भील समाज सुधार संघ ने दहेज दापा कम करने का लिया संकल्प
कई गांव के तड़वीयो एवं प्रमुख कार्यकर्ताओं ने दी सहमति
झाबुआ आदिवासी समाज में बढ़ते दहेज दापे को लेकर ग्राम फुलमाल स्थित बिहार धाम में ग्राम फूलमाल सहित आसपास के कई ग्रामों के ग्राम प्रमुख (तडवियों), जन प्रतिनिधियों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में लड़को के परिवार से लिए जाने वाला दापा कम लेने एवं विवाह समारोह में मांस, मदिरा, डीजे पर प्रतिबंध लगाने पर सहमति व्यक्त करते इस दिशा मै कार्य करने का संकल्प लिया इस संबंध में जानकारी देते हुए भील समाज के प्रमुख समाज सेवी रतन भगत कर डावद ने बताया कि हमारे भील समाज में इस समय दहेज दापा को लेकर बहुत विचारणीय स्थिति बन गई है तथा दहेज की राशि दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही जो अब 5 से 6लाख रुपए तक हो गयी तथा शराब डीजे,एवं खान पान में हजारों रुपए व्यर्थ खर्च किए जा रहे हैं जिससे हमारा गरीब आदिवासी वर्ग का व्यक्ति निरंतर कर्ज में डूबता जा रहा है जो बहुत चिंता का विषय है इस गभीर समस्याओं को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक जिला दहेज सलाहकार मंडल के पूर्व अध्यक्ष यशवंत भंडारी के मुख्यआथित्य मै आयोजित की गई बैठक की अध्यक्षता ग्राम पंचायत झरनिया के सरपंच कलसिंग गमार ने की
बैठक को संबोधित करते हुए श्री भंडारी ने कहा कि हमारे आदिवासी समाज में इस समय जो दहेज दापा एवं एवं शराब डीजे तथा खानपान में जो लाखों रुपए खर्च के किया जा रहे हैं जो एक चिंता का विषय है दहेज लेना और दहेज देना दोनों ही समाज के लिए हितकारी नहीं है सनातन समाज में कन्या दान करना बहुत बड़ा पुण्य का कार्य माना गया है पर आदिवासी समाज मै कन्या पक्ष को दापा लेने की परम्परा है , लड़की के विवाह मै अधिक दहेज देने के कारण शादी के बाद ससुराल पक्ष में भी लड़की की स्थिति बहुत ही दयनीय हो जाती है तथा कई बार उसे विवाह के तत्काल बाद ही मजदूरी करने अन्य स्थान पर भेज दिया जाता है जो उसके वैवाहिक जीवन के साथ अन्याय करने के समान है आज पूरा देश शिक्षा के क्षेत्र में कृषि के क्षेत्र में आय के क्षेत्र में बहुत आगे बढ़ रहा है ऐसी स्थिति में आप सबको मिलकर इस प्रथा पर अंकुश लगाना ही होगा आप सब के ग्राम के प्रमुख है आपके सहमति पर ही दोनों पक्षों मै विवाह आदि सामाजिक कार्य संपादित होते हैं अब आपके द्वारा आगे आकर इस कुरीति को दूर करने मै सहयोग करने पर ही दहेज दापा कम हो सकता है तथा शराब एवं खानपान के खर्चो पर नियंत्रण लग सकता है,
इस संबंध मै बैठक मै उपस्थित कई सदस्यों ने आपने विचार प्रकट करते हुए दापा कम करने, शराब, मांस के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने पर अपनी सहमति व्यक्त की विचार व्यक्त करने के पश्चात
बैठक मै उपस्तिथ सभी समाज प्रमुखो (तड़वियों )ने आपसी विचार विमर्श कर निर्णय लिए की आने वाले समय मै लड़की का दापा किसी भी स्थति मै एक लाख रूपये से अधिक नहीं होगा, विवाह समारोह मै शराब, मांस एवं डीजे पर पूर्ण प्रतिबंध होगा,, लड़की को एक किलो चांदी के ज़ेवर दिए जायेगे, इसी तरह तड़वी के1500रु.धार के200रु., तड़वन के200रु.भंजगड़िये के5000रु सासु के1000रु फेरे के 2000रु.से अधिक नहीं दिए जाने पर भी सहमति व्यक्त की गईं तथा किसी भी विवाद का निपटारा भील पंचायत मै ही दोनों पक्षों की सहमति किया जाय
बैठक मै फुलमल तड़वी भिला भाई डामोर, करदाबद बड़ी का तड़वी खेलसिगभाई डामोर, करडावद छोटी का तड़वी रमेश भाई डामोर, झरनिया तड़वी केगु भाई गमार झेर का तड़वी मकना भाई,काकडकुआँ तड़वी रुपला भाई, मिंडल तड़वी कालू भाई, प्रेमचंद महाराज, समाज सेवी दिता भाई डामोर, कमता भाई, रामु भाई,मुन्ना भाई गणावा, कलसिंग भाई डामोर, के साथ बड़ी संख्या मै आदिवासी समाज जन उपस्थित थे, आभार फूलमाल पैसा समिति के अध्यक्ष प्रताप डामोर ने माना, ग्राम कोटवार दिलीप डामोर का सराहनीय
सहयोग रहा