नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह का भ्रमण कार्यक्रम
रतलाम / प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह 13 नवंबर को रतलाम आएंगे। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह 13 नवंबर को प्रातः 11:40 बजे वायुयान द्वारा रतलाम आएंगे। वे दोपहर 11:45 बजे से दोपहर 2:30 बजे तक विधायक सभागृह में चेतन्य काश्यप फाउंडेशन द्वारा आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में शामिल होंगे।
श्री सिंह दोपहर 3:15 बजे से 3:45 बजे तक महापौर नगर पालिका निगम रतलाम के निवास पर सौजन्य भेंट करेंगे। दोपहर 3:45 बजे से 4:45 बजे तक नगर निगम रतलाम की विभिन्न विकास योजनाओं के भूमि पूजन कार्यक्रमों में सम्मिलित होंगे। मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह इसी दिन शाम 4:45 बजे वायुयान द्वारा रतलाम से भोपाल के लिए प्रस्थान कर जाएंगे।
मुख्यमंत्री कृषक जीवन कल्याण योजना में आर्थिक सहायता स्वीकृत
रतलाम / मुख्यमंत्री कृषक जीवन कल्याण योजना अंतर्गत कलेक्टर श्री नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी द्वारा जिले में मृत्यु के प्रकरणों में आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की गई है। बताया गया है कि तहसील सैलाना टप्पा शिवगढ़ के जूनी बोर्डी के नानूराम पिता रंगजी की मृत्यु के प्रकरण में श्रीमती देवली बाई को 4 लाख रुपए, सूजापुर तहसील पिपलोदा के बीरबल बैग की मृत्यु के प्रकरण में श्रीमती परवीन को 4 लाख रुपए तथा रामगढ़ विसलखेड़ा तहसील ताल के सुरेश तथा रितेश की मृत्यु के प्रकरण में श्रीमती लीलाबाई को 8 लाख रुपए की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की गई है।
बाजना, सैलाना क्षेत्र में आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए मॉनिटरिंग की गई
समग्र आईडी और आधार कार्ड के आधार पर पात्र होने की जानकारी ली जा सकती है
रतलाम / मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के अंतर्गत कलेक्टर श्री नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी के निर्देशानुसार मैदानी कार्यकर्ता आशा, पंचायत सचिव, रोजगार सहायक, आंगनवाडी कार्यकर्ताओं द्वारा घर घर जाकर पात्र हितग्राहियों के कार्ड बनाए जा रहे हैं।
जनपद पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री अल्फिया खान तथा बीसीएम सुमन लोड द्वारा बाजना क्षेत्र के ग्राम झरनिया, गडीगमना, ग्राम ठिकरिया, ग्राम घोडाखेडा आदि में जाकर कार्यक्रम की प्रगति की मॉनिटरिंग की गई। सैलाना क्षेत्र के जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री मालवीय तथा बीसीएम रेखा गणावा द्वारा सैलाना क्षेत्र के केलकच्छ, अडवानिया, सेमलखेडा क्षेत्रों में भ्रमण कर कार्यक्रम की प्रगति की मॉनिटरिंग की गई।
