Connect with us

RATLAM

अरे वाह ! ऐसा हो रहा है वहां : जब कदम बढ़े वहां की ओर, लगा शिक्षा का तो यह है कुछ और ही है छोर

Published

on

सरोकार
अरे वाह ! ऐसा हो रहा है वहां : जब कदम बढ़े वहां की ओर, लगा शिक्षा का तो यह है कुछ और ही है छोर

निजी में पहले दुख में रोते थे लेकिन अब खुशी में निकल रहे वहां पर अभिभावकों के आंसू

सुविधा देने की लगन सभी की ऐसी, भूल गए अपना सुख भी

मगर होती है टॉयलेट में ऐसी सफाई

रतलाम, । परिसर में प्रवेश करते ही गार्ड ने किया अभिवादन। बिल्कुल साफ सुथरा स्वच्छ परिसर। औषधीय गुणों से भरपूर पौधों का बगीचा। चकाचक सीढ़िया। दरवाजे के अंदर प्रवेश करते ही मां सरस्वती की प्रतिमा। सुसज्जित वातावरण। एक अलग ही एहसास। सीएम राइज स्कूल की ऐसी तस्वीर देखकर सहसा मन को नहीं हुआ विश्वास, सरकार का है यह प्रयोजन खास।

आइए हम ले चलते हैं रतलाम शहर के जवाहर नगर में विगत माह शुरू हुए सीएम राइस स्कूल में। जहां पहले कभी स्टाफ रूम हुआ करता था। उसको खत्म करके पार्टीशन किया और दो क्लासरूम बनाएं। कक्षा में प्रवेश करते ही एक स्वर में गूंजा गुड इवनिंग सर। दीवारों पर हस्तनिर्मित चार्ट लगे थे जिसमें एक चार्ट पर पूरे वर्ष में किस महीने में किस का जन्मदिन आएगा, वह सब दर्शाया गया। अपनी कला भावना का प्रदर्शन किया गया। जब हायर सेकेंडरी के विद्यार्थियों से हुई चर्चा तो उन्होंने बताया कि वह पहले निजी स्कूल में पढ़ते थे, वहां से छोड़ कर यहां आकर उन्होंने कोई गलती नहीं की। यहां की पढ़ाई और शिक्षक वाकई काबिले तारीफ है। जो अपनत्व और अपनापन यहां पर मिल रहा है, वह कहीं और नहीं मिला। यहां के शिक्षक शिक्षिकाएँ हमारे माता-पिता को कहते हैं कि आप केवल अपने बच्चे को स्कूल ही भेजिए बाकी जिम्मेदारी हमारी है। आपको कोई चिंता करने की बात नहीं। आप तो अपने बेटे बेटियों की कॉपी में सिर्फ यह देखिए कि आज शिक्षक ने क्या पढ़ाया है? विद्यार्थियों ने कहा कि पहले भी हमारे अभिभावक की आंखों से आंसू निकलते थे, मगर दुख के, परेशानी के, लेकिन यहां पर उनकी आंखें खुशी में छलक रही है।

सरकारी स्कूल भी होते हैं ऐसे

हर एक कक्षाओं को देखा परखा विद्यार्थियों से बात हुई। आत्मविश्वास से भरपूर विद्यार्थियों से हर प्रकार की चर्चा हुई। चाहे वह पढ़ाई की हो। शिक्षकों के व्यवहार की हो। वातावरण की हो। इन सभी मामलों में विद्यार्थियों ने निर्बाक रूप से कहा कि वाकई में सरकारी स्कूल भी ऐसे हो सकते हैं यहां आकर ही पता चला।

… और उनके चेहरे पर सुकून की खुशी

हमने पहले बताया था कि शिक्षक शिक्षिकाओं ने अपने स्टाफ रूम को छोड़कर क्लास रूम बनाया। वे शिक्षक शिक्षिकाएं ऐसी जगह पर बैठते हैं जहां से बाहर जाने का रास्ता था। दरवाजा लगा हुआ था। दरवाजे को हटाया और उसे पीछे लगवा दिया हालांकि दरवाजा जालीदार है। शिक्षक शिक्षिकाओं को यहां बैठने में कोई गुरेज नहीं। बढ़िया ठंडी हवा और उनके चेहरे पर सुकून की खुशी।

छोटी सी मगर उपयोगी

एक और कक्षा में प्रवेश किया। सभी विद्यार्थियों ने बारी बारी से विद्यालय की खूबियों को गिराना शुरू कर दिया। शिक्षकों के व्यवहार और पढ़ाई का बखान किया। इस कक्ष में थोड़ी सी जगह में पुस्तक प्रेमी शिक्षिका लेखिका ने लाइब्रेरी भी बनाई। इसमें मनोरंजक और ज्ञानवर्धक वे पुस्तके शामिल है जो प्रतियोगी परीक्षाओं में उनका साथ देगी। डिजिटल के बारे में जानकारी देगी। यानी कि बाहरी परिवेश के शैक्षणिक ज्ञान को देने के लिए भी तत्पर।

कर रहे थे विद्यार्थी प्रयोग

एल टर्न लेकर फिर आगे बढ़े, जहां पर भौतिक शास्त्र की प्रयोगशाला में विद्यार्थी बैठे थे। उनके समक्ष भौतिक शास्त्र से संबंधित प्रयोग के उपकरण रखे हुए थे जिनके माध्यम से वे सीख रहे थे अवतल लेंस और उत्तल लेंस सहित अन्य जानकारियां।

