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रतलाम में अमृत सागर और हनुमान ताल के बाद अब निखरेगा अष्टकोणीय झाली तालाब

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रतलाम में अमृत सागर के साथ ही हनुमान ताल का भी सुंदरीकरण किया जा रहा है। यहां प्रवेश द्वार बन चुका है।

रतलाम । अमृत सागर तालाब के स्वरूप को निखारने व पर्यटन स्थल के रुप में विकसित करने की 22.84 करोड़ रुपये की योजना में काम अब दिखने लगा है। इसके साथ ही पटरी पार हनुमान ताल पर लाड़ली लक्ष्मी वाटिका बनाई जा रही है। अब नगर निगम शहर के ऐतिहासिक झाली तालाब को नया स्वरूप देगा। इसके लिए कम खर्च में ज्यादा काम की योजना बनाई गई है।

रतलाम की स्थापना के साथ ही अस्तित्व में आए अष्टकोणीय झाली तालाब का स्वरूप निखारने के लिए तालाब के सभी को कोनों पर फव्वारे लगाए जाएंगे। खर्च कम करने के लिए इसमें स्प्रींकलर सिस्टम का उपयोग किया जाएगा। इसके साथ ही आसपास लगे सभी पेड़-पौधों पर रोपलाइट लगेगी।

इससे रात में तालाब का नजारा मन मोहने वाला हो जाएगा। तालाब में अभी पोलोग्राउंड टंकी का ओवरफ्लो पानी आता है, लेकिन कई बार पानी में आक्सीजन की मात्रा कम होने से मछलियों के मरने की घटनाएं होती हैं। इससे निपटने के लिए तालाब के पानी की सफाई के भी इंतजाम किए जाएंगे। फव्वारों से पानी का रोटेशन बना रहने से भी पानी में आक्सीजन की मात्रा पर्याप्त बनी रहेगी।

अमृत सागर में यह काम हुए

अमृत सागर तालाब में जलकुंभी की सफाई के लिए एक्वेटिक बीड हार्वेस्टर मशीन शुरू करने के साथ ही पाल की मजबूती व किनारे पर पैदल चलने का रास्ता, पार्किंग, प्रवेश द्वार, गंदे पानी की सफाई के लिए काम भी शुरू हो गया है। पीचिंग का काम लगभग पूरा होने को है।तालाब के साथ ही अमृत सागर उद्यान को भी नया रूप दिया जा रहा है। केंद्रीय झील संरक्षण योजना के तहत इस योजना में तालाब में मिलने वाले गंदे पानी के नालों पर वेटलैंड का निर्माण कर पानी का ट्रीटमेंट कर तालाब में छोड़ा जाएगा।

तालाब के चारों ओर सड़क बनाने के साथ ही तालाब की पिचिंग के बाद गढ़ कैलाश क्षेत्र का विकास कर हरिद्वार में ऋषिकेश मार्ग पर लगी भगवान शिव की बड़ी प्रतिमा जैसा निर्माण कराया जाएगा। अब नगर निगम यहां 59 लाख रुपये की लागत से एक नया प्रोजेक्ट भी लाने की तैयारी कर रहा है।

हनुमान ताल पर भी चल रहा काम

अमृत सागर के साथ ही हनुमान ताल का भी सुंदरीकरण किया जा रहा है। यहां प्रवेश द्वार बन चुका है। सेल्फी प्वाइंट भी बनाया गया है। हनुमान ताल पर सुबह बड़ी संख्या में शहरवासी घूमने आते हैं। तालाब के पानी में प्रवासी पक्षियों की उपस्थिति भी रहती है। लाड़ली लक्ष्मी वाटिका के तौर पर तालाब के पास के उद्यान को विकसित किया जा रहा है।कम खर्च में झाली तालाब को आकर्षक रूप दिया जाएगा। इसकी योजना बनाई जा रही है। इससे शहर के तीनों प्रमुख तालाब पर्यटन का विशेष केंद्र बन जाएंगे। -प्रहलाद पटेल, महापौर

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