अतिवृष्टि की स्थिति में शहर में किसी प्रकार की परेशानी ना हो : कलेक्टर श्री नरेंद्र सूर्यवंशी ~~~~
आम जनजीवन पर प्रभाव पड़ने पर प्रभारी अधिकारी जिम्मेदार होंगे
रतलाम / अतिवृष्टि की स्थिति में शहर में किसी प्रकार की परेशानी ना हो, समय रहते सभी प्रबंध करें। यदि किसी क्षेत्र में कोई परेशानी होती है या आम जनजीवन पर प्रभाव पड़ता है तो इसके लिए संबंधित प्रभारी अधिकारी जिम्मेदार होंगे। उक्त निर्देश कलेक्टर श्री नरेंद्र सूर्यवंशी ने रतलाम शहर में बाढ़ नियंत्रण स्थिति की समीक्षा बैठक में दिए।
उन्होंने रतलाम शहर में अधिक वर्षा की स्थिति में विगत वर्षो में हुए प्रभाव की समीक्षा करते हुए कहा कि प्रत्येक झोन में नियुक्त अधिकारी इस बात को सुनिश्चित कर लें कि उनके क्षेत्र में किसी तरह की जलभराव से कोई अप्रिय स्थिति नहीं हो। यदि उसके लिए कोई प्रबंध किया जाना है तो निर्धारित समय सीमा में करें। वर्षा का दौर जारी है और अधिक वर्षा की स्थिति में किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति निर्मित नहीं होनी चाहिए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्रीमती जमुना भिड़े, एडिशनल एसपी श्री सुनील पाटीदार नगर निगम आयुक्त श्री सोमनाथ झारिया, सिटी एसडीएम श्री संजीव केशव पांडे एवं संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
कलेक्टर श्री सूर्यवंशी ने निर्देश दिए कि अतिवृष्टि से निपटने के लिए शहर एसडीएम टीम बनाएं। अधिकारी सतर्क रहें और कार्य योजना अनुसार दायित्व निभाएं। इसके लिए स्थापित कंट्रोल रूम 24 घंटे कार्य करें। उन्होंने कहा कि वर्षाकाल के दौरान शहर में अक्सर देखा गया है कि गंदगी पसरी हुई है, ऐसी स्थिति नहीं होना चाहिए। सभी अधिकारी अपने सूचना तंत्र को मज़बूत रखें। शहर के जिन वार्डों में पानी भरने की संभावना रहती है, उनके लिए विशेष कार्ययोजना बनाएं।
निगमायुक्त श्री झारिया ने बताया कि गंदी बस्तियों में सफाई के लिए 78 व्यक्ति कार्य कर रहे हैं, जो अभी तैनात किए गए हैं। सफाई के साथ दवाई छिड़काव भी किया जा रहा है। कलेक्टर ने कहा कि एसडीएम श्री पांडे रोजाना सफाई देखने के लिए शहर की दो बस्तियों में श्री ए.पी. सिंह को लेकर जाएं। जो बस्तियां नाले पर बसी हुई है वहां के लिए बाढ़ अतिवृष्टि में विशेष कार्य योजना तैयार करें। अधिकारी पहले से जाकर उन स्थितियों का जायजा ले लें, ताकि समय पूर्व योजना तैयार हो सके।
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समय सीमा में निराकरण नहीं होने पर एसडीएम, क्षेत्र संयोजक, जनपद सीईओ के वेतन रोके जाएंगे~~~~~~
कलेक्टर श्री सूर्यवंशी ने वनाधिकार पट्टों की समीक्षा बैठक में दिए निर्देश
रतलाम/ कलेक्टर श्री नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने जिले में वन अधिकार अधिनियम के तहत दिए गए पट्टों की समीक्षा करते हुए कहा कि अमान्य दावों का पुनः परीक्षण किया जाए । परीक्षण के दौरान यह ध्यान रखा जाए कि दावे के अमान्य होने के ठोस कारण प्रस्तुत हों। बिना किसी कारण के किसी भी दावे को अमान्य नहीं किया जाएगा। अमान्य दावे की जानकारी संबंधित आवेदकों को भी कारण सहित अनिवार्य रूप से दी जाए। उन्होंने सभी अमान्य दावों का निराकरण 7 अगस्त तक करने के निर्देश दिए। निराकरण न होने की स्थिति में संबंधित एसडीएम, क्षेत्र संयोजक, जनपद सीईओ के वेतन रोके जाएंगे। बैठक में जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती जमुना भिड़े, वनमंडल अधिकारी श्री डी.एस. डुडवे, एसडीएम रतलाम ग्रामीण सुश्री कृतिका भीमावद, एसडीएम सैलाना श्री मनीष जैन, समस्त जनपद सीईओ, प्रभारी सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग श्रीमती पारुल जैन सहित संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
