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पदनाम नहीं अब विशिष्टता के नाम से मिलेंगे रेलवे अवार्ड, नकद राशि भी बंद

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पदनाम नहीं अब विशिष्टता के नाम से मिलेंगे रेलवे अवार्ड, नकद राशि भी बंद

रतलाम । रेलवे में अंग्रेजों के जमाने से चला आ रहा वीआइपी कल्चर अब धीरे-धीरे खत्म किया जा रहा है। रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव रेलवे के ढांचे में लगातार बदलाव करने के साथ ही पुरानी राजशाही या व्यक्ति आधारित व्यवस्था को भी बंद कर रहे हैं।ताजा निर्देशों में रेलवे के पुरस्कारों के नाम व स्वरूप को बदला गया है। हर साल 10 से 16 अप्रैल तक मनाए जाने वाले रेल सप्ताह में रेल अधिकारियों, कर्मचारियों को दिए जाने वाले पुरस्कार अब अधिकारियों के नाम पर नहीं होंगे। सभी श्रेणी के पुरस्कारों में नकद राशि दिए जाने का प्रविधान भी बंद कर दिया गया है।

नए प्रारूप में राष्ट्रीय रेलवे पुरस्कार का नाम अब अति विशिष्ट रेलसेवा पुरस्कार होगा। यह 100 से ज्यादा नहीं होंगे। इसमें सिल्वर मैडल व प्रमाण-पत्र दिया जाएगा। जोन व डिवीजन में अब तक जीएम व डीआरएम के नाम से अवार्ड दिए जाते थे। इस वर्ष से ऐसा नहीं होगा।

जीएम अवार्ड का नाम विशिष्ट रेल सेवा पुरस्कार किया गया है। यहां भी संख्या अधिकतम 100 रखी गई है। अवार्ड में सर्टिफिकेट दिया जाएगा जबकि नकद राशि का प्रविधान समाप्त कर दिया गया है। इसी तरह डीआरएम अवार्ड अब रेलसेवा पुरस्कार के नाम से दिया जाएगा। रेलवे बोर्ड के सचिव संदीप माथुर ने इस संबंध में सभी जोनल मैनजरों को निर्देश जारी किए हैं।
पूर्व में ये दो बड़े बदलाव भी किए

जीएम का शाही निरीक्षण बंदरेलवे में जोन महाप्रबंधकों के राजशाही तरीकों से होने वाले वार्षिक निरीक्षणों को भी बंद करने के आदेश रेल मंत्रालय ने जनवरी में जारी किए थे। पूर्व में जीएम स्पेशल ट्रेन में 100 से ज्यादा रेलकर्मियों के साथ निरीक्षण करते थे, लेकिन अब सामान्य रूप से निरीक्षण करने की व्यवस्था तय की गई है।

रेल मंत्रालय में अधिकारियों के कमरों से हटाई घंटी
रेल मंत्रालय में रेलमंत्री ने अपने कमरे सहित अधिकारियों के कमरों में टेबल पर लगी घंटी भी हटवा दी है। अब भृत्य को बुलाने के लिए खुद मंत्री या अधिकारियों को उठकर कमरे से बाहर जाना होगा।
रतलाम मंडल को इस बार यह अवार्ड मिले
वर्ष 2022-23 के जोनल पुरस्कारों में पश्चिम रेलवे में रतलाम मंडल को अंतरविभागीय सफाई शील्ड बड़ोदरा मंडल के साथ संयुक्त रूप से, रनिंग रूम के श्रेष्ठ रखरखाव की रोलिंग शील्ड, मेडिकल शील्ड, कार्मिक श्रेणी में बड़ोदरा के साथ संयुक्त शील्ड, सिग्नल व टेलीकाम श्रेणी में पुरस्कार मिला है।
इनका कहना है
रेलवे में श्रेष्ठ सेवा के लिए रेल सप्ताह के दौरान प्रतिवर्ष पुरस्कार दिए जाते हैं। रेलवे बोर्ड के निर्देशों के मान से ही पुरस्कार वितरण होगा।
-खेमराज मीणा, पीआरओ रतलाम रेलमंडल
(नई दुनिया से साभार)

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