समाज में का्रन्तिकारी परिवर्तन एक जुटता से ही आयेगा-डा. के के त्रिवेदी~~
सामाजिक महासंघ की परिचर्चा में खुलकर हुआ विचार मंथन~~~
’’मेरा पेड-मेरा परिवार ’’ के साथ ही कई सामाजिक योजनाओं को किया जावेगा क्रियान्वित *
झाबुआ । सामाजिक महासंघ झाबुआ द्वारा सामाजिक समरसता एवं व्यक्तित्व विकास के संबंध में परिचर्चा का आयोजन 15 जून को पैलेस गार्डन पर किया गया । इस आयोजन में शहर के विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों ने बडी संख्या मे सहभागिता की । सामाजिक विषय पर अपनी बात रखते हुए पूर्व प्राचार्य,इतिहासविद् डा. के के त्रिवेदी ने कहा कि ससमाज में अनेक मत एवं पंथ वाले अनुयायी विद्यमान है । यदि हम सभी एकजुट होकर कार्य करना या किसी विषय पर चिंतन कर उसे धरातल पर उतारने का कार्य शुरू कर दे तो समाज में क्रांतिकारी परिवर्तन दिखाइ्र देना शुरू हो जायेगा ।श्री त्रिवेदी ने सामाजिक महासंघ के उद्देश्यों के बारे में भी सदन में विस्तार से प्रकाश डाला ।
सामाजिक महासंघ के अध्यक्ष नीरजसिंह राठौर ने समाज के ठेकेदारों पर गंभीर कटाक्ष करते हुए कहा कि आज धर्मान्तरण, नशाखेरी या अन्य सामाजिक बुराईयों के लिये कहीं न कहीं सभ्य समाज ही जिम्मेवार हेै । यदि हम झोपडियों या नीचली बस्तियों में जाने लगेंगें तो इस तरह की समस्या स्वतःही समाप्त हो जायेगी । श्री राठौर ने ग्लोबल वार्मिंग की समस्या से निजात दिलाने के लिये आम लोगों से ’’मेरा पेड-मेरा परिवार ’’ में शामिल होने की बात करते हुए प्रत्येक परिवार को एक पौधा लगाने तथा उसे बडा करने का आव्हान किया हे । सामाजिक महासंघ महिला ईकाई की जिलाध्यक्ष शीतल जादौन ने शिक्षा व्यवस्था को सुधारने व झाबुआ शहर को नशे से मुक्ति पर किये जाने वाले कार्यो पर जोर दिया । हनुमान सेवा समिति के गजेन्द्रसिंह चन्द्रावत ने सामाजिक महासंघ के अल्प समय में किये गये कार्या की जमक र सराहना की । सकल व्यापारी संघ के अध्यक्ष संजय कांठी ने कहा कि प्रशासन को शहर की योजना बनाते समय वहां के प्रबुद्धजनों को शामील करने की बात पर विशेष बल दिया । संकल्प ग्रुप की प्रमुख श्रीमती भारती सोनी ने बच्चों के संस्कारों पर विशेष जोर देते हुए संस्कृति शिविर लगाने की बात कहीं । पेंशनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अरविन्द व्यास ने कहा कि समाज में बदलाव के लिये युवाआंे, महिलाओं,एवं वृद्धजनों को एक जाजम आना आवश्यक है । हिमांशु त्रिवेदी सचिव सकल व्यापारी संघ ने धर्मान्तरण का मुद्दा उठाया । गायत्री परिवार की श्रीमती नलिनी बैरागी ने समाज को संस्कारवान बनाने के बारे मे विस्तार से अपने विचार व्यक्त किये ।रजत समाज की श्रीमती चेतना चौहान ने संस्कृति को बढावा देने की बात पर बल दिया । कर सलाहकार समिति के मनीष कोठारी ने भारतीय संस्कृति की रक्षा के लिये योजना बनाने की बात कहीं । पंकज जैन मोगरा ने जन जागृति के माध्यम से समाज को एकसूत्र में बांधने की बात पर विशेष प्रकाश डाला । पर्यावरण प्रमी कीर्ति देवल ने पर्यावरण संरक्षण की बात कही । राधेश्याम पंरमार ने धारा 165 विषय को लेकर सदन को अपनी चिंता से अगवत कराया कि यह धारा नही हटी तो सामान्य वर्ग का झाबुआ में रहना दुश्वार हो जायेगा ।
आगामी योजनाओं पर हुई विषद चर्चा-
सामाजिक महासंघ के हरिश लाला शाह एवं कमलेश पटेल ने बताया कि आगामी दिनों में संगठन के विस्तार के साथ 3 दिवसीय प्राकृर्तिक चिकित्सा शिविर, मेरा पेड मेरा परिवार योजना का शुभारंभ वृद्धजन दिवस पर सांस्कृतिक रंगारंग आयोजन झाबुआ ओलम्पिक महिलाओं के लिये ,सांस्कृतिक एवं खेल गतिविवधिया युवाओं के लिये झाबुआप्रीमियर लीग,एक दवा निराली 15 सेंकेड की ताली, अरूणऋषि जी के भव्य आयोजन के साथ ही झाबुआ टेलेंण्ट हंट एवं अदिवासियोें की संस्कृति से रचा झाबुआ मेला भी आयोजित किया जावेगा ।
इस अवसर पर शहर के 50 से अधिक सामाजिक संगठनों एवं समाज के प्रतिनिधियांें ने बडी संख्या में उपस्थिति दर्ज करवाई । कार्यक्रम का संचालन सामाजिक महासंघ के उपाध्यक्ष शरत शास्त्री एवं आाभार महासचिव उमंग सक्सेना ने व्यक्त किया ।
इनकी रही उपस्थित –
इस ऐतिहासिक आयोजन में समाज सेवी अशोक शर्मा, कमलेश पटेल, रवीन्द्र सिसौदिया, प्रमाद मिश्रा, स्मृति भट्टअनित जाखड, घनश्याम बेरागी, सलीम कुर्रेशी, जमीन शेख, नरेन्द्र सोनी, मनोज अरोरा, काार्तिक नीमा, हार्दिक अरोडा, पीडी रायपुरिया,गणेश् उपाध्याय, प्रेमप्रकाश कोठारी, रतनसिंह राठौर,मनीष कानुनगो, मनीष त्रिवेदी, प्रदीप सोनी, प्रदीपजैन, दीपिका चौहान,अरूणातिवारी, सुरेश गेहलोत, रणजीत राठौर, बिट्टू सिसंगार, निगम दीदी, मधु व्यास, अजयसिंह पंवार, गायत्री गोलानी, दीपा सोनी, सहित बडी संख्या में सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित रहें ।