विशम्भरा साहित्यिक सृष्टि-भारतीय दृष्टि’ के विचार के साथ जुटेंगी महिला साहित्यकार
महिला साहित्यकार सम्मेलन का साक्षी बनेगा भोपाल
झाबुआ । प्रदेश की राजधानी भोपाल 5 जनवरी रविवार को विशेष महिला साहित्यकार सम्मेलन का साक्षी बनेगी। श्विशम्भराश् श्साहित्यिक सृष्टि-भारतीय दृष्टिश् के विचार के साथ होने वाला महिला साहित्यकार सम्मेलन भोपाल के एन.आई.टी.टी.टी.आर. के सभागार में होगा। इस सम्मेलन की मुख्य अतिथि महिला एवं बांल विकास विभाग की मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया होंगी। यह सम्मेलन देश की जानीकृमानी महिला साहित्यकारों से गुलजार होगा।
सम्मलेन संयोजक प्रो. मनीषा बाजपेयी ने बताया कि यह सम्मेलन नवोदित लेखकों और स्थापित लेखन करने वालों के मध्य एक सामंजस्य स्थापित करेगा। साहित्य में भारतीय दृष्टि को स्थापित करने के उद्देश्य से किये जा रहे इस सम्मेलन में लेखक, साहि
5 जनवरी 2025 को होने वाला यह सम्मेलन सुबह साढ़े 9 बजे प्रारंभ होगा। दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना की जाएगी। उसके बाद अर्चना प्रकाशन के वृत्त चित्र, स्वागत एवं परिचय किया जाएगा। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया करेंगी। मुख्य अतिथि प्रो. कुमुद शर्मा होंगी। सारस्वत अतिथि डॉ. मेधा पुरोहित, सुश्री रश्मि सावंत रहेंगी।
सम्मेलन में स्वागत एवं अवधारणा वक्तव्य प्रो. मनीषा बाजपेयी देंगी। इसके बाद अध्यक्षीय आर्शीवचन मंत्री निर्मला भूरिया द्वारा दिया जाएगा। बीज वक्तव्य प्रो. कुमुद शर्मा द्वारा दिया जाएगा। इसके बाद अर्चना प्रकाशन की पुस्तकों का विमोचन किया जाएगा। आपको बता देें कि ष्रण की रणचंडी-रानी दुर्गावती की लेखिका डॉ. निवेदिता शर्मा, लोकमाता अहिल्याबाई की लेखिका डॉ. सविता सिंह भदौरिया हैं। उनकी किताब का विमोचन किया जाएगा।
इस सम्मेलन में साहित्य में परिवर्तित प्रतिमान और भारतीय अंतर्दृष्टि विषय पर प्रो. कुमुद शर्मा अपनी बात रखेंगी। भारतीय परंपरा और साहित्य सृजन विषय की अध्यक्षता डॉ. साधना बलबटे करेंगी। सारस्वत वक्ता सुश्री रश्मि सावंत होंगी, जिसका विषय वैश्विक वैचारिक संघर्ष में भारतीयता एवं लेखन होगा। डॉ. आरती दुबे साहित्य में भारतीय दर्शन समाज एवं परिवार विषय पर बोलेंगी।
तकनीकी सत्र समकालीन साहित्य का मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण की अध्यक्षता प्रो. शशिकला द्वारा किया जाएगा। डॉ. सोनाली मिश्रा साहित्य लेखन में भारतीय एवं अभारतीय तत्वों का विश्लेषण, डॉ. मेधा पुरोहित – सामाजिक मूल्यों का साहित्यिक प्रतिबिम्ब एवं मनोवैज्ञानिक विश्लेषण पर चर्चा करेंगी। काव्य एवं गद्य पाठ समानांतर सत्र की अध्यक्षता डॉ कुमकुम गुप्ता एवं डॉ वंदना मिश्रा, संयोजन सुनीता यादव, तकनीकी सत्र साहित्य लेखन तकनीकी दृष्टि एवं नवाचार, अध्यक्षता रक्षा दुबे करेंगी डॉ चित्रा प्रभा साहित्य सृजन भारतीय युवाओं की चुनौतियां एवं संघर्ष पर बात रखेंगी। डॉ. निवेदिता शर्मा नारी विमर्श- भ्रामक प्रचार पर बात रखेंगी। अंत में सम्मान समारोह भी आयोजित किया जाएगा।