स्वास्थ्य परिक्षण एवं विधिक साक्षरता शिविर आयोजित
रतलाम 7 अप्रैल 2023/ विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्ष श्रीमती अनुराधा शुक्ला के निर्देशानुसार तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी श्री प्रभाकर नानावरे निर्देशन में 7 अप्रैल को संजीवनी क्लीनिक मोती नगर में स्वास्थ्य परिक्षण एवं विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया।
मेडीकल ऑफिसर श्री रमेश यादव द्वारा वर्तमान मे चल रही बीमारियो के बारे मे प्राथमिक उपचार करने हेतु उपस्थित मरीजो को जानकारी प्रदान की गई तथा संजीवनी क्लीनिक मे होने वाली जांचो तथा उपलब्ध दवाईयों के बारे मे जानकारी प्रदान की गई। शिविर मे नर्सिंग अधिकारी सुश्री अनिता पाटीदार द्वारा उपस्थित मरीजो की जांच की गई। रालीगल वालेंटियर श्री दुर्गाशंकर खिंची तथा पं. श्री विजय शर्मा द्वारा विधिक सेवा प्राधिकरण नालसा/सालसा द्वारा संचालित योजनाओ के बारे मे जानकारी प्रदान की गई।
कार्यक्रम मे सुश्री सविता देतवाल, वंदना गुर्जर कविता भगौरा, प्रभावती भंवर, उषा भाभर, मनीषा परमार, माज खान-समस्त नर्सिंग स्टॉप, एवं श्री जे.एन. दीक्षित व श्री कमलेश व्यास विधिक सेवा प्राधिकरण के कर्मचारीगण तथा श्री विष्णु वर्मा, श्री विजय रायकवार संजीवनी क्लीनिक के समीप रहने वाले रहवासी उपस्थित रहे।
मिशन परिवार विकास पखवाड़ा 11 से 25 अप्रैल तक
परिवार कल्याण के साधनों के प्रति योग्य लक्ष्य दंपति को किया जायेगा प्रेरित
रतलाम 7 अप्रैल 2023/ परिवार कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत मिशन परिवार विकास पखवाड़ा 11 से 25 अप्रैल तक मनाया जायेगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर ननावरे ने बताया कि पखवाड़े मे जनसमुदाय में परिवार नियोजन के स्थायी व अस्थायी साधनों के संबंध में मैदानी स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा के द्वारा योग्य लक्ष्य दंपती को प्रेरित कर परिवार नियोजन में विशेषकर स्थाई साधन जैसे नसबंदी के लिए प्रेरित कर परिवार कल्याण के साधन उपलब्ध कराए जाएंगे। साथ ही बच्चों में अंतराल रखने के लिए परिवार कल्याण के अस्थायी साधन अंतरा इंजेक्शन, ओरल पिल्स, छाया आईयूसीडी, पीपीआईयूसीडी आदि के लिये भी प्रेरित करेगें।
डॉ. ननावरे ने कहा कि मिशन परिवार विकास पखवाड़े में सास बहू सम्मेलन व पुरुष सहभागिता सम्मेलन कर परिवार नियोजन का महत्व बताते हुए सांस बहू व पुरुषों की परिवार नियोजन में समन्वय संबंधी जानकारी दी जाएगी जिसमें ए.एन.एम. आशा एवं अन्य मैदानी स्वास्थ्य कार्यकताओं द्वारा जिले में घर-घर सम्पर्क कर योग्य लक्ष्य दंपत्तियों से सम्पर्क के दौरान अस्थायी व स्थायी साधन अपनाने के लिए हितग्राहियों को प्रेरित करेगें साथ ही हितग्राहियों को विवाह बाद दो वर्ष तक जन्म में अंतर रखने, दो बच्चों के जन्म के बीच उचित अन्तराल रखने, दूसरे संस्थागत प्रसव के बाद परिवार नियोजन के स्थायी साधन के रूप नसबंदी करवाने के लिए प्रेरित करेगें। छोटा परिवार होने के क्या-क्या लाभ है बतायेगे। जिसमें परिवार का सम्पूर्ण विकास, शारीरिक, मानसिक, सामाजिक, आर्थिक लाभ होता है तथा बच्चों का पालन पोषण ठीक ढंग से कर सकते है।
जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गौड़ ने बताया कि परिवार नियोजन की सेवायें जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर निःशुल्क अंतरा इंजेक्शन लगाया जाता है। यह इंजेक्शन तीन-तीन माह के अंतर से लगाया जाता है। अस्थाई साधनों निरोध, ओरल पिल्स, छाया गोली स्वास्थ्य संस्थाओं में निःशुल्क मिलती है। पुरूष नसबंदी एक बहुत ही आसान व सरल पद्धति है जिसमें नसबंदी करने में मात्र 5 से 10 मिनिट का समय लगता है और पुरूष को भर्ती होने की भी आवश्यकता नहीं है और नसबंदी के बाद पुरूष अपने घर जा सकते है। इसमें किसी प्रकार की कोई कमजोरी नहीं होती है, महिला नसबंदी के अपेक्षा पुरूष नसबंदी बहुत ही आसान है।
पुरुष नसबंदी करवाने पर हितग्राही को 3000 रुपए, प्रेरक को 400 रुपए और महिला नसबंदी करवाने पर हितग्राही को 2000 रुपए, प्रसव पश्चात सात दिवस के भीतर महिला नसबंदी कराने पर 3000 रुपए और प्रेरक को 300 रुपए दिये जायगें।