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ट्रेनों के आमने-सामने आते ही लग जाएंगे ब्रेक:देश में पहली बार रेलगाड़ियों की टक्कर रोकने के लिए इंस्टॉल कर रहे एडवांस टेक्नोलॉजी

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लेखक: शिवेंद्र दुबे

रतलाम~~भारतीय रेलवे के दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-हावड़ा राजधानी रूट देश में सबसे पहले रिचर्स डिजाइन एंड स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन द्वारा इजाद की गई कवच प्रणाली से लैस होंगे। यह पूरी तरह स्वदेशी प्रणाली है, जो आमने-सामने आ रही ट्रेनों को ऑटोमेटिक ब्रेक लगाकर रोक देगी।

मिशन रफ्तार के तहत रेलवे दोनों ही राजधानी रूट पर तेजी से काम कर रहा है। इसमें दिल्ली-मुंबई रूट का रतलाम मंडल से गुजर रहा लगभग 228 किमी लंबा नागदा-गोधरा रेल खंड भी शामिल है। फिलहाल ट्रैक पर सेंसर, एडवांस सिग्नल सिस्टम, केबल और अन्य डिवाइस इंस्टॉल किए जा रहे हैं। इंजन में भी उपकरण लगेंगे। ये सभी माइक्रो प्रोसेसर, जीपीएस और रेडियो के माध्यम से सिग्नल सिस्टम और कंट्रोल से जुड़े रहते हैं।

यह सिस्टम एक ही ट्रैक पर आमने-सामने से आ रही ट्रेनों का एक निर्धारित दूरी से ही पता लगाकर ऑटोमेटिक ब्रेक लगा देगा। यह कनेक्टिविटी देने के लिए ट्रैक पर हर दो या तीन किमी पर वाई-फाई सिस्टम भी लगेंगे। लगभग 1349 किमी लंबे दिल्ली-मुंबई और लगभग 1500 किमी दिल्ली-हावड़ा राजधानी रूट पर तेजी से काम चल रहा है। उम्मीद है कि अगले साल सिस्टम की कमिशनिंग हो जाएगी। इसके बाद दूसरे राजधानी रूट पर भी कवच प्रणाली लगाई जाएगी।

ये है कवच सिस्टम: दूसरी ट्रेन का पता लगाकर स्वचलित ब्रेक लगाने में सक्षम यह एक प्रकार की टक्कर रोधी तकनीक है। इसका टेक्निकल नाम ट्रेन कोलीजियन एवाइडेंस सिस्टम (टीसीएएस) है। इंजन में लगने वाला यह सिस्टम एक निश्चित दूरी के भीतर उसी ट्रैक पर आ रही दूसरी ट्रेन का पता लगाकर स्वचालित ब्रेक लगाने में सक्षम है। कवच एक स्वदेशी स्वचालित ट्रेन सुरक्षा प्रणाली है। सेफ्टी इंटीग्रिटी लेवल 4 प्रमाणित इस सिस्टम को आरडीएसओ (रिचर्स डिजाइन एंड स्टैंडर्ड आर्गेनाइजेशन) ने इजाद किया है।

ऐसे काम करती है कवच प्रणाली, रुकेंगे रेल हादसे
इंजन माइक्रो प्रोसेसर, ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) और रेडियो संचार के माध्यम सिग्नल सिस्टम और कंट्रोल टॉवर से जुड़ा रहता है। यह ऐसे दो इंजनों के बीच टक्कर को रोकता है, जिनमें कवच प्रणाली काम कर रही है। कवच प्रणाली ट्रेन के रेड सिग्नल पार करने या उसकी स्पीड लिमिट से ज्यादा होने पर ऑटोमेटिक एक्टिव होकर इंजन के ब्रेकिंग सिस्टम को सक्रिय कर देता है। ड्राइवर के नहीं लगाने पर भी ब्रेक लग जाते हैं। इतना ही नहीं कवच सिस्टम रोल बैक, फारॅवर्ड, रिवर्स मूवमेंट, साइड टक्कर जैसी इमरजेंसी में भी स्टेशन, लोको ड्राइवर को तत्काल अलर्ट करने में सक्षम है।

मिशन रफ्तार के तहत दिल्ली-मुंबई राजधानी रूट पर कवच सिस्टम लगाया जा रहा है। यह एडवांस सिस्टम है, जो ट्रेनों की आमने-सामने की टक्कर को रोकता है। इसमें ट्रैक और इंजन में अत्याधुनिक उपकरण लगाए जा रहे हैं। -रजनीश कुमार, डीआरएम-रतलाम मंडल

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