’’ मन की बात’’ सकारात्मकता का पर्व बन गया- सांसद गुमानसिंह डामोर
’’मन की बात’’ का हुआ अभिनव आयोजन ,हर व्यक्ति ने की कार्यक्रम की सराहना ।
झाबुआ । रविवार 30 अप्रेल को संसदीय क्षेत्र की झाबुआ विधानसभा में बूथ संख्या – 81,82,83, शक्ति केंद्र पं.दीनदयाल उपाध्याय, मण्डल झाबुआ में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नवीन चेतना को जागृत करने वाले मन की बात कार्यक्रम के 100 वें संस्करण को हजारो की संख्या में दर्शको ने देखा एवं सुना। क्षेत्रीय सांसद श्री गुमानसिंह डामोर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम को बेहद ऐतिहासिक एवं जन जन का लोकप्रिय कार्यक्रम बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्रीजी की मन की बात जन-जन की बात है । उन्होने कहा कि जन जन के प्रिय प्रधानमंत्री जी को सुनना एक अद्भुत अनुभव होता है एवं सामान्य मानव के जीवन में असीम ऊर्जा प्रदान करता है। इस कार्यक्रम के माध्यम से बेहतर कार्य करने वाले अलग-अलग लोगों को समाज के सामने लाने का मौका मिलता है, जो आमजनों के लिए एक प्रेरणास्रोत है। श्री डामोर ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की 100 वी ’’मन की बात’’ का जिक्र करते हुए कहा कि अपरान्ह ठीक 11 बजे पैलेस गार्डन में हुई, जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी ने कहाकि, मन की बात सकारात्मकता का पर्व बन गया है। ये मन की बात करोड़ों लोगों की मन की बात है। मन की बात के 100वें एपिसोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि, मन की बात कोटि-कोटि भारतीयों के मन की बात है। उनकी भावनाओं का प्रकटीकरण है। 3 अक्टूबर 2014 के दिन पूरे देश ने प्रधानमंत्री श्री मोदी जी ने मन की बात की यात्रा शुरू की। मन की बात में देश के कोने-कोने से लोग जुड़े। हर आयु-वर्ग के लोग जुडे। ’’मन की बात’’ कोटि-कोटि भारतीयों के मन की बात है। उनकी भावनाओं का प्रकटीकरण है। 3 अक्टूबर 2014 के दिन प्रधानमंत्रीजी ने मन की बात की यात्रा शुरू की। मन की बात में देश के कोने-कोने से लोग जुड़े। हर आयु-वर्ग के लोग जुडे।
श्री डामोर ने कहा कि मन की बात में प्रधानमंत्री श्री मोदीजी ने चरैवेति चरैवेति-चरैवेति यानी चलते रहो-चलते रहो-चलते रहो की बात कही। उन्होंने कहा कि आज हम इसी चरैवेति-चरैवेति की भावना के साथ ‘मन की बात’का 100वां एपिसोड पूरा कर रहे हैं। हर एपिसोड में देशवासियों के सेवा और सामथर््य ने दूसरों को प्रेरणा दी है। इस दौरान ‘मन की बात’ का हर एपिसोड अगले एपिसोड के लिए जमीन तैयार करता है। ’’मन की बात’’ हमेशा सद्भावना, सेवा-भावना से ही आगे बढ़ा है। श्री डामोर ने कहा कि सामूहिक प्रयास से बड़े से बड़ा बदलाव लाया जा सकता है। इस साल हम जहां आजादी के अमृतकाल में आगे बढ़ रहे हैं। वहीं जी-20 की अध्यक्षता भी हमारा देश श्री मोदीजी के नेतृत्व में कर रहा हैं। यह भी एक वजह है कि एजुकेशन के साथ-साथ डाइवर्स ग्लोबल कल्चर्स को समृद्ध करने के लिए पूरे देश का संकल्प और मजबूत हुआ है।उन्होने आगे कहा कि ’’मन की बात में ’’प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने स्वच्छ सियाचिन, सिंगल यूज प्लास्टिक और ई-वेस्ट जैसे गंभीर विषयों पर भी लगातार बात की है। आज पूरी दुनिया पर्यावरण के जिस मुद्दे को लेकर इतना परेशान है, उसके समाधान में मन की बात के प्रयास बहुत अहम है।