उल्लेखनीय है कि रतलाम जिले में आयुष्मान भारत निरामयम योजना अंतर्गत सामाजिक आर्थिक जाति जनगणना में चिन्हित खाद्य पात्रता पर्चीधारक तथा संबल योजना के हितग्राही को प्रत्येक वर्ष प्रत्येक परिवार को 5 लाख रूपए तक कैशलेस इलाज की सुविधा शासकीय चिकित्सालय, शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय तथा चिन्हित निजी अस्पतालों के माध्यम से दी जाती है। कार्ड बनवाने के लिए हितग्रहियों को अपना आधार कार्ड और समग्र आईडी लेकर नजदीकि कॉमन सर्विस सेंटर जाना होता है और पात्र हितग्राही निशुल्क कार्ड बनवाकर लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
योजना के अंतर्गत 1399 प्रकार के सर्जरी अनुसार पैकेज स्वीकृत किए गए हैं जिनके अंतर्गत शासकीय अस्पतालों, शासकीय मेडिकल कालेजों एवं चिन्हित निजी अस्पतालों के माध्यम से उपचार संबंधी सेवाऐं प्रदान की जा रही है। इसके सबंध में अधिक जानकारी टोल फ्री नंबर 14555 एवं 18002332085 पर संपर्क करके प्राप्त की जा सकती है । शासकीय अस्पताल में आयुष्मान मित्र से भी इस संबंध में संपर्क स्थापित कर सकते हैं ।
राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम अंतर्गत शिविर संपन्न
रतलाम/ राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत उपस्वास्थ्य केंद्र मोरिया में केम्प आयोजित किया गया जिसमें रतलाम जिले से मेडिकल ऑफिसर जिला क्षय केंद्र डॉ. गुलरेज मंसूरी, लैब टेक्नीशियन श्रीमती जुलीयाना सिगार, एसटीएलएस श्री महेश मेहरा, आई.सी.टी.सी. सलाहकार श्री धर्मेंद्र बड़ोदिया आलोट, एस.टी.एल.एस. श्री सुनील सवारियां आलोट एवं सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी अंजली बंसल, एएनएम कुसुम चौहान, आशा कार्यकर्ता शारदा सूर्यवंशी उपस्थित थे।
क्षय उन्मूलन कार्यक्रम में 19 मरीजों के खंखार के सैंपल लिए गए एवं 22 लोगों का एचआईवी परीक्षण किया गया। सभी 22 एचआइवी परीक्षण नेगेटिव पाए गए है। जिला क्षय अधिकारी डॉ. अभिषेक अरोडा ने बताया कि 15 दिन से अधिक समय से खांसी एवं शाम को बुखार, बजन में कमी आना, भूख ना लगना जैसे लक्षण दिखाई देने पर तुरंत खंखार की जॉच कराना चाहिए। क्षय रोग का पूरा उपचार जिला चिकित्सालय के क्षय रोग ईकाई में निल:शुल्क उपलब्ध है। पूरा उपचार कराने पर टीबी पूरी तरह ठीक हो जाता है।
एमसीएच अस्पताल में सॉस अभियान का शुभारंभ
5 वर्ष तक के बच्चों में निमोनिया के लक्षण होने पर स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा उपचार हेतु प्रोटोकाल अनुसार प्रबंधन किया जाएगा
रतलाम / विश्व निमोनिया दिवस पर रतलाम जिले के मातृ एवं शिशु अस्पताल में बच्चों में निमोनिया से होने वाली मृत्यु को रोकने के लिए सॉस ‘सोशल अवेयरनेस एंड एक्शन टू न्यूट्रलाईज्ड निमोनिया सक्सेसफुली’ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम का संचालन 12 नवंबर से 28 फरवरी तक किया जाएगा।
कार्यक्रम का शुभारंभ पार्षद श्रीमती हिना उत्सव मेहता, श्री गोविंद काकानी, म.प्र. राज्य रेडक्रॉस समिति सदस्य श्री महेन्द्र गादिया, जनअभियान परिषद के जिला समन्वयक श्री रत्नेश विजयवर्गीय, सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर ननावरे, सिविल सर्जन डॉ. आनंद चंदेलकर, डीएचओ डॉ. जी.आर. गौड, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. आर.सी. डामोर , आरएमओ डॉ. रवि दिवेकर, समाजसेवी श्री हार्दिक मेहता, डॉ. अजहर अली, डॉ. गोरव बोरीवाल, श्रीमती सरला वर्मा, श्री सचिन वर्मा, श्री मोहन कछावा, श्रीमती विंद्या वास्कले, श्री आशीष चौरसिया, श्री चेतन पांडेय एवं आरबीएस के चिकित्सकों, धात्री माताओं एवं आशा कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में प्रचार सामग्री का विमोचन कर किया गया।
