झाबुआ जिले में मध्य प्रदेश में आठवां स्थान प्राप्त करने के बाद अब स्थिति यह है कि झाबुआ जिले की क्या रैंक आएगी राजस्व अमला पूरा दिन भर लगा रहता है किसान दिनभर बैठे रहते हैं गांव-गांव फलिया मैं बैठे रहते हैं रबिअभी का सीजन आ गया जिसमें साइट नहीं चल रही है किसान अपने काम धंधे छोड़कर पटवारी और कोतवाल के पास बैठे रहते हैं सरवर इतना डाउन है कि दिनभर में मात्र यह यह क्या दो किसानों के फार्मर रजिस्ट्री हो पाती है काम का दबाव ईतना ज्यादा है कि राजस्व विभाग पुरी तरह से मानसिक दबाव मै रहते है विभाग का अन्य कार्य करने मै असमर्थ है
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि पाने के लिए अब सभी किसानों को फार्मर आईडी यानी किसान रजिस्ट्री बनवाना अनिवार्य है। फार्मर आईडी के बिना प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना समेत अन्य शासकीय योजनाओं का लाभ नहीं मिल सकेगा। इसके अलावा भूमि संबंधी कार्य भी नहीं हो पाएंगे। किसान केवल आधार कार्ड, समग्र आईडी, यूनिक मोबाइल नंबर और जमीन की जानकारी के साथ अपने नजदीकी कियोस्क सेंटर जाकर दो मिनट में फार्मर आईडी बनवा सकते हैं। उसके लिए आपको निम्न प्रक्रिया अपनानी होगी।
फार्मर रजिस्ट्री अनिवार्य प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए दिसंबर 2024 के बाद केवल फार्मर आईडी धारकों को ही पात्र माना जाएगा। इसके लिए किसान अपना मोबाइल नंबर आधार से लिंक कर नजदीकी सीएससी सेंटर, पटवारी या एमपी फार्मर रजिस्ट्री पोर्टल – https://mpfr.agristack.gov.in पर जाकर स्वयं रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
फार्मर रजिस्ट्री क्यो जरूरी फार्मर रजिस्ट्री का उद्देश्य सभी भू-धारकों का आधार लिंक्ड डेटा तैयार करना है। इसके माध्यम से योजनाओं का नियोजन, लाभार्थियों का सत्यापन और कृषि उत्पादों का वितरण सरल और पारदर्शी तरीके से किया जाएगा। साथ ही किसानों को कृषि ऋण, बीमा और अन्य सेवाएं प्राप्त करने में आसानी होगी।
फार्मर रजिस्ट्री के लाभ – पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ अनिवार्यता की शर्त के साथ आसानी से मिलेगा। – न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसलों के पंजीयन में सुगमता। – बार-बार सत्यापन की जरूरत समाप्त होगी। – विभिन्न शासकीय योजनाओं का लाभ बिना किसी रुकावट के प्राप्त होगा।
पोर्टल और ऐप के माध्यम से करें रजिस्ट्री फार्मर रजिस्ट्री का क्रियान्वयन एमपी फार्मर रजिस्ट्री पोर्टल की लिंक https://mpfr.agristack.gov.in और Farmer Registry MP मोबाइल ऐप के माध्यम से किया जा सकता है। स्थानीय युवा Farmer Sahayak MP App का उपयोग कर किसानों की मदद कर सकते हैं। किसानों को समय पर फार्मर आईडी बनवाने की सलाह दी गई है ताकि सभी शासकीय योजनाओं का लाभ बिना किसी बाधा के प्राप्त हो सके।
हालांकि, इस अभियान की शुरुआत से ही किसान और पटवारी दोनों के लिए यह प्रक्रिया परेशानी का सबब बन गई है। किसानों को रजिस्ट्रेशन के दौरान कई तकनीकी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जो प्रक्रिया को धीमा और जटिल बना रही हैं।
पटवारियों द्वारा बताई गई समस्याएं: नाम मिसमैच की समस्या: किसान के नाम और खसरे में दर्ज नाम में मेल न होने से भूमि की जानकारी फेच नहीं हो पा रही है। सिस्टम एरर: पटवारी आईडी का पासवर्ड खुलने में दिक्कत आ रही है, जिससे कार्य बाधित हो रहा है। फार्मर कंसेंट चेकबॉक्स समस्या: रजिस्ट्रेशन फॉर्म में ‘कंसेंट चेकबॉक्स’ पर क्लिक नहीं हो पा रहा है। जब तक यह क्लिक नहीं होगा, प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ सकती। भूमि जानकारी की समस्या: खसरे और खातों की जानकारी सही तरीके से सिस्टम में फेच नहीं हो रही है। लंबा समय: एक किसान की रजिस्ट्री पूरी करने में औसतन 2 घंटे का समय लग रहा है। लैंड वेरिफिकेशन की समस्या: तकनीकी खामियों के कारण भूमि का सत्यापन नहीं हो पा रहा है। किसानों के लिए परेशानियां: कई किसान तकनीकी ज्ञान की कमी के कारण खुद से रजिस्ट्रेशन नहीं कर पा रहे हैं। नाम और दस्तावेज़ में मेल न होने के कारण प्रक्रिया बार-बार असफल हो रही है। ग्रामीण इलाकों में इंटरनेट कनेक्टिविटी की समस्या रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को और मुश्किल बना रही है।
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