Connect with us

झाबुआ

परम्परागत रूप से दक्षिणमुखी कालिका के दरबार में मनायेगें नवरात्रोत्सव । प्रतिदिन गरबा रास का होगा आयोजन, प्रातः 5 बजे होगी नियमित रूप् से कांकड आरती ।

Published

on

परम्परागत रूप से दक्षिणमुखी कालिका के दरबार में मनायेगें नवरात्रोत्सव ।
प्रतिदिन गरबा रास का होगा आयोजन, प्रातः 5 बजे होगी नियमित रूप् से कांकड आरती ।

झाबुआ । प्राचीन दक्षिणी महाकाली का माता मंदिर झाबुआ के स्थाई समिति के सदस्यों की बैठक शारदीय नवरात्रि को लेकर आयोजित की गई । इस वर्ष शारदीय नवरात्रि का पर्व 15 अक्टूबर 2023 से आरंभ होकर 24 अक्टूबर 2023 तक रहेगा। नवरात्रि पर्व के आयोजन को सनातनी परंपरा के अनुसार मनाए जाने हेतु कई निर्णय लिए गए, जिसमें भक्तों को कठिनाई ना हो तथा आम नागरिक को भी मां के दर्शन पूजन साधना में अधिक समय ना लगे इस और विशेष ध्यान देते हुए कई निर्णय लिए गए । समिति के अध्यक्ष एडवोकेट राजेंद्र प्रसाद अग्निहोत्री ने बताया कि प्राचीन दक्षिणी मां कालिका माता मंदिर काफी प्राचीन होकर प्रत्येक समाज की अलग- अलग मान्यताएं एवं विभिन्न- समय पर पूजन आराधना के समय एवं साधन है। इस और दृष्टिपात करते हुवे परंपरा अनुसार नवरात्री अवधि में प्रातः 5.00 बजे काकड़ आरती होगी, जो नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि से आरंभ होकर नवमी तिथि तक नियमित होगी । जिसमें नगर के भक्तगण का एक परिवार प्रतिदिन सम्मिलित होकर आरती करते हैं तथा राजगिरा आटा का हलवा जो शुद्ध घी से मंदिर परिसर में ही अतिश शर्मा , दयानंद पाटीदार एवं राजेश डामोर के नेतृत्व में श्री नागर द्वारा बनाया जाता है, का वितरण प्रसादी के रूप में किया जाता है। इस आरती के पूर्व माताजी का श्रृंगार भी किया जाता है, जिसे श्री कांतिलाल जी नानावटी करते हैं । मंदिर मे मां कालिका के चमत्कारिक विग्रह के साथ-साथ मां चामुंडा तथा अन्नपूर्णा के विग्रह भी स्थापित है। इस वर्ष मां का नवनिर्मित संगमरमर का गर्भ गृह भी भक्तों के आकर्षण का केंद्र रहेगा। मंदिर जी में मां की नियमित आरती प्रतिदिन प्रातः 8.00 बजे एवं रात्रि 7.30 बजे होगी। मंदिर के प्रांगण में प्रतिदिन परंपरा अनुसार माताजी के गरबा रास का आयोजन भी किया जावेगा जो रात्रि 8.30 से आरंभ होकर 10.00 बजे तक रहेगा। जिसमें नगर के समस्त भक्तगण एवं माता एवं बहिने श्रद्धापुर्वक गरबा रास में सम्मिलित हो सकेंगे ,ज्ञातव्य है कि किसी भी प्रकार के फिल्मी गीतों पर गरबे नहीं किए जाएंगे। साथ ही महिला एवं पुरुष भक्तों से अपील की गई है कि वह मां के दरबार में पारंपरिक परिधान में ही आकर गरबा रास का कार्यक्रम में सम्मिलित हो । गरबा रास मां के नवरात्रि उत्सव का एक अभिन्न अंग है, जिसमें नृत्य के माध्यम से भक्त अपनी मां को प्रसन्न करना चाहता हैै।अतः हम हमारी मां के समक्ष उन पारम्परिक परिधानों में जाएं ताकि हमारी जगत जननी प्रसन्न होकर हमें सुखी एवं निरोग रहने का आशीर्वाद प्रदान करें । प्रतिवर्ष अनुसार गरबा रास में सम्मिलित होने वाले बच्चों को विशेष पुरस्कार की भी व्यवस्था समिति द्वारा की गई है । श्रेष्ठ परिधान में सम्मिलित होने वाले बच्चों को अतिरिक्त पुरस्कार भी दिया जाएगा । अतः सभी भक्तों से अपने बच्चों को गरबे में सम्मिलित करने हेतु अपील की गई है ताकि यही बच्चे आगे चलकर सनातनी परंपरा अनुसार गरबा का महत्व समझ सके।
एडवोकेट अग्निहोत्री ने बताया कि दुर्गा अष्टमी के दिन विशेष यज्ञ का आयोजन सायंकाल 5.00 बजे से आरंभ होकर रात्रि 8.00 बजे तक होगा, तत्पश्चात पूर्णाहूति होगी । पूर्णाहुति के पश्चात महाआरती होगी, इसके पश्चात गरबा का कार्यक्रम 9.00 से आरंभ होगा नवरात्रि के प्रथम दिवस माताजी की प्रतिमा की स्थापना की जावेगी । स्थापना के पूर्व मां का चल समारोह प्रातः 11.00 बजे सिद्धेश्वर कॉलोनी से निकाला जाएगा, जिसमें माता जी का नगर में भ्रमण होगा तथा मां का आशीर्वाद नगरवासियों को मिलेगा । तत्पश्चात मंदिर परिसर में उनकी स्थापना की जावेगी ।


