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अब तेजी से बचे हुए तालाब भी सूख रहे:जिले के 91% तालाब-डेम सूखे, धोलावाड़ में 384.15 मी. पानी, जलप्रदाय की चिंता नहीं

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अब तेजी से बचे हुए तालाब भी सूख रहे:जिले के 91% तालाब-डेम सूखे, धोलावाड़ में 384.15 मी. पानी, जलप्रदाय की चिंता नहीं

रतलाम~~मई महीने की गर्मी धीरे-धीरे परवान चढ़ना शुरू हो चुकी है। तेज गर्मी के साथ ही तालाब-डेम भी साथ छोड़ने लगे हैं। जिले के 91% तालाब-डेम सूख चुके हैं। सबसे प्रमुख धोलावाड़ डेम में 384.15 मीटर पानी है। इसलिए अब शहरी जलप्रदाय की चिंता नहीं है। इधर, अब बचे हुए तालाबों का पानी भी तेजी से सूख रहा है। जिले में तेजी से गर्मी बढ़ना शुरू हो गई है।

इसी के साथ अब तक बचे हुए डेम-तालाबों में भी पानी साथ छोड़ रहा है। जिले में कुल 112 डेम-तालाब हैं। इनमें से 9 डेम-तालाब को छोड़कर बाकी सभी सूख चुके हैं। जिन तालाबों में पानी है, वह भी डेड स्टोरेज के आसपास आ चुका है। यानी, वह पानी जोकि किसी काम का नहीं रहता है, पेंदी में होता है। डेम-तालाब में तेजी से पानी कम हुआ है। जबकि, 9 तालाब को छोड़कर इस सीजन में सभी 100% फुल हो गए थे। लेकिन अब सभी सूखने की कगार पर पहुंच गए हैं।

शुक्र है… अब तक बड़ा जलसंकट नहीं, जलप्रदाय में आ रही परेशानी

राहत इस बात की भी है कि अब तक बड़ा जलसंकट देखने को नहीं मिला है। हालांकि, शहर में जलप्रदाय को लेकर परेशानी आ रही है। अलग-अलग इलाकों में देरी से पानी मिलने के मामले आए दिन सामने आते हैं। पहले के मुकाबले इस बार गर्मी में पानी को लेकर चक्काजाम, हंगामा जैसे बड़े मामले सामने नहीं आए हैं। अभी इन तालाबों में बचा है पानी अभी जिले के आंबापाड़ा, भामट, बिरमावल, धभाईपाड़ा, गोवर्धनसागर, रानीसिंग, रूपियाखाल, धोलावाड़, कनेरी में पानी बचा हुआ है। जिले के कनेरी डेम में अभी सबसे ज्यादा 8.55 एमसीएम पानी बचा हुआ है। इसके अलावा कुछ तालाबों में पानी सिर्फ ना के बराबर ही है। जोकि, डेड स्टोरेज के करीब आ चुका है।

दो साल में सबसे कम है धोलावाड़ का जलस्तर
दो साल के मुकाबले देखा जाए तो इस साल धोलावाड़ डेम का जलस्तर कम ही है। अभी डेम में 384.15 मीटर पानी है। अप्रैल में ही डेम का जलस्तर 385 मीटर के नीचे आ गया था। हालांकि, अभी भी शहरी क्षेत्र में जलप्रदाय को लेकर चिंता नहीं है। 13 दिन में 0.4 मीटर पानी डेम से कम हुआ है। 26 अप्रैल तक डेम में 384.55 मीटर पानी था। जबकि, पिछले सालों में 385 मीटर के आसपास पानी रहा है। 2018 में 8 मई को 384.70 मीटर, 2017 में 385.75 मीटर पानी रहा था। 2016 में 8 मई को 385.05 मीटर पानी रहा था।

अब दो महीने… तापमान बढ़ेगा तेजी से कम होगा पानी
जिले में अब दो महीने गर्मी के रहेंगे। इसमें भी 15 जून तक तेज गर्मी रहेेगी। ऐसे में पानी भी तेजी से कम हाेता जाएगा। जुलाई के शुरुआती सप्ताह में भी गर्मी ही रहती है। पानी आता है, लेकिन तालाब नहीं भरते। जुलाई महीने के आखिरी तक तालाब भरना दोबारा से शुरू होंगे।( सौजन्य से दैनिक भास्कर)

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