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झाबुआ

*धर्म के लिए सांस और आहार अगर है तो वह यज्ञ है- महामंडलेश्वर उत्तम स्वामी जी*

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भारतीय जीवन पद्धति का दूसरा नाम यज्ञ है- महामंडलेश्वर मां कनकेश्वरी देवी

10 मई की नगर चौरासी का लाभ महेंद्र राठौर परिवार (झकनावदा) एवं नारायण भाई रबारी परिवार ढबाई (बड़ौदा) ने लिया

केबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त भारत बैरागी ने आयोजन में की शिरकत

झकनावदा/पेटलावद(राजेश काॅसवा):- 9 मई 2023 को ब्रह्मलिन महंत श्री श्री 1008 काशीगिरी जी महाराज की तपोभूमि एवं माही नदी एवं मधुकन्या नदी के समागम स्थल पर बसे श्रृंगेश्वर महादेव धाम (झकनावदा) मैं चल रहे श्री 108 कुंडीय अति महारुद्र यज्ञ में प्रतिदिन धार्मिक अनुष्ठान यज्ञ इत्यादि विधिवत रूप से चल रहे। इसी क्रम में मध्यप्रदेश व राजस्थान के कई जिलों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु उक्त आयोजन का हिस्सा बनकर धर्म लाभ ले रहे हैं।

महामंडलेश्वर का श्रद्धालुओं को मिला आशीष

9 मई की रात्रि 8 बजे यज्ञ समिति द्वारा बनाए गए भव्य पंडाल में महामंडलेश्वर ध्यान योगी ईश्वरानंद जी उत्तम स्वामी जी महाराज एवं महामंडलेश्वर मां कनकेश्वरी देवी अहमदाबाद के पदार्पण पर पूज्य गुरुदेव के जयकारों के साथ भक्तों ने अगवानी की। तत्पश्चात महामंडलेश्वर श्री उत्तम स्वामी जी ने प्रवचन के माध्यम से उपस्थित श्रद्धालुओं को धर्म से जोड़ते हुए धर्म एवं धार्मिक अनुष्ठान में अग्रणी रहने एवं बड़ चढ़ कर हिस्सा लेने की प्रेरणा दी व कहा कि जिस प्रकार मनुष्य को जीवित रहने के लिए सांसों व आहार की जरूरत होती है। उसी प्रकार धर्म के लिए सांस व आहार का कार्य यज्ञ करता है। इसलिए इस प्रकार के धार्मिक अनुष्ठान चलते रहना चाहिए। इसके साथ ही उत्तम स्वामी जी ने कहा कि वर्ष 2022 में झकनावदा में शिव परिवार प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के दौरान श्रीमद् भागवत ज्ञान गंगा में मेरा आना हुआ था। व रात्रि विश्राम श्रृंगैश्वर महादेव मैं रखा गया था। इस दौरान मेरे द्वारा गादीपति श्री महंत रामेश्वरगिरी जी महाराज को कहा था कि यह स्थल एक ऋषि मुनियों की तपोभूमि एवं चमत्कारी स्थल है। यहां श्री 108 कुंडीय अति महारुद्र यज्ञ करवाना चाहिए। उसी मनसा स्वरूप गादीपति श्री रामेश्वरगिरी जी महाराज ने मेरे इस वचन को मूर्त रूप दिया है। व इसमें झकनावदा क्षेत्र के दान दाताओं, समाजसेवियों एवं कर्मठ,कार्यकर्ताओं की वजह से यह आयोजन संभव हुआ है। इसके साथ ही उत्तम स्वामी जी ने कहा कि इस भव्य यज्ञ पूर्णाहुति के पश्चात निश्चित ही इस क्षेत्र में खुशहाली का माहौल बनेगा, क्षैत्र की उन्नति व प्रगति का माहौल देखने को मिलेगा। इसके साथ ही महामंडलेश्वर मां कनकेश्वरी देवी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि मैं 1 वर्ष पूर्व झकनावदा श्रीमद् भागवत ज्ञान गंगा महोत्सव में आई थी तब मैं पूज्य गुरुदेव श्री उत्तम स्वामी जी महाराज के दर्शन वंदन करने श्रृंगैश्वर महादेव आई थी। व इस वर्ष महंत श्री रामेश्वरगिरी जी के पावन सानिध्य में जो भव्य श्री 108 कुंडीय अति महारुद्र यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। उसमें मुझे एक बार फिर माही माताजी के तट पर विराजमान महाकाल राजा के दर्शन वंदन करने का लाभ प्राप्त हुआ है। इसके साथ ही कहा कि इस पावन भूमि में निश्चित ही कोई शक्ति है जो हमें 2 वर्ष में दो बार इस पावन भूमि पर खींच कर लाई है। इस अवसर मुख्य रूप से पेटलावद विधायक वालसिंह मेड़ा, जिला पंचायत उपाध्यक्ष अकमाल सिंह डामोर (मालू), विधायक प्रतिनिधी आयदान पटेल, युवा मोर्चा भाजपा जिला उपाध्यक्ष जितेंद्र राठौड सहित दोनों ही राजनीतिक पार्टियों के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे। इसके साथ ही महामंडलेश्वर द्वय से पत्रकारों ने विशेष चर्चा की तो चर्चा में पत्रकारों को महामंडलेश्वर उत्तम स्वामी जी ने बताया कि धर्म का प्रचार प्रसार करते रहिए सनातन (हिंदू) धर्म में बहुत बड़ी ताकत है। इस अवसर पर श्री 108 कुण्डीय अति महारुद्र यज्ञ समिति के मीडिया प्रभारी मनीष कुमट (जैन), हरीश राठौड़, संजय व्यास, नारायण राठौड, शुभम कोटडिया, देवेंद्र बैरागी,पीयूष राठौड़ ,राकेश लछेटा मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त बैरागी ने आयोजन में की शिरकत

