मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना अंतर्गत आयोजन 18 जनवरी से
रतलाम / मुख्यमंत्री कन्या विवाह निकाह योजना अंतर्गत रतलाम जिले में विवाह समारोह आयोजनों की तिथि निर्धारित कर दी गई है। विवाह आयोजन 18 जनवरी से प्रारम्भ होंगे। कलेक्टर श्री नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी ने सबी एसडीएम तथा जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों एवं नगर पालिका अधिकारियों को समय सीमा में तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए हैं।
उपसंचालक सामाजिक न्याय एवं निशक्तजन कल्याण श्रीमती संध्या शर्मा ने बताया कि आगामी 18 जनवरी को जनपद पंचायत पिपलोदा तथा नगर परिषद पिपलोदा के हितग्राहियों के लिए विवाह आयोजन होगा। जनपद पंचायत आलोट, नगर परिषद आलोट तथा ताल के हितग्राहियों के लिए विवाह समारोह आयोजन 30 जनवरी को होगा। जनपद पंचायत जावरा, नगर पालिका जावरा एवं नगर परिषद बड़ावदा के हितग्राहियों के लिए विवाह आयोजन 13 फरवरी को होगा। इसी प्रकार नगर निगम रतलाम, जनपद पंचायत रतलाम तथा नगर परिषद नामली एवं धामनोद के हितग्राहियों के लिए विवाह आयोजन 27 फरवरी को किया जाएगा।
मतदान हेतु कामगारों को विशेष अवकाश
रतलाम / उप निर्वाचन वर्ष 2022 (उत्तरार्द्ध) में मताधिकार का उपयोग करने की सुविधा कामगारो को प्रदान की गई है। आगामी 5 जनवरी को मतदान हेतु संबंधित ग्राम पंचायत क्षेत्र में आने वाले सभी कारखानों में कार्यरत समस्त कामगारों को कारखाना प्रबंधकगण मतदान दिवस पर अवकाश प्रदान करेंगे।
जिला श्रम पदाधिकारी ने बताया कि ऐसे कारखानों, दुकान एवं वाणिज्यिक संस्थानों के कामगारों को नियोजकगण तथा प्रबंधकगण जो सप्ताह में सातों दिन कार्य करते हैं, उन्हें मतदान हेतु दो घंटे अनुपस्थित रहने की अनुमति प्रदान करेंगे, जिससे कामगार सुविधाजनक एवं निर्बाध रुप से अपने मताधिकार का उपयोग कर सकें।
त्रिस्तरीय पंचायत उपनिर्वाच022न हेतु सेक्टर आफिसर नियुक्त
रतलाम / कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी द्वारा त्रिस्तरीय उपनिर्वाचन (उत्तरार्द्ध) स्वतंत्र, निष्पक्ष तथा शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने जाने तथा कानून एवं व्यवस्था सुदृढ बनाए रखने, चुनाव के पूर्व तथा चुनाव के दौरान असामाजिक एवं आपराधिक तत्वों पर नियंत्रण व आवश्यक प्रतिबंधात्मक कार्यवाही करने हेतु विकासखण्ड रतलाम, जावरा एवं पिपलौदा के लिए विभिन्न अधिकारियों को झोनल मजिस्ट्रेट (सेक्टर आफिसर) नियुक्त किया गया है।
नियुक्त सेक्टर आफिसर में विकासखण्ड रतलाम के लिए जिला समन्वयक जिला पंचायत श्री जोएल कटारा, सहायक यंत्री म.प्र. सडक विकास प्राधिकरण श्री व्ही.के. रामजे, भूमि संरक्षण सर्वे अधिकारी सहायक भूमि संरक्षण नदी घाटी योजना श्री प्रभुलाल मीणा, विकासखण्ड जावरा के लिए सचिव कृषि उपज मण्डी जावरा श्री रविन्द्र जैन, प्रबंधक बीज निगम श्री राजेन्द्रसिंह सोलंकी, वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी जावरा डा. पी.एस. कुशवाह तथा विकासखण्ड पिपलौदा के लिए खण्ड शिक्षा अधिकारी श्री शक्तिसिंह डोडियार नियुक्त किए गए हैं। नियोजित सेक्टर आफिसर संबंधित तहसीलदार एवं रिटर्निंग आफिसर (पंचायत) के निर्देशन व मार्गदर्शन में कार्य सम्पादित करेंगे।
जिला स्तरीय संवेदीकरण कार्यक्रम 30 दिसम्बर को
रतलाम / ब्यूरो आफ इंडियन स्टैण्डर्स के सम्बन्ध में एक प्रशिक्षण, सह-संवेदीकरण कार्यक्रम का आयोजन 30 दिसम्बर को दोपहर 2.00 बजे कलेक्टोरेट सभाकक्ष में किया जाएगा। जिला आपूर्ति अधिकारी श्री एस.एच. चौधरी ने बताया कि कार्यक्रम में समस्त जिला कार्यालय प्रमुखों को फैकल्टी द्वारा ब्यूरो आफ इंडियन स्टैण्डर्स के महत्व एवं आवश्यकता के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
गेहूं, चना, सरसों, मसूर एवं अलसी का फसल बीमा कराने का अंतिम मौका
31 दिसम्बर तक ना चूके किसान