इस वर्ष प्रतिमा की स्थापना के लाभार्थी श्री चंद्रप्रकाश जायसवाल एवं उनके परिवारजन है। मंदिर समिति ने मां के चल समारोह में अधिक से अधिक संख्या में सम्मिलित होने की अपील भक्तों की है । विजयदशमी को माताजी का विसर्जन किया जाएगा तथा उनके साथ गरबा विसर्जन भी किया जावेगा। मंदिर में नवरात्रि से लगाकर दीपावली तक के लिए विशेष रूप से विद्युत सज्जा की जावेगी । स्थाई समिति के बैठक में समिति के अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद अग्निहोत्री तथा वरिष्ठ सदस्य कांतिलाल नानावटी, , शिवनारायण मिस्त्री, तथा ,कन्हैया लाल राठौर, , अतिश शर्मा, दयानंद पाटीदार,मनोज शाह, मनोज सोनी, चंद्रकांत , जायसवाल महेंद्र शर्मा, प्रदीप , अरोड़ा, निमेष जैन, लोचन नीमा, लोकेश नीमा, विनोद पांचाल, दिनेश अरोड़ा, लोमेश नीमा, राधेश्याम परमार, राजेश डामोर आदि भी सम्मिलित हुए। सभी सदस्यों ने नगर की धर्मप्राण जनता से अधिक से अधिक नवरात्रोत्सव में आयोजित कार्यक्रमों में शामील होने की अपील की है ।
फोटो- मां कालिका जी का चमत्कारिक विग्रह ।

देश दुनिया की ताजा खबरे सबसे पहले पाने के लिए लाइक करे प्रादेशिक जन समाचार फेसबुक पेज

प्रादेशिक जन समाचार स्वतंत्र पत्रकारिता के लिए मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा मंच है। यहां विभिन्न समाचार पत्रों/टीवी चैनलों में कार्यरत पत्रकार अपनी महत्वपूर्ण खबरें प्रकाशन हेतु प्रेषित करते हैं ।

Advertisement

Subscribe Youtube

Advertisement

सेंसेक्स

Trending

कॉपीराइट © 2021. प्रादेशिक जन समाचार

error: Content is protected !!