झाबुआ —- पीएचई विभाग में अधिकारियों और कर्मचारियों की मनमानी कार्यशाली देखने को मिल रही है प्रथम इस विभाग द्वारा सूचना के अधिकार अंतर्गत मांगी गई , कई जानकारी को निरंक बताया गया । तो कई जानकारी आधी अधूरी दी गई । वही इस विभाग में एक रिटायर कर्मचारी है जिसका नल जल योजना अंतर्गत उपस्थिति रजिस्टर में नाम है लेकिन फिर भी वह दिन भर कार्यालय में नजर आता है और उपस्थिति रजिस्टर अनुसार भुगतान भी पा रहा है ।
जानकारी अनुसार लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग झाबुआ के कार्यालय में एक 65 वर्षीय बाबू सेवा निवृत हो चुका है । लेकिन विभाग द्वारा 65 वर्षीय रिटायर कर्मचारी को अवैध तरीके से अधिकारी के संरक्षण में, इस रिटायर बाबू को नियम के विरुद्ध आफिस कार्य करवाया जा रहा है । वही यह बाबू आपने आप को अधिकारी का खास आदमी बताता है और कहता है कि अधिकारी वही करेगा जो में बोलूंगा । वही इस रिटायर्ड बाबू की जांच की जाए , तो स्वयं ही मूल पद पर एवं पोस्टिंग अन्य उपखण्ड में है और यह रिटायर्ड बाबू वर्षों से खण्ड कार्यालय में कार्यरत है और अपना एकाधिकार जमा रखा है जब कि शासन द्बारा कई वर्षों से अटेचमेंट प्रथा बंद कर दी है । और ना ही इस बाबू का अटेचमेंट का कोई शासन का आदेश है और न ही कोई किसी प्रकार का कोई दस्तावेज है । वही यदि विभाग नियम विरुद्ध इस रिटायर्ड बाबू से काम भी लेना चाहता है तो इस बाबू को मूल पद पर भेजा जाना चाहिए । जिससे आफिस में इस बाबू की तानाशाह कार्य प्रणाली और मनमानी से अन्य कर्मचारी परेशान ना हो । साथ ही अन्य योग्य कर्मचारीयों को न्याय मिल सके । सबसे मजेदार बात तो यह है कि इस 65 वर्षीय रिटायर कर्मचारी से नियम विरुद्ध विभाग में कार्य करवाया जा रहा है जबकि नल जल योजना की दो योजनाओं में संचालन और संधारण अंतर्गत उपस्थिति रजिस्टर में इस रिटायर्ड बाबू का नाम लिखा है और नियम अनुसार भुगतान भी पा रहा है । वही विभाग में सक्रियता के लिए कार्यपालन यंत्री द्वारा कहा जा रहा है यह लेबर का कार्य करता है व ठेकेदार के अंतर्गत कार्यरत है । वही पीएचई के अधिकारी को यह पता होना चाहिए , कि अगर यह रिटायर्ड बाबू लेबर का कार्य कर रहा है तो उक्त ठेकेदार का कार्य टांडी ओर खेड़ी में चल रहा है और योजना के संचालन ओर संधारण का है । ना ही यहा आफिस में लेबर को बैठाकर , आफिस में बाबू का कार्य करवाना । क्योकि यह कर्मचारी सुबह से शाम तक यह आफिस में ही कार्य करते देखा जा सकता है तो यह साइड पर कब जाता होगा और कब योजना की देखरेख करता होगा, यह जांच का विषय है। इसके साथ ही विभाग के कार्यपालन यंत्री और एसडीओ को भी इस रिटायर्ड बाबू की कार्यशैली और योजना में उपस्थिति रजिस्टर में दर्ज नाम को लेकर भी संपूर्ण जानकारी है लेकिन फिर भी विभाग आखे मूंद कर बैठा हुआ है और अधिकारी द्वारा शासन के नियम को हवा में उड़ाया जा रहा है । इस रिटायर्ड बाबू के अलावा ऐसे और कौन-कौन से कर्मचारी या अन्य लोग हैं जो योजना संचालन और संधारण के उपस्थिति रजिस्टर में नाम तो है और भुगतान भी पा रहे हैं लेकिन योजना स्थल पर नजर नहीं आ रहे हैं । यह भी जांच का विषय है। आओ पता लगाए – वह कौन रिटायर बाबू है जो नल जल योजना के संचालन और संधारण रजिस्टर में नाम होने के बाद भी पीएचई कार्यालय में दिनभर नजर आता है व संधारण के नाम पर भुगतान भी पा रहा है ।
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