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झाबुआ

आखिर क्यों ….केंद्रीय पुलिस कैंटीन से आमजनों को सामान देना किया गया बंद…….?

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झाबुआ – शहर के डीआरपी लाइन स्थित केंद्रीय पुलिस कैंटीन का शुभारंभ पुलिस महानिरीक्षक इंदौर जोन राकेश गुप्ता द्वारा किया गया था । जिसका उद्देश्य पुलिस परिवार के साथ-साथ आम जनों को भी रियायती दामो पर दैनिक जीवनचर्या में लगने वाला सामान उपलब्ध हो सके । संभवत पुलिस विभाग द्वारा इस हेतु जीएसटी नंबर भी लिया गया और विधिवत रूप से इसका संचालन भी किया जा रहा था । इस कैंटीन के प्रारंभ होने से रोज कमाकर खाने वाले लोगों को कई सामान रियायती दर पर मिलने से थोड़ी-थोड़ी बचत होने लगी थी विशेष रूप से झाबुआ के माधवपूरा क्षेत्र, किशुनपुरी, गढवाडा , मोजीपाड़ा के साथ-साथ उत्कृष्ट विद्यालय के सामने की ओर बस्ती के लोग के साथ साथ मध्यमवर्गीय परिवार भी दैनिक जीवन में लगने वाला सामान खरीदने के लिए इस पुलिस कैंटीन पर आने लगे थे । इस पुलिस कैंटीन पर कई ब्रांडेड कंपनियों का सामान रियायती दरों पर उपलब्ध हो रहा था । इस पुलिस कैंटीन से रियायती दर पर सामान उपलब्ध होने से गरीबजन को थोड़ी-थोड़ी बचत भी होने लगी थी । जो की एक जनहित का कार्य था । वही जब यह पुलिस केंटीन आमजनों के लिए खुला था तब दिन भर इस कैंटीन पर सामान खरीदने वालों की भीड़ लगी रहती थी और आज इस कैंटीन में विरानी नजर आ रही है । वही विगत कुछ दिनों पूर्व पुलिस विभाग ने इस कैंटीन को आमजनों के लिए अनायास ही बंद कर दिया, याने आमजनो को इस पुलिस कैंटीन से सामान देना बंद कर दिया । वर्तमान में इस कैंटीन पर सिर्फ पुलिस परिवार को ही सामान दिया जा रहा है जबकि इस पुलिस कैंटीन को आमजनों के लिए बंद करने के लिए शासन स्तर से कोई भी आदेश संभवत: पुलिस विभाग को नहीं दिया गया । फिर भी पुलिस विभाग के आला अधिकारियों ने इस जनहित के कार्य को , आमजनो के लिए बिना किसी ठोस कारण के बंद करना …..समझ से परे नजर आ रहा है । आखिर पुलिस विभाग के द्वारा किस आर्थिक लाभ को पूरा करने के लिए इस पुलिस कैंटीन को आमजनों के लिए बंद किया गया….. यह जांच का विषय है….। जबकि इस पुलिस कैंटीन से रियायती दरों पर गरीब जनों को सामान उपलब्ध हो रहा था और पुलिस विभाग को भी कुछ प्रतिशत तक लाभ भी हो रहा था जो कि पुलिस वेलफेयर के लिए उपयोग में आता । प्रश्न यह भी है कि आखिर क्यों पुलिस विभाग को इस जनहित के कार्य को बंद करना पड़ा । आखिर क्यों पुलिस विभाग को अपने ही विभाग के पुलिस महानिरीक्षक द्वारा शुभारंभ किए गए ,इस कैंटीन का विरोध करना पड रहा है । । आखिर क्यों …केंद्रीय पुलिस कैंटीन से आमजनों को सामान देना बंद किया गया , जबकि यह एक जनहित का कार्य है ।

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