रतलाम / किसान भाईयों से अपील की गई है कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत वर्ष 2022-23 रबी फसल गेहूं, चना, सरसों, मसूर एवं अलसी का बीमा कराने की अंतिम तिथि 31 दिसम्बर 2022 है। शासन द्वारा फसल बीमा कराने हेतु जिले में गेहूं फसल हेतु 426, चना 127, एवं सरसों के 30 पटवारी हल्के अधिसूचित किये गये है। पटवारी हल्का स्तर पर गेहूं, चना, सरसों बीमा कराने हेतु गेहूं की प्रीमीयम राशि 810 रू. प्रति हैक्टेयर, 525 रू. प्रति हैक्टेयर चना, एवं 315 रू. प्रति हैक्टेयर सरसों का बीमा प्रीमियम निर्धारित है। तहसील एवं जिला स्तर पर अलसी जिसकी प्रीमीयम राशि 315 एवं मसूर 384 रू. प्रति हैक्टेयर रखी गई है।
ऋणी एवं अऋणी कृषक अपनी फसल क्षति की नुकसानी हेतु बैंको में संपर्क कर फसल बीमा अवश्य करवाये। अऋणी कृषको को फसल बीमा कराने हेतु आधार कार्ड, बुवाई प्रमाण पत्र, भू-अधिकार पुस्तिका आदि प्रस्तुत करें। यदि फसल बीमा में किसी प्रकार की समस्या आती है तो संबंधित बीमा कंपनी एग्रीकल्चर इंश्योंरेंस कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड के प्रतिनिधि अधिकारी तहसील रतलाम हेतु श्री ओमकार अजनार मो.न. 8827902519, तहसील आलोट हेतु श्री मनीष प्रजापति 8223064927, तहसील ताल हेतु श्री मोहनलाल निनामा मो.न. 9993824052, तहसील जावरा हेतु श्री विनोद प्रजापति मो.न. 9691739373, तहसील पिपलौदा हेतु श्री बापूलाल भगोरा 8120519327, तहसील सैलाना हेतु श्री राजेद्र मेहता 8109515217, तहसील बाजना हेतु श्री फतेहसिंह चारेल 7879754743, एवं तहसील रावटी हेतु श्री पूनमचंद भाभर 7354119904 से सम्पर्क कर बीमा संबंधी समस्याओं का निराकरण करा सकते है तथा अधिक जानकारी लेने हेतु सम्पर्क कर सकते है।
उल्ल्लेखनीय है कि गत दिवस दिशा समिति की बैठक में सांसद श्री गुमानसिंह डामोर द्वारा निर्देशित किया गया कि किसानों को फसल बीमा हेतु प्रोत्साहित किया जाए, इसका अधिक से अधिक प्रचार मैदानी अमला किसानों के मध्य करें जिससे किसान को प्राकृतिक आपदा के समय उसकी नुकसानी की भरपाई बीमे के माध्यम से हो सके।
कन्या शिक्षा परिसर में छात्रा की मृत्यु की मजिस्ट्रियल जांच
घटना के संबंध में साक्ष्य अथवा दस्तावेज 30 दिसंबर तक प्रस्तुत करें
रतलाम / रतलाम स्थित कन्या शिक्षा परिसर में अध्ययनरत छात्रा कुमारी कृष्णा पिता बहादुर सिंह डामोर कक्षा 9 वी की छात्रावास की छत से गिरने से मृत्यु एवं उससे उत्पन्न कानून व्यवस्था की विपरीत स्थिति की जांच हेतु जिला दंडाधिकारी श्री नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी द्वारा अनुविभागीय दंडाधिकारी रतलाम शहर श्री संजीव पांडे को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है।
जांच अधिकारी श्री पांडे द्वारा कहा गया है कि जांच के निर्धारित बिंदुओं एवं घटना के संबंध में किसी व्यक्ति विशेष को कोई दस्तावेज, साक्ष्य अथवा प्रमाण या आपत्ति प्रस्तुत करना है तो वह 30 दिसंबर तक (अवकाश दिवस को छोड़कर) अनुविभागीय दंडाधिकारी रतलाम शहर के समक्ष प्रस्तुत कर सकता है। जांच के बिंदु निम्नानुसार है –
घटना वाले दिन बालिका कहां थी, उस दिन बालिका की गतिविधि क्या थी। बालिका की मृत्यु कैसे हुई, क्या बालिका की हत्या हुई। क्या बालिका बीमार थी। क्या बालिका की मृत्यु के पूर्व से छात्रावास में ऐसी कोई परिस्थितियां थी जिनके कारण बालिका ने आत्महत्या करी। क्या बालिका का किसी से वाद-विवाद हुआ, बालिका की मृत्यु के दिन परीक्षा भी थी क्या। इस दौरान किसी के द्वारा डांट या अन्य ज्यादति की गई। बालिका के मृत्यु के दिन परिसर व बालिका विशेष की स्थिति कैसी थी सामान्य अथवा विकट। बालिका के साथ कौन-कौन था। बालिका की सहेलियों के अनुसार घटना के पूर्व की स्थिति कैसी थी। क्या बालिका की मृत्यु के पूर्व हॉस्टल के कर्मचारियों और अधिकारियों ने कोई ज्यादति की थी। अन्य कोई कारण, भविष्य में सुरक्षा के उपाय।