अधिकारियों को कांग्रेस विधायक की खुली धमकी, कहा– अधिकारी कान खोलकर सुन लें कि..
एसडीओ हों या तहसीलदार हों या टीआई…
रतलाम ~~मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनावों 2023 को देखते हुए सियासी पारा लगातार गर्म होता जा रहा है। ऐसे में जहां एक ओर राजनैतिक पार्टियों की ओर से एक दूसरे पर हमले किए जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कई नेताओं की धीरे धीरे जुबान भी फिसलनी शुरु हो गई है। ऐसा ही एक मामला रतलाम से सामने आया है। जहां एक कांग्रेसी विधायक की ओर से प्रशासनिक अधिकारियो को खुली धमकी दी गई है।
दअरसल बडनगर विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस के विधायक मुरली मोरवाल का एक वीडियों खूब वायरल हो रहा है। जिसमें वह रतलाम के आलोट में प्रशासनिक अधिकारियों को धमकी देते दिख रहे है। कांग्रेसी विधायक इस वीडियो में प्रशासनिक अधिकारियों को चेतावनी देते दिख रहे हैं, जिसमें वे कह रहे हैं कि कांग्रेस की सरकार आठ महीने बाद आ रही हैं। ऐसे में कान खोलकर अधिकारी सुन लें चाहे यहां बैठे एसडीओ हों या तहसीलदार हों या टीआई कान खोलकर सुन लो कि आठ महीने बाद कहां जाओगे इसका तुम्हें पता भी नहीं लगेगा। तुम जिस हिसाब से बदले की भावना से काम कर रहे हो, वह ठीक नहीं है।
इनकी अब खैर नहीं
दरअसल रतलाम जिले के आलोट नगर में कांग्रेस की ओर से विधायक मनोज चावला के खाद लूट मामले में शंखनाथ नामक रैली निकाल उनके समर्थन में धरना प्रदर्शन किया गया और प्रशासन को ज्ञापन दिया। इस दौरान कांग्रेस ने 3 कांग्रेसी विधायक, कांग्रेस जिला अध्यक्ष सहित कांग्रेस के कई कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे। कांग्रेस की ओर से इस दौरान नागदा विधायक दिलीप गुर्जर, सैलाना विधायक हर्ष विजय गहलोत के साथ ही कांग्रेस के बड़नगर विधायक मुरली मोरवाल भी रैली में रहे।
आत्महत्या का खुलासा नहीं कर रहे
इस दौरान रैली को कांग्रेस विधायक मुरली मोरवाल ने संबोधित किया, यहां उन्होंने कहा कि खाद गोदाम में शासकीय कर्मचारी भगतराम ने आत्महत्या फांसी लगाकर कर ली थी। लेकिन इसके बाद भी उसकी आत्महत्या का खुलासा अधिकारी नहीं कर रहे हैं। कर्मचारी ने आखिर आत्महत्या क्यों की? उसे परेशानी में डाला गया, दबाव डालकर उस पर झूठी रिपोर्ट डलवाई गई थी। कोई भरोसा इन पुलिस वालों का नहीं है।
वहीं भाजपाइयों का कहना है कि 10 नवंबर को आलोट के सरकारी गोदाम से कांग्रेस विधायक मनोज चावला के कहने पर किसानों और अन्य लोगों पर खाट लूटने के आरोप लगे, इस मामले में गोदाम संचालक भगतराम यदु की शिकायत पर ही विधायक के खिलाफ लूट की एफआईआर दर्ज करवाई गई थी। जिसके बाद से ही गोदाम मैनेजर भगतराम यदु दबाव में थे और उन्होंने 7 फरवरी को सुसाइड कर लिया। अब इस मामले ने तूल पकड़ लिया है कांग्रेस इसे राजनीतिक रंग देने में जुटी है