समाज की सेवा का संदेश देकर साईं ने आत्मा को जागृत करने का अभियान चलाया- अनिल भट्ट ।
सत्यसाई आराधना दिवस पर एमसीएच हास्पीटल में समिति द्वारा की गई नारायण सेंवा
रतलाम । श्री सत्यसाईं बाबा की 13वीं पुण्य तिथि पर बुधवार को शासकीय मातृ एवं शिशु कल्याण चिकित्सालय एवं बाल चिकित्सालय में श्री सत्य साईं आराधना महोत्सव के तहत नारायण सेवा, जल सेवा, के साथ ही अस्पताल में भरती बच्चों, महिलाओं एवं उनके परिजनों को स्वादिष्ट दलिया एवं बिस्कीट पैकेट्स का वितरण श्री सत्यसाई विद्या विहार रतलाम की प्राचार्या श्रीमती सुुजाता आप्टे, एवं श्री सत्यसाई संगठन के जिलाध्यक्ष अनिल भट्ट के मुख्य आतिथ्य में वितरण किया गया वही एक गरीब महिला कों अन्न कलश के तहत एक माह के राशन का पैकेट वितरित किया गया ।
समिति के श्री संदीप दलवी ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रारंभ मे वैदिक मत्रोच्चार के बाद मानव सेवा माधव सेवा का अनुसरण करते हुए दरिद्र नारायणो को पर्याप्त दलिया एवं खाद्य सामग्री वितरित की गई । उन्होने बताया कि सम्मान पूर्वक गरीब असहाय लोगों भर सामग्री वितरित की गई । नारायण सेवा एवं जल सेवा के कार्य में अनिल भट्ट, राजेन्द्रकुमार सोनी, हनुमंत रत्नपारखे, रमेश मालवीय, संदीप दलवी, दीपक जय, सोम्स पंवार के साथ ही महिलाओं में श्रीमती सुजाता आप्टे प्राचार्या श्री सत्यसाई विद्या विहार,श्रीमती मंगलेश्वरी जोशी, प्रीति जय, श्रीमती शिवकुमारी सोनी, विनिता सोनी कुमारी वान्या सोनी ने सेवा कार्य में सराहनीय भूमिका का निर्वाह किया ।
कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे श्री सत्यसाईं संगठन के जिला संयोजक अनिल भट्ट ने बताया कि युग अवतार श्री सत्य साईं बाबा ने अपने 99 वर्षो के मानवीय जीवन अवधि में हमे निःस्वार्थ एवं सच्चे प्रेम की शिक्षा दी। उन्होंने श्रद्धा एवं भक्ति की अमर ज्योति जलाकर मानव मन को आलोकित किया। श्री सत्यसाईं बाबा विश्व बंधुत्व स्थापित करने के लिए सदैव कार्यरत रहे। समाज की सेवा का संदेश देकर साईं ने आत्मा को जागृत करने का अभियान चलाया। श्री सत्यसाई बाबा ने कहा है कि मानव सेवा ही माधव सेवा है। भगवान श्री सत्य साईं बाबा प्रकाश पुंज थे, उन्होंने प्रेम के धर्म का पाठ पढ़ाया। एक महान शिक्षक के रूप में उन्होंने धर्म, मानवता और ह्दय की भाषा का पाठ पढ़ाया। मानव सेवा से मन में शांति का बोध होता है।
इस अवसर पर प्राचार्य श्रीमती सुजाता आप्टे ने कहा कि उनकी शिक्षाएँ सार्वभौमिक हैं और धार्मिक पृष्ठभूमि, आस्था और संस्कृति की परवाह किए बिना कोई भी उनका अनुसरण कर सकता है। 24 अप्रैल वह दिन है जब युग के अवतार ने महासमाधि ली थी। इस दिन को भक्तों द्वारा सत्यसाईं आराधना दिवस के रूप में मनाया जाता है।
श्री सत्यसाई बाबा के 13 वें आराधना दिवस के अवसर पर रेल्वे कालोनी स्थित श्री सत्यसाई मंदिर में सायंकाल 4 बजे से रात्री 9.30 बजे तक 99 सर्वधर्म भजनों का आयोजन किया गया जिसमें बडी संख्या में पुरूष एवं महिला साई भक्तों ने सहभागिता की तथा श्री सत्यसाई बाबा चित्र के समक्ष उनके चरणों में पुष्पाजंलि अर्पित करके उनका स्मरण कर उनके बताये मानव सेवा के संकल्प को पूरा करने का सामुहिक संकल्प भी लिया । अन्त में महामंगल आरती राजेन्द्र सोनी ने उतारी एवं प्रसादी वितरण के साथ ही आराधना दिवस के कार्यक्रम का समापन किया गया ।