बदबू का दूर-दूर से कोई नाता नहीं

फिर एल टर्न लिया। यहां पर छात्राओं के लिए सुविधा घर बनाया गया था जिसे आप अंग्रेजी में टॉयलेट कहते हैं। जब प्रयोगशाला के कक्ष से बाहर निकले, तब भी ऐसा एहसास नहीं हो रहा था कि आगे सुविधा घर बनाया गया है। दरवाजा खोला तब भी ऐसा कोई एहसास नहीं था कि यहां पर टॉयलेट है। फर्श पर पानी की एक बूंद नहीं। वाशबेसिन बिल्कुल चकाचक। बदबू का दूर-दूर से कोई नाता नहीं। इस संबंध में प्राचार्य का कहना था कि दिन में यहां पर करीब 6 बार सफाई होती है।

शिक्षण और शिक्षक ही व्यवहार से वह बहुत ही गदगद

अन्य कक्षाओं कक्षाओं में जाकर विद्यार्थियों से चर्चा हुई। उनकी खुशी से साफ जाहिर हो रहा था कि यहां का वातावरण शिक्षण और शिक्षक ही व्यवहार से वह बहुत ही गदगद हैं। यहां पर एक सेवानिवृत्त शिक्षक भी लगातार आते हैं, जबकि वे पिछले माह सेवानिवृत्त हो चुके हैं लेकिन उनका विद्यालय प्रेम छलक रहा था। फिर एल टर्न पर सुविधाघर बना हुआ था जो कि विद्यार्थियों के लिए था। इसकी सफाई वैसी की वैसी ही।

कार्यालय में ही प्राचार्य कक्ष

अब पास में ही बना हुआ है सीएम राइस स्कूल का कार्यालय। इस कार्यालय में कुछ जगह पर प्राचार्य की कुर्सी और टेबल लगी हुई है। टेबल के सामने कुछ कुर्सियां और है, जहां पर अभिभावक सहित अन्य लोग बैठ सकते हैं प्राचार्य से चर्चा कर सकते हैं। शिक्षक शिक्षिकाओं की बात करें तो कोई राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त है तो कोई राज्य स्तरीय पुरस्कार प्राप्त, तो कोई राज्यपाल के साथ काम किए हुए भी हैं। सब अपने-अपने क्षेत्र में पारंगत हैं।

हरियाली से आच्छादित प्रार्थना सभा स्थल

और अब हम वहीं पर आ गए जहां से हमने शुरुआत की थी या ने की मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष। इसके ठीक पीछे बना हुआ है प्रार्थना सभा स्थल जो की हरियाली से आच्छादित है। खुला खुला वातावरण छोटे छोटे बड़े बड़े पौधे। यह व्यवस्था फिलहाल पुराने स्कूल भवन में शुरू की गई है हालांकि नया भवन बनने में भी समय लगेगा स्थान आवंटित हो चुका है भवन। निर्माण की प्रक्रिया शुरू होना शेष है।हरमुद्दा से साभार

देश दुनिया की ताजा खबरे सबसे पहले पाने के लिए लाइक करे प्रादेशिक जन समाचार फेसबुक पेज

प्रादेशिक जन समाचार स्वतंत्र पत्रकारिता के लिए मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा मंच है। यहां विभिन्न समाचार पत्रों/टीवी चैनलों में कार्यरत पत्रकार अपनी महत्वपूर्ण खबरें प्रकाशन हेतु प्रेषित करते हैं ।

Advertisement

Subscribe Youtube

Advertisement
झाबुआ6 hours ago

प्रधान जिला न्यायाधीश द्वारा जिला जेल झाबुआ का औचक निरीक्षण किया गया

झाबुआ6 hours ago

योग्य आवेदकों को ऋण उपलब्ध कराए, वित्तीय साक्षरता और ग्रामीण क्षेत्र में पहुंच सुनिश्चित करने हेतु ब्लॉक स्तरीय कैंप लगाए-कलेक्टर नेहा मीना

झाबुआ6 hours ago

चंद्रकला, रमेश बैरागी, चुन्नीलाल सहित सभी तीर्थ यात्री मुख्यमंत्री डॉ यादव को दे रहे थे धन्यवाद रतलाम से 239 तीर्थ यात्री मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन में हुए सम्मिलित

झाबुआ7 hours ago

भाजपा कार्यकर्ता रखते है लक्ष्य पूरा करने की काबिलियत:- विधायक डॉ.पांण्डेय एक-दूसरे के सहयोग से पूरा करें सदस्यता का लक्ष्य:- विधायक डामर जिले मे बन चुके है 1,70,000 सदस्य:- जिलाध्यक्ष श्री उपाध्याय भाजपा की कामकाजी बैठक सम्पन्न

झाबुआ7 hours ago

प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना अंतर्गत बैठक संपन्न***** खुशियों की दास्ता नगर निगम के सफाई कर्मियों को स्वच्छता ही सेवा अभियान की सौगात मिली सफाई मित्रों की स्वास्थ्य जांच के लिए शिविर आयोजित स्वास्थ्य को लेकर हुई परेशानी दूर****अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जाएगा

सेंसेक्स

Trending

कॉपीराइट © 2021. प्रादेशिक जन समाचार

error: Content is protected !!