संभागीय संयुक्त संचालक ने किया बाल संप्रेषण गृह का निरीक्षण
रतलाम 11 जुलाई 2024/ उज्जैन संभाग संयुक्त संचालक महिला बाल विकास श्री एम.एल. करनवाल ने बुधवार को बाल संप्रेषण गृह का निरीक्षण किया। इस दौरान 10 बच्चे निवासरत थे। संयुक्त संचालक ने बालकों की दिनचर्या जानी बच्चों से चर्चा की, कक्षा अवलोकन किया। नाश्ता, भोजन की गुणवत्ता पर संतोष व्यक्ति किया उन्होंने वृक्षारोपण भी किया। इस दौरान जिला अधिकारी श्री रजनीश सिन्हा, सुश्री अंकिता पंड्या, श्री एच.एस. अरोड़ा आदि उपस्थित थे।
विश्व जनसंख्या दिवस पर जागरूकता रैली निकाली गई
जावरा एवं सैलाना में भी निकली जागरूकता रैली
रतलाम 11 जुलाई 2024/ रतलाम जिले में जनसंख्या स्थिरता माह आयोजन 11 जुलाई से 11 अगस्त के मध्य किया जा रहा है। अभियान के दौरान इच्छुक दंपतियों को उनकी इच्छा अनुसार परिवार कल्याण कार्यक्रम अंतर्गत सेवाएं प्रदान की जाना है। जनसंख्या स्थिरता माह के अंतर्गत इस वर्ष की थीम “दो बच्चों के बीच अंतर रखने “पर आधारित है। इस वर्ष अभियान का नारा “विकसित भारत की नई पहचान, परिवार नियोजन हर दंपति की शान” है ।
कार्यक्रम की जन जागरूकता के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आनंद चंदेलकर, डॉक्टर वर्षा कुरील, डीपीएम डॉ. अजहर अली, एपीएम श्रीमती हीना मकरानी, मीडिया अधिकारी श्री आशीष चौरसिया, डिप्टी मीडिया अधिकारी सरला वर्मा, पीएसआई की सिटी मैनेजर भारती रावत, श्री शरद शुक्ला, डॉ. गौरव बोरीवाल, श्री हेमंत मकवाना आदि ने रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली जिला चिकित्सालय से प्रारंभ होकर नाहरपुरा होते हुए रानीजी का मंदिर, लोकेंद्र टॉकीज होकर जिला चिकित्सालय पर समाप्त हुई। रैली के दौरान माईकिंग द्वारा परिवार कल्याण के स्थाई साधन एवं अस्थाई साधन के बारे में जानकारी प्रसारित की गई।
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डॉ. चंदेलकर ने बताया कि परिवार कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत स्थाई साधन के रूप में प्रसव पश्चात नसबंदी कराने पर 3000 रूपए की राशि, पुरुष नसबंदी कराने पर 3000 रूपए की राशि, सामान्य महिला नसबंदी कराने पर 2000 रूपए की राशि प्रदान की जाती है। अस्थाई साधन के रूप में अंतरा इंजेक्शन एक महत्वपूर्ण साधन है, तीन-तीन महीने के अंदर से चार बार इंजेक्शन लगवाकर 3 साल तक गर्भनिरोधक की सुविधा आसानी से प्राप्त की जा सकती है । इसके लिए इंजेक्शन लगवाने वाली हितग्राही महिला को 100 रूपए की राशि प्रदान की जाती है।
प्रसव पश्चात आईयूसीडी एवं सामान्य आईयूसीडी, साप्ताहिक गर्भनिरोधक गोली छाया, निरोध का उपयोग कर परिवार को सीमित रखा जा सकता है । इस संबंध में परिवार के लिए लड़की की विवाह की उम्र 19 वर्ष पर, पहला बच्चा शादी के 2 साल बाद तथा दूसरा बच्चा पहले बच्चे के 3 साल बाद प्लान करना चाहिए तथा दो बच्चों के बाद स्थाई साधन के रूप में नसबंदी को अपनाना चाहिए। इस प्रकार बच्चों के मध्य उचित अंतर रखकर माता एवं बच्चों के स्वास्थ्य को बेहतर रखा जा सकता है। रैली के दौरान आरोग्यम नर्सिंग कॉलेज के सिस्टर ट्यूटर सुश्री पलक एवं लगभग 200 नर्सिंग प्रशिक्षु सहभागी रहे।
प्राइवेट अस्पतालों के स्टाफ को दिया आईडीएसपी अंतर्गत आईएचआईपी प्लेटफार्म का प्रशिक्षण
रतलाम 11 जुलाई 2024/ सीएमएचओ डॉ. आनंद चंदेलकर ने बताया कि रतलाम में 08 से 11 जुलाई तक निजी अस्पताल के डाक्टर, लैब टेक्नीशियन एवं रिपोर्टिंग करने वाले कर्मचारियों को आईएचआईपी पोर्टल का प्रशिक्षण दिया गया।
आईडीएसपी एंड आईएचआईपी कैपेसिटी बिल्डिंग की गतिविधि के बारे में बताया जिला एपिडिमियलोजिस्ट आईडीएसपी, एवं आईडीएसपी डाटा मेनेजर श्वेता बागड़ी ने ई दक्ष केंद्र में प्रशिक्षण दिया । प्रशिक्षण के बाद निजी अस्पताल एवं लैब में आने वाले मरीजों की जानकारी आईएचआईपी पोर्टल पर इंद्राज कर बीमारियों की जानकारी प्राप्त की जाएगी। प्रशिक्षण में जिला मुख्य चिकित्सा एवम स्वस्थ अधिकारी डॉ. आनंद चंदेलकर, जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. रवि दिवेकर द्वारा प्रशिक्षणनार्थियो को प्रशिक्षण उपरांत प्रमाण पत्र प्रदाय किए गए।
प्रशिक्षण में 50 से अधिक निजी अस्पताल, नर्सिंग होम, एवं पैथोलॉजी लेब के 100 से अधिक मेडिकल ऑफिसर, नर्सिंग स्टाफ, लैब टेक्नीशियन एवं डाटा एंट्री आपरेटर सम्मिलित हुए, एवं पियर सपोर्टर हेमन्त मकवाना द्वारा प्रशिक्षण में सहयोग प्रदान किया गया।