिन में सीएमएचओ को लेटर देंगे। आश्वान पर पिछली बार हड़ताल खत्म की थी, लेकिन कोई फायदा नहीं मिला। – डॉ. तरूण गर्ग, जिलाध्यक्ष, संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