श्री डामोर कहते है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कहा, ‘मन की बात ने मुझे कभी देशावािसयों से दूर नहीं होने दिया। जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे,तो वहां सामान्य जन से मिलना-जुलना स्वाभाविक रूप से हो ही जाता था, लेकिन 2014 में दिल्ली आने के बाद उन्होने पाया कि यहाँ का जीवन तो बहुत ही अलग है। पचासों साल पहले उन्होने अपना घर इसलिए नहीं छोड़ा था कि एक दिन अपने ही देश के लोगों से संपर्क ही मुश्किल हो जायेगा। जो देशवासी उनके सब कुछ है, वे उनसे ही कट करके जी नहीं सकता थे । श्री डामोर ने मन की बात का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने यह भी कहा कि ‘सुनील जगलान जी के सेल्फी विद डाटर कैंपेन पर उनकी नजर पड़ी तो उन्हे बहुत अच्छा लगा। उन्होनेे भी उनसे सीखा और इसे ‘मन की बात’ में शामिल किया। देखते ही देखते सेल्फी विद डाटर एक ग्लोबल कैंपेन में बदल गया।श्री मोदी ने कहा,कि ‘मुझे इस बात का संतोष है कि ‘मन की बात’ में हमने देश की नारी शक्ति की सैकड़ों प्रेरणादायी गाथाओं का जिक्र किया है. कितने ही अभियानों को हमारी नारी शक्ति ने नेतृत्व दिया है और मन की बात उनके प्रयासों का मंच बना है।
श्री डामोर के अनुसार मन की बात जो बन गई देश की आवाज! जैसे लोग, ईश्वर की पूजा करने जाते हैं, तो प्रसाद की थाल लाते हैं. मन की बात उनके मन की आध्यात्मिक यात्रा बन गया है । मन की बात के 100वें एपिसोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ’मन की बात कोटि-कोटि भारतीयों के मन की बात है। उनकी भावनाओं का प्रकटीकरण है। 3 अक्टूबर 2014 के दिन हमने मन की बात की यात्रा शुरू की। मन की बात में देश के कोने-कोने से लोग जुड़े। हर आयु-वर्ग के लोग जुडे। आज देश में टूरिज्म बहुत तेजी से ग्रो कर रहा है। हमारे ये प्राकृतिक संसाधन हों, नदियां, पहाड़, तालाब या फिर हमारे तीर्थ स्थल हों, उन्हें साफ रखना बहुत जरूरी है। ये टूरिज्म इंडस्ट्री की बहुत मदद करेगा। पर्यटन में स्वच्छता के साथ-साथ हमने इन्क्रिडिबल इंडिया मूवमेंट की भी कई बार चर्चा की है।
सांसद श्री डामोर ने कहा कि मन की बात में प्रधानंत्रीजी ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा के साथ जब मन की बात की तो इसकी चर्चा पूरे विश्व में हुई थी। मन की बात उनके लिए दूसरे के गुणों को पूजा करने की तरह रहा है। उनके लिए ये कार्यक्रम दूसरे के गुणों से सीखने का बड़ा माध्यम बन गया है।
’’ मन की बात’ कार्यक्रम ठीक 11 बजे प्रारंभ हो गया इसके पूर्व ही हजारों की संख्या में लोगों एवं प्रशासनिक अधिकारियों का जमावडा ’’मन की बात ’’ सुनने को जमा हो गया । करीब 2000 से अधिक लोगों ने ’’मन की बात का सामुहिक लाभ लिया तथा प्रधानमंत्री की मन की बात की भूरी भूरी प्रसंशा की गई । इस अवसर पर मन की बात कार्यक्रम में झाबुआ कलेक्टर सुश्री तनवी हुड्डा,पुलिस अधीक्षक श्री आगम जैन, जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अमन वैष्णव, प्रदेश विशेष आमंत्रित सदस्य श्री ओमप्रकाश शर्मा,पूर्व जिला अध्यक्ष श्री लक्ष्मण सिंह नायक, महिला मोर्चा अध्यक्ष श्रीमती सुनीता अजनार,युवा मोर्चा अध्यक्ष श्री कुलदीप चैहान, बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के श्री गणेश उपाध्याय, सामाजिक महासंघ के श्री नीरज राठौर सहित झाबुआ के गणमान्य नागरिक गण अभिभाषक गण, चिकित्सक, प्रोफेसर, बुद्धिजीवी व भाजपा के पदाधिकारी, कार्यकर्ता उपस्थित रहे।