मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किसान कल्याण योजना की किस्त का अंतरण किसानों के खातों में किया
रतलाम जिले के डेढ़ लाख से अधिक किसानों के साथ लाडली बहनें, उज्जवला तथा सामाजिक सुरक्षा हितग्राही भी लाभान्वित
रतलाम / मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को राज्य स्तरीय कार्यक्रम द्वारा प्रदेश के किसानों के बैंक खातों में मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना की किस्त का अंतरण किया। इस अवसर पर रतलाम जिले के 1 लाख 74 हजार 711 किसान लाभान्वित हुए इसके साथ ही मुख्यमंत्री द्वारा मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना की राशि भी बहनों के बैंक खातों में अंतरित की गई।
रतलाम जिले की 2 लाख 54 हजार 617 बहनों के बैंक खातों में 30 करोड़ 39 लाख 82 हजार रुपए अंतरित किए गए। इसके अलावा प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के अंतर्गत जिल्ो की 45 हजार 266 महिलाओं के बैंक खातों में 77 लाख 84 हजार अनुदान राशि तथा सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के अंतर्गत 1 लाख 7 हजार पेंशनर हितग्राहियों के खातों में 6 करोड़ 37 लाख से अधिक राशि मुख्यमंत्री द्वारा अंतरित की गई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के उद्बोधन का सीधा प्रसारण देखा सुना गया।
रतलाम मुख्यालय पर जिला स्तरीय कार्यक्रम में कलेक्टर श्री राजेश बाथम, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास श्री रजनीश सिन्हा, उपसंचालक सामाजिक न्याय श्रीमती संध्या शर्मा, उपसंचालक कृषि श्रीमती नीलम सिंह चौहान तथा हितग्राही आदि उपस्थित रहे। रतलाम जिले में राज्य स्तरीय कार्यक्रम वेबकास्ट लिंक के माध्यम से देखा सुना गया।
हब अन्तर्गत् तृतीय सप्ताह ’भारतीय न्याय संहिता’ पर आयोजन सम्पन्न
साथ ही बालक, बालिका और माता-पिता के बीच संवाद पर दिया जोर
रतलाम। जिला रतलाम अन्तर्गत् भारत शासन के दिशा निर्देश अनुसार जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री रजनीश सिन्हा के मार्गदर्शन और नोडल अधिकारी सहायक संचालक अंकिता पण्ड्या के नेतृत्व में महिला बाल विकास के अमले और वनस्टॉप सेण्टर रतलाम और जावरा द्वारा 01 जुलाई से 05 जुलाई तक हब अन्तर्गत् तृतीय सप्ताह की थीम ’भारतीय न्याय संहिता’ पर शासकीय कन्या महाविद्यालय रतलाम, महिला आईटीआई रतलाम, शा. महारानी लक्ष्मीबाई कन्या उमावि, शा. नवीन कन्या उमावि, कन्या शाला सैलाना, बरखेड़ाकला थाना आलोट, सरस्वती विद्या मंदिर उमावि जावरा, शा. कन्या स्कूल बाजना, विभिन्न ऑंगनवाड़ी केन्द्रों पर समझाईश दी गई। महिलाओं और बालिकाओं द्वारा पूर्ण उत्साह और जिज्ञासा के साथ ’भारतीय न्याय संहिता’ के बारे में समझा गया। 03 नये कानून के बारे में समझाया गया।
महिला आईटीआई रतलाम की हिन्दी स्टेनोग्राफी ट्रेड की पूर्व में छात्रा रही महिला बाल विकास की लिपिक श्रीमती यशोदाकुंवर राजावत से रूबरू होने में बालिकाओं का आत्मनिर्भर होने का मनोबल बढ़ा। श्रीमती यशोदा द्वारा बालिकाओं को आत्मनिर्भर होने का संदेश दिया, साथ ही अपने माता-पिता से अपने मन की सभी बातें सांझा करने की सलाह दी। साथ ही महिला आईटीआई के प्राचार्य श्री ए.के. श्रीवास्तव के चरण स्पर्श कर शिक्षक सम्मान की पहल की एवं बालक बालिकाओं से शिक्षक सम्मान और अपनी समस्याओं को शिक्षकों से सांझा करने हेतु अपना उद्बोधन दिया। जब बालिका ने अपनी ही आईटीआई की बालिका यशोदा को उद्बोधन देते हुए देखा तो बालिकाएं भाव विभोर हो गई और आत्मनिर्भर होने हेतु दृढ-संकल्पित हुई।
आयोजन में मुख्य रूप से वनस्टॉप सेण्टर रतलाम की कुमारी माया, कल्पना योगी, रूपा देवड़ा, नीता परिहार, वनस्टॉप सेण्टर जावरा से कुमारी अनिता वाडेल, कुमारी मोनिका कश्यप, महिला बाल विकास के पर्यवेक्षकों, कन्या महाविद्यालय और शा. स्कूलों के प्राचार्यों का सराहनीय योगदान रहा।