जिला चिकित्सालय के लिए रोगी कल्याण समिति से अनावश्यक खरीदी नहीं की जाए
रोगी कल्याण समिति की बैठक में कलेक्टर श्री सूर्यवंशी ने दिए निर्देश
रतलाम / जिला चिकित्सालय रोगी कल्याण समिति की बैठक कलेक्टर श्री नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी की अध्यक्षता में सोमवार को सम्पन्न हुई। कलेक्टर ने उपस्थित सिविल सर्जन डा. आनन्द चंदेलकर को निर्देशित किया कि रोगी कल्याण समिति की राशि से अनावश्यक खरीदी नहीं की जाए, जहां विभागीय मद से राशि मिल सकती है, प्राप्त करने का प्रयास करें। जिला चिकित्सालय की समस्त मशीनें, उपकरण चालू अवस्था में रहे, खराबी नहीं आए। रोगी कल्याण समिति की राशि से जिन कर्मचारियों को मानदेय दिया जा रहा है, उन कर्मचारियों की सूची उपलब्ध कराई जाए। बैठक में जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती जमुना भिडे, सदस्य श्री मनोहर पोरवाल, श्री गोविन्द काकानी, कार्यपालन यंत्री लोनिवि श्री अनुरागसिंह, निगम आयुक्त श्री हिमांशु भट्ट आदि उपस्थित थे।
बैठक में रोगी कल्याण समिति की विगत अप्रैल से लेकर 30 नवम्बर तक आय की जानकारी में बताया गया कि समिति को बाह्य रोगी पंजीयन से 6 लाख 27 हजार रुपए, अन्तःरोगी पंजीयन से 2 लाख 49 हजार रुपए, प्रायवेट रुम किराए से 2 लाख 2 हजार रुपए, सोनोग्राफी, सीटीस्केन, डायलिसिस से लगभग 10 हजार रुपए, एम्बुलेस सेवा शुल्क से 24 हजार रुपए प्राप्त हुए हैं। इसी प्रकार दुकान किराया से 20 हजार रुपए, पार्किंग सुविधा से 5 लाख 60 हजार रुपए, केंटिंन, लांड्री सुविधा आदि से 11 लाख 21 हजार रुपए, निवेश से 2 लाख 85 हजार रुपए, निविदा शुल्क, इंटर्नशिप, प्रशिक्षण, दण्ड, शास्ति आदि से 41 लाख 26 हजार रुपए प्राप्त हुए हैं।
व्यय की जानकारी में बताया गया कि कर्मचारियों के मानदेय पर 15 लाख रुपए, फर्नीचर एवं उपकरण पर 10 लाख रुपए, कम्प्युटर-प्रिंटर्स, अन्य पेरिफेलरल्स पर 14 हजार रुपए, विद्युत,जल शुल्क पर 19 हजार रुपए, एक्सरे फिल्म रिएजेंट आदि की खरीदी पर 1 लाख 89 हजार रुपए, अस्पताल सामग्री पलंग, गद्दे, लीनन एवं मरम्मत पर 96 हजार 585 रुपए, वार्षिक रखरखाव अनुबंध पर 1 लाख 51 हजार रुपए, उपकरणों के रखरखाव व मरम्मत पर 1 लआख 32 हजार रुपए, साफ-सफाई सुरक्षा व्यवस्था पर 13 लाख 44 हजार रुपए, निदान सुविधाओं सोनोग्राफी, सीटीस्केन, डायलिसिस आदि पर 13 लाख 12 हजार रुपए, व्यावसायिक सेवाओं पर चार्टर्ड अकाउँटेंट की फीस के लिए 8 हजार 250 रुपए, ई-अस्पताल पर 7 लाख 31 हजार रुपए, विज्ञापन और प्रचार-प्रसार एवं अन्य खर्च 4 लाख 44 हजार रुपए, मुद्रण कार्य पर 1 लाख 46 हजार 663 रुपए, लघु निर्माण कार्य, अस्पताल भवन का विद्युत कार्य, रंग रोगन, बगीचे के रखरखाव पर 4 लाख 94 हजार रुपए व्यय किया गया है। इस प्रकार रोगी कल्याण समिति की विगत अप्रैल से गत 30 नवम्बर तक की कुल आय 1 करोड 13 लाख 17 हजार रुपए बताई गई, जबकि इसी अवधि में खर्च 77 लाख 54 हजार 848 रुपए बताया गया है।
जिला चिकित्सालय के आईसीयु-सीसीयु वार्ड में नवीन वैक्युम एवं आक्सीजन लाईन कार्य के लिए ई-निविदा प्रकाशन की कार्यवाही प्रचलन में है, जिस पर 2 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। एम.पी. वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन भोपाल के द्वारा पत्रकार प्रायवेड वार्ड हेतु स्थान प्रदान करने के सम्बन्ध में स्थान अनुपलब्धता नहीं होने की जानकारी से संबंधित को पत्र द्वारा सूचित कर दिया गया है। जिला चिकित्सालय में नवीन लाण्ड्री का निर्माण पूर्ण होकर भवन हस्तगत हो चुका है। लाण्ड्री प्रारम्भ करने के लिए ई-निविदा प्रकाशन कार्यवाही प्रचलन में है। जिला चिकित्सालय में वर्ष 2019-20 में शौचालय निर्माण की राशि 1 लाख 37 हजार रुपए का भुगतान कर दिया गया है। आक्सीजन जनरेशन प्लांट सप्लाई हेतु 90 मीटर की आक्सीजन पाईप लाईन की राशि 2 लाख रुपए की कार्योत्तर स्वीकृति समिति द्वारा प्रदान की गई थी। साथ ही ब्लड बैंक, सीटी स्केन कक्ष में इलेक्ट्रीक एवं रिनोवेशन कार्य की अनुमानित राशि 2 लाख रुपए की स्वीकृति प्राप्त की गई थी, उपरोक्त कार्यवाहियां पूर्ण कर ली गई है।
जिला चिकित्सालय में सफाई, सुरक्षा व्यवस्था, मेन पावर आदि समस्त कार्यों के नवीन टेण्डर कार्यवाही प्रचलन में है। जिला चिकित्सालय परिसर में स्थित कुएं में पेडों की कटाई व पानी के उपयोग के सम्बन्ध में नगर निगम द्वारा कार्यवाही की जाना है। जिला चिकित्सालय आक्सीजन प्लांट के रखरखाव के लिए आऊटसोर्स एजेंसी से दो कर्मचारी रख्ो गए है जिनका भुगतान राज्य मद से किया जा रहा है। बायो मेडिकल इंजीनियर को 25 हजार रुपए प्रतिमाह मानदेय भुगतान किया जा रहा है। बैठक में जिला चिकित्सालय के ट्रामा ओटी के लिए एक ड्रील मशीन लगभग 1 लाख 75 हजार रुपए लागत की तथा एक ड्रील मशीन बेटरी चार्जर लगभग 16 हजार रुपए मूल्य की खरीदी के लिए कलेक्टर ने नियमानुसार प्रक्रिया सम्पादित करने के निर्देश दिए। साथ ही आक्सीजन उत्पादन संयंत्रों में डेडीकेटेड ट्रांसफार्मर की स्थापना के लिए प्राप्त राशि 17 लाख 36 हजार रुपए के उपयोग की स्वीकृति बैठक में दी गई।