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. आर. सी. डामोर ने बताया कि बच्चों में होने वाली मृत्यु का एक बडा कारण निमोनिया है किेंतु सही समय पर जॉच उपचार कराकर निमोनिया से बचाव संभव है। निमोनिया के प्रमुख लक्षण सामान्य सर्दी और खांसी, सर्दी और खासी के साथ तेज सांस चलना, तथा छाती का धंसना है तथा अन्य लक्षण पीने में असमर्थ, निरंतर उल्टी, झटके आना, सुस्त या बेहोश, बच्चे की सांस में घरघराहट गंभीर कुपोषण बुखार 37.5 डिग्री से अधिक होना आदि है। ऐसे लक्षण दिखने पर तत्काल चिकित्सक से सलाह लेना चाहिए। झाड फुंक, शरीर पर गर्म डाम लगाना, अंधविश्वास एवं कोई घरेलू उपचार नहीं करना चाहिए।
सीएमएचओ डॉ. ननावरे ने बताया कि निमोनिया के सामान्य लक्षण होने पर स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा एमोक्सीसिलीन साईरप एवं इंजेक्शन जेंटामाईसिन द्वारा प्रारंभिक उपचार प्रदान कर जोखिम के लक्षण होने पर रेफर केया जाएगा। इसके लिए आवश्यक दवाईयां एवं प्रशिक्षण प्रदान किया गया है ।
पार्षद श्रीमती हिना उत्सव मेहता ने आमजन से अपील की है कि निमोनिया से बचाव के लिए लक्षण दिखाई देते ही नजदीकि शासकीय अस्पताल में बच्चों का पूरा उपचार करावें। श्री गोविंद काकानी ने जनजागरूकता का महत्व बताते हुए बच्चों में हीमोफिलिया, सिकल सेल अनीमिया, थेलेसीमिया से बचाव के लिए अधिक से अधिक गर्भवती माताओं का रक्त परीक्षण कराने की बात कही। श्री महेन्द्र गादिया ने कहा कि समाजसेवी संस्थाओं का सहयोग प्राप्त कर शिविरों का आयोजन कर जागरूकता लाई जाए और उन्होने समाजसेवी संस्थाओं द्वारा बच्चों के उपचार हेतु हर संभव सहयोग का विश्वास व्यक्त किया ।
डीपीएम डॉ. अजहर अली ने प्रसव के एक घंटे के भीतर स्तनपान, छ: माह तक केवल स्तनपान, छ: माह बाद पुरक पोषाहार, दो वर्ष तक स्तनपान जारी रखने अथवा बच्चा जब तक चाहे स्तनपान जारी रखने के व्यवहार अपनाने की बात कही। संचालन श्री आशीष चौरसिया ने किया तथा आभार सिविल सर्जन डॉ. चंदेलकर ने माना ।
मीजल्स रूबेला टीकाकरण अभियान प्रथम चरण में
14 से 19 नवंबर एवं द्वितीय चरण में 19 से 24 दिसंबर के मध्य
स्कूल शिक्षा विभाग के प्रतिनिधियों के साथ बैठक संपन्न
5 वर्ष तक की आयु के छुटे हुए बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा
रतलाम / मीजल्स रूबेला टीकाकरण अभियान के दौरान प्रथम चरण में 14 से 19 नवंबर एवं द्वितीय चरण में 19 से 24 दिसंबर के मध्य 5 वर्ष तक की आयु के छुटे हुए बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा । इस संबंध में जिला प्रशिक्षण केंद्र विरियाखेडी पर शहरी क्षेत्र के प्राचार्यों, महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रतिनिधियों के साथ सीएमएचओ डॉ. ननावरे डीआईओ डॉ. वर्षा कुरील, डब्लूएचओ के एसएमओ डॉ. रितेश बजाज की उपस्थिति में बैठक कर छूटे हुए बच्चों का टीकाकरण कराने के संबंध में चर्चा की गई।