कलेक्टर श्री सूर्यवंशी ने निर्देश दिए कि संवेदनशीलता के साथ निराकरण करें। ठोस निराकरण हो, रिजेक्शन हो तो ठोस बैकग्राउंड पर हो। पंचनामा बनाते वक्त ध्यान रखा जाए कि वह व्यवस्थित हो। किसी भी दावे का परीक्षण पूरी सहानुभूति के साथ किया जाए। परीक्षण में किसी तरह की जल्दबाजी नहीं की जाए। यदि कोई दस्तावेज कम है तो आवेदक से उसे प्राप्त कर लिया जाए। हमारी कोशिश होनी चाहिए कि यदि आवेदक पात्र है तो उसे किसी भी स्थिति में उसका अधिकार प्राप्त हो। जानबूझकर अथवा लापरवाही के कारण किसी भी दावे को अमान्य नहीं किया जाए । ऐसा पाए जाने पर संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी सुनिश्चित की जाएगी।
बैठक में सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग एवं सचिव जिला स्तरीय वन अधिकार समिति ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा दिए गए निर्देश के अनुरूप रतलाम जिले में वनाधिकार के अमान्य दावों पर कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही है। समस्त अनुभाग अधिकारियों एवं जनपद सीईओ को इस संबंध में निर्देशों से अवगत कराया है कि विकासखंडवार निर्धारित ग्राम वन अधिकार समिति द्वारा वन मित्र पोर्टल पर प्रस्तुत दावों की संख्या 7659 दर्शित हो रही है। इनमें से ग्राम वन अधिकार समिति द्वारा केवल 4350 दावों को सत्यापन के लिए चुना गया है। पोर्टल की रिपोर्ट अनुसार चिन्हित किए गए नवीनतम व्यक्तिगत दावों की संख्या 454 है । वर्तमान में ग्राम वन अधिकार समिति को 2855 मान्यताओं पर कार्य करना शेष है।
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औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में प्रवेश प्रारंभ
रतलाम / शासकीय एवं प्राइवेट औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में सत्र 2022 -23 के तहत प्रवेश की कार्रवाई की जा रही है । प्राचार्य औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था रतलाम श्री यूपी अहिरवार ने बताया कि मध्य प्रदेश राज्य में, राज्य के बाहर के आवेदकों द्वारा एमपी ऑनलाइन में आवेदन हेतु नवीन रजिस्ट्रेशन एवं रजिस्ट्रेशन में त्रुटि सुधार, इच्छित संस्थाओं तथा व्यवसायों की प्राथमिकता क्रम का चयन करना अथवा इच्छित संस्था में प्राथमिकता के क्रम में त्रुटि सुधार करने हेतु पोर्टल 19 जुलाई से खोला जा चुका है जो 27 जुलाई तक खुला रहेगा।
इच्छुक आवेदक को समयावधि में अपना आवेदन एमपी ऑनलाइन के अधिकृत सहायता केंद्रों से, एमपी ऑनलाइन के मध्य प्रदेश स्थित किसी भी कियोस्क से अथवा अपने स्तर से आवेदन कर सकते हैं। अधिक जानकारी कौशल विकास संचालनालय की वेबसाइट www.mpskills.gov.in/ www. dsd.mp.gov.in तथा iti.mponline.gov.in या अपने नजदीकी आईटीआई से प्राप्त की जा सकती है।
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जिले में अब तक करीब 353.2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज
रतलाम 21 जुलाई 2022/ जिले में अब तक करीब 353.2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। गत वर्ष इस अवधि तक औसत 228.5 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई थी। जिले में गत 24 घंटो के दौरान गुरुवार सुबह 8.00 बजे तक औसत 7.9 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। पिपलौदा में 4 मिलीमीटर, बाजना में 22 मिलीमीटर, रतलाम में 30 मिलीमीटर, रावटी में 7.2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। उल्लेखनीय है कि रतलाम जिले की सामान्य वर्षा 918.3 मिलीमीटर है।