डरा रहे डॉग्स:औसत 17 लोगों को रोज काट रहे कुत्ते, पांच माह में डॉग बाइट के 2064 केस, हर माह बढ़ रहा आंकड़ा
रतलाम~~( सौजन्य से दैनिक भास्कर) रोज औसतन 17 लोगों को कुत्ते काट रहे हैं। इस महीने 493 लोगों को कुत्तों ने शिकार बनाया है। जनवरी से अब तक कुत्तों के काटने का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। जनवरी में 375 लोगों को कुत्ते ने काटा तो फरवरी में 390 को, मार्च में 408 को, अप्रैल में 411 को। चार महीने में कुल 2077 डॉग बाइट के केस जिला अस्पताल पहुंचे।
इसमें 12 साल तक के 417 बच्चे भी शामिल हैं। कुत्तों से दहशत के बीच स्थिति यह है कि नगर निगम में पालतू कुत्तों के रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा भी 100 को पार नहीं कर पाया है जबकि शहर में दो हजार से ज्यादा लोग कुत्ते पाल रहे हैं। पांच महीने में 150 से ज्यादा पालतू कुत्तों ने लोगों को काटा है और कुछ मामले विवाद के बाद थाने भी पहुंचे हैं।
रहवासियों के गुस्से के बाद 7 कुत्ते पकड़े: जवाहर नगर में रविवार को तीन साल की गरिमा पिता योगेंद्रसिंह परिहार के गाल पर कुत्ते के काटने के बाद परिजन सहित रहवासियों में गुस्सा है। रहवासियों की शिकायत पर सोमवार को नगर निगम की कुत्ता पकड़ने वाली गैंग जवाहर नगर पहुंची और 7 कुत्ते पकड़कर ले गई।
सोेमवार को 13 लोगों को कुत्ते ने काटा
केस -1: मोहन नगर निवासी जुनेद खान (12) को सोमवार सुबह 9 बजे घर के बाहर कुत्ते ने काट लिया। परिजन ने बताया कि यदि बच्चे को नहीं छुड़वाते तो और गहरा घाव हो जाता।
केस -2 : टाटा नगर निवासी अशोक पड़ियार (19) को सोमवार को सुबह 10 बजे बाजना बस स्टैंड पर कुत्ते ने काट लिया। अशोक अपनी सेलून की दुकान पर जा रहा था।
करमदी में छोड़े शहर के कुत्तों ने 6 बकरियों व 1 भेड़ मार डाली
करमदी में बाबू पिता हरिराम लुहार की 6 बकरियों व 1 भेड़ को कुत्तों ने मार डाला। लुहार ने बताया शादी में व्यस्त थे। बकरी के बाड़े दरवाजा जहां से टूटा है वहां चद्दर का टुकड़ा लगाना भूल गए। यहीं से कुत्ते बाड़े में घुसे और हमला कर दिया। सोमवार सुबह छोटा भाई बाड़े में पहुंचा तो बकरियां व भेड़ मरी पड़ी थीं। एक बकरी गंभीर घायल हैं। शहर से पकड़े कुत्ते गांव में छोड़ने से ऐसी स्थिति बन रही है।
सूचना : छुट्टी वाले दिन भी शहवासी लगवा सकते हैं एंटी रैबीज इंजेक्शन
जिला अस्पताल में छुट्टी के दिन भी एंटी रैबीज इंजेक्शन लगवाए जाते हैं लेकिन कई बार लोग छुट्टी होने से खासकर रविवार को एंटी रैबीज इंजेक्शन लगवाने जिला अस्पताल नहीं जाते हैं
सावधानी : कुत्ते के काट लेने पर एंटी रैबीज इंजेक्शन जरूर लगवाएं कुत्ते के काट लेने पर किसी भी तरह की लापरवाही किए बगैर तत्काल पास के अस्पताल में एंटी रैबीज इंजेक्शन लगवाएं। डॉक्टर की सलाह के अनुसार महीनेभर में दिए जाने वाला डोज पूरा लें। तय समय पर इंजेक्शन लगवाने से नहीं चूकें।
सतर्कता : बच्चों को कुत्तों के पास नहीं जाने दें
- बच्चों को कुत्तों से दूरी बनाए रखाने के लिए समझाएं।
- कुत्ता लगातार लाेगाें पर हमले कर रहा या काट रहा है तो नगर निगम को सूचना देकर पकड़वाएं।
- कुत्ते भौंके तो भागने के बजाय वहीं रुककर उन्हें भगाएं।
छह महीने में 5500 कुत्तों की नसबंदी की है। इन कुत्तों को एंटी रैबीज इंजेक्शन लगाकर छोड़ा है।
-एपी सिंह, स्वास्थ्य अधिकारी, नगर निगम रतलाम
मैंने नगर निगम के अफसरों को चेतावनी दी कि वो खतरनाक कुत्तों को पकड़कर पिंजरों में रखे या जंगल में छोड़ें। यदि ऐसा नहीं हुआ और किसी खतरनाक कुत्ते ने फिर किसी को नुकसान पहुंचाया तो अफसरों पर कार्रवाई की जाएगी।
–प्रहलाद पटेल, महापौर- नगर निगम रतलाम