Connect with us

झाबुआ

मनुष्य के अच्छे और बुरे विचार ही देवता और दानव के द्वारा किया जाने वाला मंथन है- पं. अनुपानंदजी महाराज ।********** श्री विश्व शांति नवग्रह शनि मंदिर परिसर में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में उमड रही श्रद्धालुओं की भीड ।

Published

on

मनुष्य के अच्छे और बुरे विचार ही देवता और दानव के द्वारा किया जाने वाला मंथन है- पं. अनुपानंदजी महाराज ।
श्री विश्व शांति नवग्रह शनि मंदिर परिसर में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में उमड रही श्रद्धालुओं की भीड ।


झाबुआ
। श्री पद्मवंशीय मेवाडा राठौर तेली समाज द्वारा स्थानीय श्री विश्व शांति नवग्रह शनि मंदिर परिसर में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन कथा के तीसरे दिन अजामिल उपाख्यान, प्रहलाद चरित्र, गजेन्द्र मोक्ष, समुद्र मंथन पर व्यास पीठ से श्रीमद् भागवत कथा के सरस प्रवक्ता पं. अनुपानंदजी महाराज ने समुद्र मंथन की बहुत ही रोचक एवं सारगर्भित कथा सुनाते हुए कहा कि यह संसार भगवान का एक सुंदर बगीचा है। यहां चैरासी लाख योनियों के रूप में भिन्न- भिन्न प्रकार के फूल खिले हुए हैं। जब-जब कोई अपने गलत कर्मो द्वारा इस संसार रूपी भगवान के बगीचे को नुकसान पहुंचाने की चेष्टा करता है तब-तब भगवान इस धरा धाम पर अवतार लेकर सजनों का उद्धार और दुर्जनों का संघार किया करते हैं ।


समुद्र मंथन की कथा सुनाते हुए कहा कि मानव हृदय ही संसार सागर है। मनुष्य के अच्छे और बुरे विचार ही देवता और दानव के द्वारा किया जाने वाला मंथन है। कभी हमारे अंदर अच्छे विचारों का चितन मंथन चलता रहता है और कभी हमारे ही अंदर बुरे विचारों का चितन मंथन चलता रहता । भक्त प्रह्लाद की कथा कहते हुए कहा कि ने माता कयाधु के गर्भ में ही नारायण नाम का मंत्र सुना था। जिसके सुनने मात्र से भक्त प्रह्लाद के कई कष्ट दूर हो गए थे। अजामिल कथा का जिक्र करते हुए उन्होने कहा कि कान्यकुब्ज ब्राह्मण कुल में जन्मे थे और कर्मकाण्डी थे। एक दिन वह गांव से बाजार जा रहे थे तो उन्होंने एक नर्तकी को देख लिया। नर्तकी वेश्या थी बावजूद इसके वह उसे अपने घर ले आए। अजामिल अपने नौ बच्चों के साथ रहने लगे। एक दिन पच्चीस संतों का एक काफिला अजामिल के गांव से गुजर रहा था। यहां पर शाम हो गई तो संतों ने अजामिल के घर के सामने डेरा जमा दिया। रात में जब अजामिल आया तो उसने साधुओं को अपने घर के सामने देखा। इससे वह बौखला गया और साधुओं को भला बुरा कहने लगा। इस आवाज को सुन कर अजामिल की पत्नी जो वेश्या थी वहां आ गई। पति को डांटते हुए शांत कर दिया। अगले दिन साधुओं ने अजामिल से दक्षिणा मांगी। इस पर वह फिर बौखला गया और साधुओं को मारने के लिए दौड़ पड़ा। तभी पत्नी ने उसे रोक दिया। साधुओं ने कहा कि हमें रुपया पैसा नहीं चाहिए। इस पर अजामिल ने हां कह दिया। साधुओं ने कहा कि वह अपने होने वाले पुत्र का नाम तुम नारायण रख ले। बस यही हमारी दक्षिणा है। अजामिल की पत्नी को पुत्र पैदा हुआ तो अजामिल ने उसका नाम नारायण रख लिया और नारायण से प्रेम करने लगा। इसके बाद जब अजामिल का अंत समय आया तो यमदूतों को भगवान के दूतों के सामने अजामिल को छोड़ कर जाना पड़ गया। इस तरह अजामिल को मोक्ष की प्राप्ति हुई। इसलिए कहा गया है कि भगवान का नाम लेने से ही मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है।
भगवान श्री कृष्ण की पावन लीलाओं का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि बच्चों को धर्म का ज्ञान बचपन में दिया जाता है, वह जीवन भर उसका ही स्मरण करता है। ऐसे में बच्चों को धर्म व आध्यात्म का ज्ञान दिया जाना चाहिए। माता-पिता की सेवा व प्रेम के साथ समाज में रहने की प्रेरणा ही धर्म का मूल है।


लाभार्थी परिवार का किया स्वागत
श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन के लाभार्थी परिवार का कथा के अंत में स्वागत किया गया। लाभार्थी रामचंद्र एवं किशोर चांदमल गोलानिया और शांतिलाल धुलजी झरवार को गले में गमछा व साफा बांधकर तथा श्रीफल भेटकर समाज के सचिव मनीष मगनलाल राठौर ने स्वागत किया तथा समाज के वरिष्ठ सदस्य समरथमल मोहनलाल राठौर, कैलाश लच्छीराम मावर, मदनलाल रामाजी आसरमा द्वारा प्रतिक चिन्ह देकर लाभार्थी परिवारों का स्वागत किया गया। स्वागत समारोह के पश्चात लाभार्थी परिवारों द्वारा भागवतजी की आरती कर प्रसादी का वितरण किया।

देश दुनिया की ताजा खबरे सबसे पहले पाने के लिए लाइक करे प्रादेशिक जन समाचार फेसबुक पेज

प्रादेशिक जन समाचार स्वतंत्र पत्रकारिता के लिए मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा मंच है। यहां विभिन्न समाचार पत्रों/टीवी चैनलों में कार्यरत पत्रकार अपनी महत्वपूर्ण खबरें प्रकाशन हेतु प्रेषित करते हैं ।

Advertisement

Subscribe Youtube

Advertisement
झाबुआ20 hours ago

भारत का एक सरकारी स्कूल विश्व के टॉप- 3 स्कूल में शामिल सीएम राइस स्कूल के नवाचार अनुकरणीय कैबिनेट मंत्री श्री चैतन्य काश्यप

झाबुआ20 hours ago

स्कूल शिक्षा विभाग में 15 हजार शिक्षकों को उच्च पद प्रभार अतिथि शिक्षकों की पूर्ति के लिये भी पारदर्शी तरीके से की जा रही कार्यवाही*****जरूरतमंद छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिये मिलेगी स्कॉलरशिप आवेदन की अंतिम तिथि 30 सितम्बर 2024 अजीम प्रेमजी फाउंडेशन की पहल

बड़वानी20 hours ago

जशन ए शाने रिसालत कान्फ्रेंस 24 को

झाबुआ21 hours ago

पुलिस अधीक्षक झाबुआ श्री पद्मविलोचन शुक्ल द्वारा गिरफ्तारी वारंट एवं स्थाई वारंटीयो की गिरफ्तारी हेतु लगातार निर्देशित किया जा रहा है।

थांदला21 hours ago

स्वच्छता ही सेवा अभियान अंतर्गत दशहरा मैदान थांदला में मानव श्रृंखला एवं स्वच्छता शपथ संपन्न की गई

सेंसेक्स

Trending

कॉपीराइट © 2021. प्रादेशिक जन समाचार

error: Content is protected !!