23 माह पहले बहन ने ली थी दीक्षा
तिल्लानी परिवार की बेटी इशिता तिल्लानी ने 23 माह पहले 28 फरवरी 2021 को रिंगनोद में सांसारिक जीवन के वैभव को छोड़कर साध्वी जीवन में प्रवेश किया था, वहीं पर जैन गुरु ने उनका नामकरण परम वंदना श्रीजी किया था। इशिता व दिशा के साथ अब तीसरी बेटी सिद्धिका भी वैराग्य के मार्ग पर है, हालांकि अभी उनकी दीक्षा का निर्णय नहीं हुआ है। मां प्रिया तिल्लानी गृहिणी और पिता मनीष तिल्लानी किराना व्यवसायी है।
आचार्य चंद्ररत्न सागर सूरीश्वर ने दीक्षार्थी दिशा के कपड़े रंगने के प्रसंग पर कहा कि सच्ची दीक्षा वेश का परिधान है, क्योंकि वेश परिधान करने के बाद दुनिया का कोई भी रंग इसे नहीं लगाया जा सकता। शाम को नवयुवक मंडल द्वारा गांव में पैदल रैली निकाली गई। 26 जनवरी को प्रातः दीक्षार्थी दिशा द्वारा साधु–साध्वी भगवंत, समाजजन की मौजूदगी में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया गया। 27 जनवरी को स्नात्र पूजन, दीक्षा प्रयाण वरघोड़ा, अंतिम तिलक व दीक्षा विधि होगी।