सिविल अस्पताल आलोट में बीएमओ डॉ. अब्दूल कादिर, बीसीएम श्री कैलाश पाटीदार, बीपीएम श्री मुकेश राठौर तथा सीएचसी बाजना में बीएमओ डॉ. अनम शेख, बीईई श्रीमती निशा सोलंकी, बीपीएम श्री मोईनुददीन आदि की उपस्थिति में महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रतिनिधियों, स्कूल प्राचार्यों के साथ बैठक कर शत-प्रतिशत बच्चों को मीजल्स रूबेला का टीकाकरण कराने के संबंध में चर्चा की गई। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. वर्षा कुरील ने बताया कि मीजल्स एवं रूबेला घातक बीमारियां हैं । इनसे बचाव के लिए पहला टीका 9 से 12 माह की आयु में तथा दूसरा टीका 16 से 24 माह की आयु में लगाया जाता है। टीकाकरण का कवरेज 95 प्रतिशत से अधिक होने पर मीजल्स रूबेला का निर्मूलन किया जा सकता है।
मीजल्स :- मीजल्स एक गंभीर बीमारी है । खांसने छींकने से एक बीमार बच्चे से दूसरे बच्चे में फैलता है। बच्चे को निमोनिया, दस्त, दिमागी संक्रमण जैसी घातक जटिलताओं के प्रति संवेदनशील बना सकता है। बच्चे में बुखार, शरीर पर लाल दाने, नाक बहना, ऑख आना जेसे लक्षण से इसकी पहचान होती है। बीमारी संक्रमित बच्चे की खांसी के ड्रापलेट के माध्यम से फैलती है एवं इसके लक्षण 7 से 14 दिन में दिखाई देते हैं।
रूबेला :- गर्भवती स्त्री के गर्भ में पल रहा बच्चा अंधा, बहरा, मंदबुद्वि, दिल में छेद जैसी विकृति के साथ पैदा होता है। बच्चे की गर्भ में मृत्यु भी हो सकती है। अगर महिला को गर्भ के आरंभ में रूबेला संक्रमण होता है तो सीआरएस (जन्मजात रूबेला सिंड्रोम) विकसित हो सकता है। रूबेला संक्रमण को जर्मन मीजल्स के नाम से भी जाना जाता है । वायरस के संपर्क में आने के 2 से 3 दिन बाद चकत्ते आते हैं और ये 3 दिन तक रह सकते हैं ।
खाद के संबंध में भ्रम फैलाने वालों और गड़बड़ी करने वालों के विरूद्ध होगी कार्यवाही
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किया आश्वस्त, किसानों को जरूरत के अनुसार मिलेगी खाद
रतलाम / मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है प्रदेश में किसानों के लिए खाद की पर्याप्त व्यवस्था है। निरंतर आपूर्ति की जा रही है। कुछ तत्व खाद के संकट की अफवाह फैला कर अराजकता का माहौल बनाना चाहते हैं। ऐसे भ्रम फैलाने वाले लोगों के विरूद्ध सख्ती से कार्यवाही की जाएगी। गड़बड़ी करने वालों के विरुद्ध भी कार्यवाही होगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किसानों को आश्वस्त किया कि प्रदेश में खाद की कोई कमी नहीं आने देंगे। प्रदेश में खाद के रैक निरंतर आ रहे हैं। थोड़े समय के लिए तकनीकी कारणों से कुछ दिक्कत अवश्य आई थी जिसे दूर कर लिया गया है। किसानों को चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है। राज्य सरकार किसानों को आवश्यकतानुसार खाद उपलब्ध करवा रही है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निरंतर समीक्षा कर खाद की उपलब्धता और वितरण व्यवस्था सुचारू बनाने के निर्देश दिए हैं। संबंधित विभागों के अधिकारी जिलों में भ्रमण कर व्यवस्थाएँ भी देख रहे हैं।