विज्ञान सकारात्मक दृष्टिकोण से जीना सिखाता है- सुश्री जैन
दो दिवसीय विज्ञान कार्यशाला का समापन हुआ
रतलाम/ विज्ञान सकारात्मक दृष्टिकोण से जीना सिखाता है। हमारे आसपास की समस्त चीजें विज्ञान द्वारा संचालित है। हम विज्ञान द्वारा इसे समझने की कोशिश करें और अपने विचार और व्यवहार में विज्ञान को अपनाएं। उक्त विचार एनसीएसटीसी, नई दिल्ली, डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, नई दिल्ली, मेपकास्ट भोपाल, यदुकुल पर्यावरण संस्था, उज्जैन, जनजातीय कार्य विभाग द्वारा शासकीय कन्या परिसर रतलाम में आयोजित दो दिवसीय विज्ञान कार्यशाला के दूसरे दिन कार्यक्रम के शुरुआत अवसर पर नायब तहसीलदार सुश्री रूपाली जैन व्यक्त किए।
विज्ञान की प्रकृति ‘ आउटरीच एक्टीविटी टू कम्यूनिकेट साइंस टेम्पर फार ट्रायबल स्टूडेंट्स इन ट्रायबल डिस्ट्रिक्ट रतलाम’ के अंतर्गत के अंतर्गत शासकीय कन्या शिक्षा परिसर रतलाम में दो दिवसीय विज्ञान कार्यशाला के दूसरे दिन के पहले सत्र में मुख्य अतिथि नायब तहसीलदार सुश्री रूपाली जैन मौजूद थी। कार्यक्रम की अध्यक्षता विज्ञानविद् श्री श्यामवंत पुरोहित ने की। संस्था प्राचार्य गणतंत्र मेहता ने अतिथियों का स्वागत किया एवं स्वागत उद्बोधन दिया । कार्यक्रम की रूपरेखा से मेपकास्ट के प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ. विकास यादव ने अवगत कराया ।
सुश्री रूपाली जैन ने बच्चों से सकारात्मक एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोण रखने का आव्हान किया। श्री श्यामवंत पुरोहित ने भौतिक शास्त्र के नियमों की व्याख्या करते हुए सरल तरीके से विज्ञान को समझाया। संचालन आशीष दशोत्तर ने किया ।
वनों से विज्ञान को समझाया
दूसरे सत्र में वन विभाग रतलाम के वनरक्षक श्री बृजेश पाटीदार ने विभिन्न प्रजातियों के पौधे के उपयोग एवं उनके वनस्पतिक नामों से अवगत कराते हुए पर्यावरण बचाने और प्राकृतिक संतुलन बनाए रखना की समझाइश दी । उन्होंने विद्यार्थियों से वन्य जीवन, पेड़ पौधों एवं जंतुओं के महत्व को बताया। मेपकास्ट के डॉ. विकास यादव ने गिद्ध की प्रजातियों और उनके संरक्षण के लिए किए जा रहे उपायों से अवगत कराया। उन्होंने फिल्म के माध्यम से गिद्धों की जानकारी दी गई। इस दौरान विद्यार्थियों ने विज्ञान से संबंधित गीत एवं नाटक की प्रस्तुति दी।
सेमिनार का समापन रतलाम पब्लिक स्कूल की प्राचार्य श्रीमती संयोगिता सिंह की उपस्थिति में हुआ। श्रीमती सिंह ने विज्ञान से संबंधित आयोजन को सराहनीय निरूपित किया। इस अवसर पर उन्होंने चित्रकला, मॉडल एवं अन्य स्पर्धाओं में शामिल बालिकाओं को पुरस्कार भी वितरित किए। आयोजन के द्वितीय दिन विद्यालय की बालिकाएं, विद्यालय के शिक्षक मनीषा खराड़ी, ऊषा राठौर, रश्मि शर्मा, विरेन्द्र सिंह राठौर, प्रेमलता उइके, यशवंत वर्मा, सीमा कनेरिया एवं विज्ञान से जुड़े सम्मानितजन उपस्थित रहे। अंत में आभार श्री विरेन्द्र सिंह राठौर ने माना।