पवित्र मन को भक्ति रस में सरोबार करना ही प्रभु की भक्ति है – स्वामी निर्मल चैतन्य पुरीजी महाराज*********
– प्रकाश प्रभु राठौड़ परिवार शहरवासियों को करा रहा निशुल्क महाकाल तीर्थ की यात्रा***
– सावन के दूसरे सोमवार को 15 बसों से 1500 श्रद्धालू हुए रवाना —-
रतलाम। भगवान की भक्ति सद्भाव, समरसता के साथ पावन पवित्र मन को भक्ति रस में सरोबार करना ही प्रभु की भक्ति है। मनुष्य शरीर को जब तक भगवत प्राप्त नहीं हो सकती है तब तक इस शरीर का कोई अस्तित्व नहीं है। सनातन धर्म वैदिक परंपराओं के साथ आगे बढ़ रहा है। आपस में सद्भाव, समरसता के साथ इस पवित्र मन को सफल करने, भक्ति रस में सरोबार करने का काम प्रकाश प्रभु राठौड़ का परिवार कर रहा है। भगवत प्राप्ति के लिए बाबा महाकालेश्वर तक भेजने वाले प्रकाश प्रभु राठौड़ से ज्यादा इनके पूर्वजों को नमन करता हूं। रतलाम में रहने वाले सभी प्राणी भगवान के भक्त बन एक सूत्र में रहकर आगे बढ़े यहीं बाबा महाकालेश्वर से प्रार्थना है। हमें पवित्र भक्ति को छोडऩा नहीं है।
उक्त विचार परम पूज्य स्वामी निर्मल चैतन्य पुरीजी महाराज ने रतलाम से उज्जैन महाकाल तीर्थ की यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं को काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में व्यक्त किए। रतलाम जिला पंचायत पूर्व अध्यक्ष प्रकाश प्रभु राठौड़ परिवार द्वारा सावन माह के प्रत्येक सावन सोमवार को रतलाम से उज्जैन महाकाल तीर्थ यात्रा शहरवासियों को निशुल्क कराई जा रही है। सावन माह के दूसरे सोमवार को परम पूज्य स्वामी निर्मल चैतन्य पुरीजी महाराज के आतिथ्य में यात्रा का शुभारंभ किया। स्वामी जी ने बस के आगे पूजा कर धर्मध्वजा लहराते हुए महाकाल तीर्थ के लिए बसों को रवाना किया। ढोल-ढमाकों के साथ आई शिवजी की सवारी…नंदी की सवारी, बम लहरी, शिव लहरी आदि महाकाल बाबा के भजनों पर थिरकते हुए श्रद्धालू बसों में सवार हुए। यात्रा में सबसे आगे डीजे बज रहा था तो पीछे लोडिंग वाहन पर भगवान भोलेनाथ की विशालकाय बड़ी प्रतिमा के साथ राठौड़ परिवार के प्रकाश प्रभु राठौड़ एवं समाजसेवी राजेश दवे सवार थे। पीछे चार पहिया वाहनों के साथ-साथ बसें चल रही थी। यात्रा काशी विश्वनाथ मंदिर सिविक सेंटर से लोकेंद्र टॉकीज, शहर सराय, आबकारी चौराहा, हाट की चौकी, गौशाला रोड, जैन स्कूल के पीछे से होकर बाजना बस स्टैंड, लक्कड़पीठा, चांदनी चौक, त्रिपोलिया गेट, रामगढ़, हरमाला रोड (फूल मंडी), कसारा ऊंकाला रोड होते हुए सालाखेड़ी से उज्जैन की ओर प्रस्थान किया। 15 बसों एवं चार पहिया वाहनों से 1500 श्रद्धालुओं को उज्जैन महाकालेश्वर की यात्रा पर ले जाया गया। यात्रा का शहर में अनेक स्थानों पर स्वागत किया गया है। यात्रा शुभारंभ अवसर पर कांग्रेस नेत्री कोमल धुर्वे, सनातन सोशल ग्रुप संयोजक मुन्नालाल शर्मा, जगदीश पहलवान, राजपूत समाज से राजेंद्र गोयल, विजयसिंह चौहान, गोपाल मजावदिया, जितेंद्र ठन्ना आदि बड़ी संख्या में भक्त मौजूद रहे।
बसों में गूंजता रहा हर-हर महादेव
बसों एवं चार पहिया वाहनों में सवार श्रद्धालुओं को बाबा महाकाल तीर्थ की यात्रा का उत्साह देखते ही बन रहा था। भोले की भक्ति में हर-हर महादेव, जय महाकाल के उद्घोष बसों में गुंजता रहा। यात्रा में श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो इसके लिए प्रत्येक बसों में महाकाल सेवक तैनात रहे। उज्जैन में बाबा महाकाल के दर्शन के बाद भजन संध्या का आयोजन किा गया। बाबा महाकाल का प्रभु राठौड़ के परिवार द्वारा 108 जगहों के जल से अभिषेक किया गया। भक्तों को गंगाजल, अभिमंत्रित रुद्राक्ष का वितरण राठौड़ परिवार की तरफ से किया गया। सावन के तीसरे सोमवार की यात्रा को लेकर मंगलवार से पंजीयन शुरू होगा।