बच्चों के लिए संस्कार शाला व समर केम्प का बबलू संगीत व कला संस्था में हुआ शुभारंभ ।
श्रीमती सोनी ने संस्कार व कला द्वारा बच्चो मे विकास की इस मुहिम को आगे बढ़ाने मे सबके साथ का किया आव्हान ।
झाबुआ । ’बचपन और पचपन का समन्वय’ की थीम को ध्यान में रखकर 18 अप्रेल गुरूवार से बच्चों के लिये संस्कार शाला व समर केम्प का शुभारंभ रामकृष्ण नगर स्थित बबलूू संगीत व कला संस्था में मध्यप्रदेश प्रोग्रेसिव्ह पेंशनर्स एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष श्री अरविन्द व्यास के मुख्य आतिथ्य एवं शशिकांत त्रिवेदी एवं श्रीमती मधु व्यास के विशेष आतिथ्य में किया गया । इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री व्यास ने मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलित कर तथा पुष्पाहार अर्पित कर करतल ध्वनि के साथ किया ।
श्रीमती भारती सोनी ने जानकारी देते हुए बताया कि शिविवर के शुभारंभ के अवसर पर सहभागी हो रहे बच्चों को तिलक लगा कर कार्यक्रम में प्रवेश कराया गया ।शिविर के शुभारंभ के अवसर पर सरस्वती वंदना गीत उपस्थित सदस्य श्रद्धा जैन, ज्योति त्रिवेदी, सुनीता आचार्य व चंदा पँवार द्वारा सामूहिक रूप से प्रस्तुत किया गया।
अतिथियों का स्वागत निहारिका परमार, कल्पना राणे व उपस्थित पालको द्वारा माला व फूलों द्वारा किया गया। इस अवसर पर संस्था की संचालिका श्रीमती भारती सोनी ने अतिथि का स्वागत करते हुए संस्था की गतिविधियों की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि विगत 15 वर्षो से प्रतिवर्ष संस्था सततरूप से इस तरह के समर केम्प संस्था चलाती आई है जिसमे शहर के कई बच्चे इसका लाभ लेते आ रहे है। कोविड अवधि के अन्तराल केे बाद इस वर्ष यह संस्कार शाला निःशुल्क रखी गई है। इसमें संकल्प ग्रुप के सदस्यों ने अपनी सेवा देने का भी संकल्प लिया है। कला का प्रशिक्षण देने मे इनका सहयोग रहेगा।
इस अवसर पर बच्चो को श्रीमती भारती सोनी द्वारा प्रेरणा गीत, होंगे कामयाब सिखाया गया। जिसकी शानदार प्रस्तुति अतिथियों के सामने की गई। तत्पश्चात बच्चो को मुख्यअतिथि श्री अरविंद व्यास ने छोटी छोटी बातो मे ही चार मित्रो की कहानी सुनाकर सत्य बोलने का महत्व व लाभ समझाये तथा साथ ही सच बोलने का संकल्प दिलवाया।
इस अवसर पर देशभक्ति गीत सुनीता आचार्य द्वारा बच्चो के साथ प्रस्तुत किया गया जिसकों सबने दोहराया। शिविर में श्री योगेंद्र सोनी द्वारा बच्चो को खुश रहकर पढ़ाई और कला मे आगे बढ़ने के टिप्स दिये।
तत्पश्चात बच्चो को एक एक कार्ड संस्था की और से दिया गया जिसमे श्रद्धा जैन के निर्देश मे गोला बनाकर अपनी कल्पना से विविध डिजाइन बनाकर सभी बच्चों आकर्षक ने पेंटिंग बनाकर दिखाई। ज्योति त्रिवेदी और शबनम ने सब बच्चो को पर्यावरण संरक्षण का संदेश देकर बच्चो को प्रेरित किया कि पॉलीथीन थैली मे संस्था के कार्यक्रम मे सामग्री न लावे कपड़े की थैली साथ मे लावे।
विशेष अतिथि शशिकांत त्रिवेदी द्वारा दिये उद्बोधन में बच्चों को नैतिक शिक्षा देते हुए कहा गया किबच्चों को अपने घर परिवार के वृद्धजनों के प्रति अपनत्व की भावना बढाना चाहिये व उनकी आवश्यकताओं के बारे में भी ध्यान रखना चाहिये तथा सदा ही उन्हे आदर सत्कार देने की आदत बनाना चाहिये । समय केम्प में आये सभी बच्चों को संस्था की ओर से चॉकलेट बिस्किट का वितरण किया गया।
संस्था की संचालिका श्रीमती भारती सोनी ने बताया कि इस निशुल्क संस्कार शाला मे बच्चो के नाम के रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि वैसे तो तय थी जिसमे 45 बच्चो की उपस्थिति हो गई ह,ै किंतु अब भी लगातार पालको के अनुरोध आ रहे है जिन्हे मान्य कर बच्चो को प्रवेश दिया गया है। अभी तक लगभग 55 बच्चे अभी नामांकित हो गए है। जिनकी संख्या संभवतः बढ़ती रहेगी।
समय केंम्प के शुभारंभ के अवसर पर प्रस्तुत कार्यक्रम मे अतिथियों के समक्ष बच्चो ने प्रथम दिन भी एकल प्रस्तुतियां दी जिसकी सराहना की गई। कार्यक्रम मे विशेष रूप से बच्चो की माताएं उपस्थित रही जिन्होंने संस्था के कार्यक्रम को सराहा।
इस शिविर के आयोजन में कल्पना मुकाती,निहारिका परमार,ओमश्री सेंगर ,चंदा पँवार विनिता सहित सभी सदस्यों का सराहनीय योगदान रहा । श्रीमती भारती सोनी द्वारा संस्कार व कला द्वारा बच्चो मे विकास की इस मुहिम को आगे बढ़ाने मे सबके साथ का आव्हान किया गया।
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