जल गंगा संवर्धन अभियान का जिले में प्रभावी क्रियान्वयन
17 करोड़ से अधिक लागत के नवीन जल संवर्धन कार्य किए जाएंगे
रतलाम / मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा अनुसार रतलाम जिले में कलेक्टर श्री राजेश बाथम के निर्देशन में जल गंगा संवर्धन अभियान का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। इस अभियान के अंतर्गत जिले में 17 करोड़ 50 लाख रुपए लागत के 3428 जल संरक्षण एवं जल संवर्धन के नवीन कार्य किए जा रहे हैं। इसके साथ ही 3 करोड़ 68 लाख रुपए लागत के 292 जीर्णोद्धार कार्य हाथ में लिए गए हैं।
अभियान के नोडल अधिकारी तथा जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री शृंगार श्रीवास्तव ने बताया कि विगत 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस से अभियान के प्रारंभ से लेकर अब तक जिले में जल संरक्षण के विधिक कार्य किए जा रहे हैं। अभियान के अंतर्गत जल संरक्षण तथा जल संवर्धन के लिए जनजागरूकता जनसहभागीता और जनजागरण का अलख गांव-गांव, शहर-शहर में जगाया गया है। वर्षाकाल के दौरान व्यापक पैमाने पर वृक्षारोपण की तैयारी की गई है। निर्धारित कार्य योजना के अनुसार जिले के ग्रामीण क्षेत्र में 479 नवीन कार्य हाथ में लिए गए हैं जिनकी लागत 1670 लाख रुपए है। इसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्र में 119 जीर्णोद्धार कार्य हाथ में लिए गए हैं। ग्रामीण क्षेत्र के नवीन जल संरक्षण कार्यो में 61 तालाब निर्माण तथा तालाब गहरीकरण 15 चेकडैम, स्टॉप डैम निर्माण, 69 खेत तालाब निर्माण, 23 गाबियन संरचना, 27 गली प्लग, 45 कुआ बावड़ी, 34 परकोल्ोशन टैंक, 72 एरिचार्ज किट शामिल है। इसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्र में जीर्णोद्धार कार्य के अंतर्गत 88 तालाबों के निर्माण अथवा गहरीकरण 81 चेक डैम, जीर्णोद्धार कार्य सम्मिलित है।
जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत जिले के नगरीय क्षेत्र में भी 79 लाख रुपए के 2950 नवीन कार्य तथा 76.42 लाख रुपए लागत के 173 जीर्णोद्धार कार्य भी हाथ में लिए गए हैं। जल संवर्धन अभियान के अंतर्गत जिले में जनजागरण, रलियां, कलश यात्राएं, नुक्कड़ सभाएं, निबंध, चित्रकला प्रतियोगिताओं का आयोजन करके वातावरण निर्माण किया जा रहा है। इसके साथ ही सामूहिक श्रमदान द्वारा तालाबों, बावड़ियों, नदियों तथा अन्य जल स्रोतों का संरक्षण एवं पुनरुद्धार के सामूहिक प्रयास किए जा रहे हैं जिनमें जनप्रतिनिधियों से लेकर शासकीय अमला जनअभियान परिषद के कार्यकर्ता पदाधिकारी, समाजसेवी, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि, शहरी ग्रामीण सभी वर्गों के व्यक्ति सम्मिलित हो रहे हैं।
हाथीखाना व दो मुंह की बावड़ी की हुई साफ-सफाई
रतलाम / पानी का महत्व रेगिस्तान के लोगो से अधिक कौन जान सकता है, रेगिस्तान में पानी का महत्व इतना है कि उसकी एक-एक बूॅंद बचाने भरपुर प्रयास किया जाता है, क्योंकि जल के बिना जीवन की कल्पना मुश्किल है। यह बात निगम अध्यक्ष माननीय श्रीमती मनीषा शर्मा ने हाथीखाना राजपूत धर्मशाला के सामने स्थित मोती कुंज व नगर निगम तिराहे स्थित दो मुंह की बावड़ी की सफाई व पौधा रोपण के दौरान कही।
उन्होने कहा कि आज गांव व शहरों में सरकारी जल प्रदाय योजनाओं से घर बैठे ही जल प्राप्त हो रहा है वह भी नाम मात्र के मूल्य पर और बिना किसी कठिनाई के इसलिये पानी के महत्व को नहीं समझा जाकर बर्बाद किया जा रहा है। नागरिकों को पानी का महत्व समझते हुए जल की बचत करना होगी साथ ही हमारे प्राचीन जल स्त्रोत कुएं, बावड़ी, तालाब जो कि पूजनीय है उन्हे भी सहेजना होगा।
क्षेत्रिय पार्षद श्रीमती हीना उत्सव मेहता ने कहा कि वर्तमान में भीषण गर्मी प्रकृति का संदेश है कि हम जल व पर्यावरण का संरक्षण करें। आज नहीं जागे तो बहुत देर हो जायेगी, इसलिये नागरिक पेयजल का उपयोग मितव्ययिता से करें व कम से कम एक पौधा अवश्य लगाएं। निगम अध्यक्ष श्रीमती मनीषा शर्मा, पार्षद श्रीमती हीना मेहता, श्री हार्दिक मेहता, श्री अपित, श्री आशीष जैन, श्री चमन मारू, श्री पंकज, अमरेशवर महादेव मंदिर समिति के पदाधिकारी, निगम अधिकारी श्री जी.के. जायसवाल, श्री सुहास पंडित, श्री अनवर कुरेशी, श्री बी.एल. चौधरी, श्रीए.पी. सिंह, कार्यालय अधीक्षक श्री गोपाल झालीवाल, उपयंत्री, झोन प्रभारी सहित निगम कर्मचारी तथा नागरिकों ने बावड़ियों की सफाई के कार्य में श्रमदान किया साथ ही अमरेश्वर महादेव मंदिर परिसर में पौधा रोपण किया।
जल गंगा सवंर्धन अभियान के तहत आज होगी बावड़ी की साफ-सफाई
रतलाम / 5 से 16 जून तक चलाये जाने वाले जल गंगा सवंर्धन अभियान के तहत 14 जून को वार्ड क्रमांक 42 स्थित भोयरा बावड़ी की साफ-सफाई, 15 जून को वार्ड क्रमांक 33 शास्त्री नगर बगीचे में स्थित बावड़ी की साफ-सफाई, 16 जून को वार्ड क्रमांक 36 कालिका माता परिसर स्थित झाली तालाब की साफ-सफाई, वार्ड क्रमांक 9 बड़बड़ स्थित हनुमान ताल की साफ-सफाई तथा अभियान के तहत आयोजित प्रतियोगिताओं के विजेताओं को नगर निगम सभागृह में पुरस्कृत किया जायेगा।