उक्त जानकारी देते हुए समिति के मीडिया प्रभारी मनीष कुमट ने बताया कि आयोजन के दौरान 9 मई को शाम 5 बजे महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान के अध्यक्ष एवं योग आयोग के उपाध्यक्ष कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त भरतदास जी बैरागी का आयोजन मैं आगमन हुआ। बैरागी ने महामंडलेश्वर श्री उत्तम स्वामी जी महाराज, महामंडलेश्वर मां कनकेश्वरी देवी एवं गादीपति महंत श्री रामेश्वरगिरी जी महाराज के दर्शन वंदन कर कुशल क्षेम पूछी एवं आशीर्वाद प्राप्त किया। जिसके बाद बैरागी ने श्री 108 कुंडीय अति महारुद्र यज्ञ शाला पहुंचकर करीब 140 जोड़ों के समक्ष उपस्थित रहकर महाआरती का लाभ लिया। इस अवसर पर मुख्य रूप से ,कल्याणी बोरवेल के गोपालदास वैरागी, ठाकुर मनोहरसिंह राठौर सेमलिया,समाजसेवी राजेंद्र मिस्त्री,पारस जैन,हेमेंद्र कुमार जोशी,रितेश अग्रवाल, महेश भांगू, नारायण पटेल, कन्हैयालाल बैरागी,नरसिंहदास बैरागी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।

10 मई को नगर चौरासी (भोजन प्रसादी) के यह राठौर परिवार बने लाभार्थी

10 मई को श्रृंगैश्वर धाम में होने वाली नगर चौरासी (भोजन प्रसादी) का लाभ स्वर्गीय भवानीशंकर जी राठौर परिवार एवं नारायण भाई, कल्याण भाई रबारी ढबोई (बड़ौदा) गुजरात परिवार ने लिया। आपको बता दें कि स्वर्गीय श्री भवानीशंकरजी राठौर एक धार्मिक प्रवृत्ति एवं कुशल स्वभाव के व्यक्तित्व धनी थे उन्होंने रामायण पाठ को इतना कंठस्थ कर रखा था कि वह कहीं भी सुंदरकांड या हनुमान चालीसा का पाठ करते नजर आते थे तो बिना पुस्तक में देखें आंख बंद कर पाठ करते थे। उनके सुपुत्र समाजसेवी महेंद्र राठौर झकनावदा श्रृंगेश्वर धाम में चल रहे अति महारुद्र यज्ञ की तैयारियों में विगत कई महीनों से राठौर अपनी पूर्ण मेहनत लगन के साथ आयोजन की तैयारियों में जुटे है। राठौर ने अपने साथियों के साथ विगत कई माह से दिन रात एक कर इस आयोजन में अहम भूमिका निभाई है। उसी मेहनत का परिणाम आज सामने है जो भव्य आयोजन आप और हम देख रहे हैं। यह उनकी ही मेहनत से संभव होकर सात दिवसीय आयोजन के रूप में आयोजित हुआ है। इसके साथ ही झकनावदा व आसपास के क्षेत्र में कोई भी धार्मिक सामाजिक आयोजन में राठौर परिवार के दोनो पुत्र महेंद्र राठौर व अरविंद राठौर हमेशा अपनी सेवाए पूर्ण जिम्मेदारियों के साथ निभाते नजर आते है।

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