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RATLAM

मनुष्य के लिए भगवान से भी बढ़कर गुरु को माना जाता है, क्योंकि भगवान हमें जीवन प्रदान करता है- योग गुरू प्रमोद पाठक । योग समिति द्वारा रोटरी गार्डन में योग गुरू प्रमोद पाठक का सम्मान किया गया ।

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मनुष्य के लिए भगवान से भी बढ़कर गुरु को माना जाता है, क्योंकि भगवान हमें जीवन प्रदान करता है- योग गुरू प्रमोद पाठक ।
योग समिति द्वारा रोटरी गार्डन में योग गुरू प्रमोद पाठक का सम्मान किया गया ।
रतलाम । स्थानीय कस्तुरबा नगर स्थित झमकलाल रोटरी गार्डन में गुरूपूर्णिमा के अवसर पर योग गुरू श्री प्रमोद पाठक का महिला योग समिति की ओर से स्वागत एवं अभिनंदन किया गया । योग प्रशिक्षक श्रीमती निशा मोरवाल ने जानकारी देते हुए कहा कि योग गुरू श्री प्रमोद पाठक ने अपने उदबोधन में योगाभ्यास के महत्व को बताते हुए कहा कि नियमित रूप  से योग करने से शरीर एवं मन पूरी तरह से स्वस्थ रहता है तथा जटिल बीमारिया तक योगाभ्यास से दूर की जासकती है । उन्होने योग एवं प्राणायाम का महत्व बताते हुए कहा कि योगाभ्यास हमारी पूरातन भारतीय संस्कृति का हिस्सा रही है तथा हमारे ऋषि मुनियों एवं महर्षि पतंजली ने योग क्रियाओं की बारीकियों का जो ज्ञान दिया है उसे हमे आत्मसात करना चाहिये । उन्होने गुरूपूर्णिमा के अवसर पर सन्देश देते हुए कहा कि आज गुरु पूर्णिमा पर समूची सृष्टि की ओर से इसी बात का बखान होगा कि गुरु बिन होत न ज्ञान। गुरु ही वह कुम्हार है, जो कच्ची मिट्टी जैसे बच्चों के मन-मस्तिष्क को संवार कर अच्छे नागरिक और विशेषज्ञ के रूप में उसे आकार देता है। गुरु सच्चा पथ प्रदर्शक होता है। हमारे जीवन में गुरु बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। मनुष्य के लिए भगवान से भी बढ़कर गुरु को माना जाता है क्योंकि भगवान हमें जीवन प्रदान करता है। और गुरु हमें शिक्षा देकर इस जीवन को सही ढंग से जीना सिखाते हैं जो गुरु का मार्ग दर्शन करके चलता है।योग के बारे में गरू श्री प्रमोद पाठक ने कहा कि आजकल की भाग-दौड़ वाली जिंदगी में खुद को स्वस्थ और तनाव से मुक्त रहने के लिए योगा करते हैं। योग करने से आप खुद को कई तरह की बीमारियों से बचा सकते हैं। स्वस्थ जीवन जीने के लिए अच्छे खान-पान के साथ योग करना बहुत जरूरी है। योगा करने से आपका शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है। इसलिए जरूरी है कि आप हर सुबह उठकर योग करें। पाश्चात्य संस्कृति युवाओं को अपने आगोश में लेने लगा है। ऐसे में योग-प्राणायाम ही ऐसी विधा है, जिससे लोग शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकते हैं। आज पूरे विश्व को योग की शरण में लाने का बहुत हद तक योगदान भारत को जाता है।
इस अवसर पर योग प्रशिक्षक एवं गुरू श्रीमती निशा मोरवाल ने योग गुरू प्रमोद पाठक की सेवाआंें का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले 2 दशक से अधिक समय से उनके द्वारा रतलाम नगर में विभिन्न स्थानों पर प्रातःकालीन एवं सायंकालीन योग कक्षायें निशुल्क चलाकर मानव सेवा के क्षेत्र में अनुकरणीय कार्य किया जारहा है । हम सभी उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते है कि उनके कुशल मार्गदर्शन में रोटरी गार्डन पर नियमित रूप  से कक्षायें संचालित करके हम सभी को योगाभ्यास का ज्ञान प्रदान किया है। आज के आधुनिक युग में भी गुरू की महत्ता मे कमी नही आई है । गुरू के प्रति श्रद्धा व समर्पण दर्शित करने में हम सभी गुरुजी का अभिनंदन कर हम गोैरवान्वित है ।
योग गुरू प्रमोद पाठक एवं वरिष्ठ सदस्य सुभाष यादव के स्वागत के अवसर पर योग प्रशिक्षक निशा मोरवाल , श्रीमती इन्दू उपाध्याय, शिवकुमारी सोनी, डोली मोटवानी,गोकूल परमार, विष्णुकांता सोनी, श्रीमती शीला कुमावत, विष्णुकांता सोनी, कंचन परमार, आशा राठी, मंजु शर्मा, पुष्पा परमार, भावना, अर्पिता परिहार आदि उपस्थित रहे । योग गुरू प्रमोद पाठक का स्वागत पुष्पाहारों से किया जाकर श्रीफल एवं उपहार देकर  स्वागत किया गया । इस अवसर पर योगाभ्यास एवं प्राणायाम भी किया गया । शांतिपाठ के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ ।

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